क्या 30,000 रुपए प्रति 10 ग्राम जा सकता है सोना? कोरोना के चलते आ सकती है बड़ी गिरावट
सोमवार को भी बाजार खुलते ही सेंसेक्स में लोअर सर्किट के बाद ट्रेडिंग रोकनी पड़ी. सभी तरफ से नकारात्मक संकेतों के बीच सोना एक ऐसा इंस्टूमेंट है, जहां निवेश देखने को मिलता है.
घरेलू बाजारों में सोने का भाव में पिछले तीन ट्रेडिंग सेशन में टूटती दिखाई दिया था.
घरेलू बाजारों में सोने का भाव में पिछले तीन ट्रेडिंग सेशन में टूटती दिखाई दिया था.
कोरोना का डंक, बाजार में भूचाल, वैश्विक मंदी और गिरता रुपया... इतना बहुत है ये जानना के लिए कि हालात काबू में नहीं हैं. शेयर बाजार में लगातार गिरावट का दौर जारी है. सोमवार को भी बाजार खुलते ही सेंसेक्स में लोअर सर्किट के बाद ट्रेडिंग रोकनी पड़ी. सभी तरफ से नकारात्मक संकेतों के बीच सोना एक ऐसा इंस्टूमेंट है, जहां निवेश देखने को मिलता है. लेकिन, पिछले कई ट्रेडिंग सेशन में सोना टूटता ही नजर आया है. कोरोना का खतरा कब तक चलेगा यह कहना किसी के लिए भी मुश्किल है. ऐसे में निवेशक अपने पैसा कहां रखें इसका कोई अंदाजा नहीं लगा पा रहा है.
5500 रुपए टूट चुका है सोना
घरेलू बाजारों में सोने का भाव में पिछले तीन ट्रेडिंग सेशन में टूटती दिखाई दिया था. हालांकि, सोमवार को वायदा बाजारों में तेजी का रुख का है. पिछले एक महीने में सोने का भाव 5,500 प्रति 10 ग्राम लुढ़क चुका है. महज 6 दिनों में सोने का भाव 40000 के नीचे ट्रेड कर रहा है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर यह ट्रेड अगले 15 दिन तक जारी रहा तो सोने की घरेलू कीमत 3000 प्रति 10 ग्राम तक और गिर सकती हैं.
आज के भाव में तेजी
MCX पर वायदा बाजार में सोना-चांदी 1-1.50% ऊपर ट्रेड कर रहा है. सोने-चांदी के भाव में लगभग 500 रुपए की तेजी देखने को मिली है. वायदा बाजार में सोना 40000 के ऊपर ट्रेड कर रहा है. लेकिन, घरेलू बाजारों में इसकी कीमत 38 हजार के आसपास पहुंच चुकी है. वहीं, पिछले कुछ सत्रों की बात करें तो सोने का भाव 5,000 रुपए प्रति 10 ग्राम गिरा है. तब सोने की कीमत 44,500 प्रतिग्राम थी.
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क्या है कारण?
एस्कॉर्ट सिक्योरिटी के रिसर्च हेड आसिफ इकबाल का मानना है कि ग्लोबल बाजारों में उथल-पुथल के समय आमतौर पर सोने को एक सुरक्षित निवेश के रूप में देखा जाता है, लेकिन सोने के भाव में हालिया गिरावट ने इस ट्रेंड को पलट दिया है. निवेशक अंदाजा नहीं लगा पा रहे हैं कि उनका पैसा कहां सुरक्षित है. निवेशक सोना बेचकर नकदी जुटाने में लगे हैं. निवेशक कोरोनो वायरस महामारी के चलते वित्तीय बाजारों में ज्यादा नकदी जुटाने में ज्यादा संलग्न हैं. यही वजह है कि पिछले सत्र में वैश्विक बाजारों में भी सोना 5% की गिरावट के 1,661 डॉलर प्रति औंस पर आ गया है.
रुपये के कमजोर होने से टूट रहा है सोना
घरेलू मार्केट में सोने में आ रही गिरावट की वजह भारतीय मुद्रा 'रुपया' का कमजोर होना है. HDFC सिक्योरिटीज के मुताबिक, सोना सोमवार, 9 मार्च को 45,033 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ था. डॉलर के मुकाबले रुपए के कमजोर होने से अंतरराष्ट्रीय बाजार में गोल्ड की गिरती कीमतों का फायदा भारतीय नहीं उठा पा रहे. डॉलर के मुकाबले कमजोर होते रुपए से देश में सोने की मांग में 15-20 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. कोरोना के संकट में सोने का हाजिर भाव लगातार टूटता दिखेगा और तेजी से नीचे की ओर फिसलेगा. हालांकि, यह अनिश्चितता का माहौल है. इसमें सोना कब वापस छलांग लगा दे कुछ नहीं कहा जा सकता.
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एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर कोरोना का असर जल्दी खत्म नहीं होता तो अगले तीन महीने में सोने का भाव 3000 रुपए तक गिर सकता है. वहीं, कोरोना की वजह से मंदी गहराती है तो कोई बड़ी बात नहीं कि सोना का भाव 30000 रुपए तक गिर जाए. हालांकि, बाजार में पैसा नहीं होने के कारण लोगों की पहुंच से सोना दूर ही रहेगा. लेकिन, निवेशकों के लिहाज से यह अच्छा मौका बन सकता है.
10:55 AM IST