मल्टीनेशनल कंपनियों के लिए 11 जून तक खुला ICICI प्रूडेंशियल म्युचुअल फंड का NFO
म्यूचुअल फंड कंपनी आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड ने बहुराष्ट्रीय कंपनियों (एमएनसी) पर फोकस करने वाले नए फंड ऑफर (NFO) लॉन्च किया है.
अच्छी गुणवत्ता वाले शेयरों और विविधीकरण पोर्टफोलियो पर इसका फोकस होगा. (फोटो: PTI)
अच्छी गुणवत्ता वाले शेयरों और विविधीकरण पोर्टफोलियो पर इसका फोकस होगा. (फोटो: PTI)
म्यूचुअल फंड कंपनी आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड ने बहुराष्ट्रीय कंपनियों (एमएनसी) पर फोकस करने वाले नए फंड ऑफर (NFO) लॉन्च किया है. यह एनएफओ 28 मई से 11 जून के बीच खुला रहेगा. यह फंड ओपेन एंडेड इक्विटी स्कीम है, जो एमएनसी थीम का पालन करती है और इसका उद्देश्य भारतीय और वैश्विक बहुराष्ट्रीय कंपनियां (जो भारतीय बाजार में सूचीबद्ध हैं) से मुनाफा कमाना है. यह स्कीम शेयरों के चुनाव में बॉटमअप स्टाइल, बाजार पूंजीकरण और सेक्टर का पालन करेगा. अच्छी गुणवत्ता वाले शेयरों और विविधीकरण पोर्टफोलियो पर इसका फोकस होगा.
इस फंड का उद्देश्य बहुराष्ट्रीय क्षेत्र में मुख्य रूप से इक्विटी और इक्विटी से संबंधित प्रतिभूतियों में निवेश कर लंबी अवधि में पूंजी में लाभ कमाना है. भारत में तमाम एमएनसी हैं, जो लोगों के प्रति दिन के सामानों और साथ ही औद्योगिक जरूरतों को पूरा करती हैं. आगे चलकर इन कंपनियों के लिए अवसरों का आकार काफी बढ़ने वाला है, जिसमें यह माना जा रहा है कि भारत की अर्थव्यवस्था साल 2023 तक 4 ट्रिलियन डॉलर की होगी.
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एएमसी के एमडी एवं सीईओ निमेश शाह का कहना है कि एमएनसी की विशिष्ट यह है कि यह एक अच्छे प्रबंधन के साथ है, जिसमें तकनीकी बढ़त, मजबूत वैश्विक ब्रांड, मजबूत बैलेंस शीट और उच्च आरओई है. अब तक बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा दिए गए अनुभव के आधार पर, इन वैश्विक कंपनियों ने पूंजी आवंटन के बेहतर उपयोग का प्रदर्शन किया है और इसलिए उच्च आरओई को लगातार देने में कामयाब रही हैं.
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आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एमएनसी फंड के निवेशकों का एक्सपोजर भारतीय बहु-राष्ट्रीय कंपनियों, भारत में सूचीबद्ध बहु-राष्ट्रीय कंपनियों और वैश्विक बहु-राष्ट्रीय कंपनियों में होगा. बेहतर तकनीक से यह पता चलता है कि कैसे, मजबूत बैलेंस शीट और अच्छे प्रबंधन के साथ, बहुराष्ट्रीय कंपनियों के पास लंबी अवधि के धन के सृजन की अच्छी संभावनाएं हैं. इसके अतिरिक्त वे कंपनियां कई बाजारों में वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धा में आगे रहती हैं और इस तरह के अनुभवों से बढ़ती रहती हैं.
अगर पोटफोलियो की मौजूदगी की बात करें तो बाजार के उतार-चढ़ाव के दौरान एमएनसी ज्यादा स्थिरता प्रदान करती हैं. उदाहरण स्वरूप 2008-2009 में बाजार का इंडेक्स एसएंडपी बीएसई 500 टीआरआई 35 फीसदी गिरा, जबकि निफ्टी एमएनसी इंडेक्स महज 17 फीसदी गिरा था. इस स्कीम का बेंचमार्क निफ्टी एमएनसी टीआरआई है और इसका प्रबंधन अनिश टवाकले और ललित कुमार कर रहे हैं. स्कीम के ओवरसीज इनवेस्टमेंट का प्रबंधन प्रियंका खंडेलवाल करेंगी.
01:06 PM IST