युद्ध के कारण Crude पर रखें नजर; इस हफ्ते ITC, Wipro, Bajaj Finance जैसी कंपनियों के आएंगे रिजल्ट
इस हफ्ते ITC, Wipro, Bajaj Finance जैसी दिग्ग्ज कंपनियों के नतीजे आने वाले हैं. इजरायल युद्ध के कारण Crude Oil की कीमत में वोलाटिलिटी रहेगी जो बाजार को प्रभावित कर सकता है.
बीते हफ्ते शेयर बाजार में मामूली तेजी रही. अभी तक इजरायल युद्ध का बहुत ज्यादा असर बाजार पर नहीं दिखा है लेकिन यह संकट गहरा रहा है. इस युद्ध के कारण Crude Oil की कीमत में वोलाटिलिटी है और यह बाजार को प्रभावित कर सकता है. FII के रुख में थोड़ा बदलाव हुआ है. वे बिकवाली और खरीदारी दोनों कर रहे हैं. रिजल्ट का सीजन जारी है. ये फैक्टर्स बाजार को प्रभावित कर सकते हैं. इस हफ्ते FEDERAL BANK, Jio Financial, BANK OF MAHARASHTRA, NELCO, Bajaj Finance, INDUSIND BANK, LTIMindtree Ltd, WIPRO और ITC के Q2 रिजल्ट आएंगे.
कई दिग्गज कंपनियों के आएंगे रिजल्ट
स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, ‘‘इस सप्ताह कई दिग्गज कंपनियों के तिमाही नतीजे आने हैं, जिनका बाजार की दिशा पर काफी असर पड़ेगा. विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की हालिया बिकवाली को देखते हुए उनका रुख भी महत्वपूर्ण होगा.’’
बॉन्ड यील्ड में तेजी बाजार के लिए निगेटिव
अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल में लगातार वृद्धि और इजराइल-हमास संघर्ष के चलते बने अनिश्चित माहौल के बीच विदेशी निवेशकों ने इस महीने अब तक भारतीय शेयर बाजारों से लगभग 9,800 करोड़ रुपए निकाले हैं. इस उथल-पुथल के बावजूद शेयर बाजार बीते सप्ताह सकारात्मक रुख के साथ बंद हुए, जिसका मुख्य कारण घरेलू समर्थन था. पिछले सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 287.11 अंक या 0.43 प्रतिशत चढ़ा.
Q2 रिजल्ट बाजार पर हावी रहेगा
TRENDING NOW
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
Intraday में बनेगा तगड़ा पैसा! पोर्टफोलियो में रख लें ये 5 शेयर, एक्सपर्ट ने बताया टारगेट और स्टॉप लॉस
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘पश्चिम एशिया में संघर्ष को लेकर चिंताएं जारी रहने के बावजूद दूसरी तिमाही के नतीजों को लेकर सकारात्मक उम्मीदों और वैश्विक बॉन्ड प्रतिफल में नरमी के चलते भारतीय बाजारों ने वापसी की.”
महंगाई में कमी और IIP में तेजी से सेंटिमेंट मजबूत
व्यापक आर्थिक मोर्चे पर नायर ने कहा कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़ों में महत्वपूर्ण गिरावट और औद्योगिक उत्पादन जैसे घरेलू कारकों ने आशावाद को बनाए रखने में मदद की. उन्होंने कहा कि हालांकि सूचना प्रौद्योगिकी (IT) क्षेत्र के कमजोर आय पूर्वानुमानों और कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी ने बाजार को प्रभावित किया.
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
03:25 PM IST