महामारी कोरोना वायरस के घबराया रुपया, इतिहास में पहली बार 76/$ के पार बंद
देश में कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामलों और घरेलू इक्विटी बाजार में भारी बिकवाली के चलते रुपए पर दबाव देखने को मिला. अगस्त 2013 के बाद एक दिन में रुपए की यह सबसे बड़ी गिरावट है.
इस साल रुपया अबतक 10 फीसदी से ज्यादा टूट चुका है.
इस साल रुपया अबतक 10 फीसदी से ज्यादा टूट चुका है.
कोरोना वायरस के चलते हर जगह कोहराम मचा हुआ है. सोमवार को शेयर बाजार धड़ाम हो गए. वहीं, रुपया भी डॉलर के मुकाबले लुढ़कता नजर आया. आज रुपया ने इतिहास में पहली बार 76 रुपए प्रति $ का भाव तोड़ दिया. रुपया अपने अब तक के नए लो पर पहुंच गया है. डॉलर के मुकाबले रुपए में 1 रुपए 02 पैसे की गिरावट देखी गई. कारोबार के अंदर में भारी गिरावट के साथ 76.22 के स्तर पर पहुंच गया.
क्यों बढ़ा दबाव?
देश में कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामलों और घरेलू इक्विटी बाजार में भारी बिकवाली के चलते रुपए पर दबाव देखने को मिला. अगस्त 2013 के बाद एक दिन में रुपए की यह सबसे बड़ी गिरावट है. इस साल रुपया अबतक 10 फीसदी से ज्यादा टूट चुका है.
क्या है चिंता की बात?
रुपया 19 मार्च को पहली बार 75 के नीचे पहुंचा था. कारोबारियों का कहना है कि बाजार में इस बात को लेकर चिंता है कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों से इकोनॉमी पर बहुत खराब असर पड़ेगा. इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में कमजोर शुरुआत के साथ रुपया 75.90 पर खुला और धीरे-धीरे और गिरावट के साथ अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 76.22 के निचले स्तर पर आ गया.
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महामारी से घबराया रुपया
शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 75.20 के स्तर पर बंद हुआ था. कारोबारियों के मुताबिक, निवेशकों में चिंता है. क्योंकि, वे दुनिया के दूसरे देशों के साथ ही घरेलू अर्थव्यवस्था को कोरोना वायरस महामारी के कारण गहरे संकट में पड़ता हुआ देख रहे हैं. इस महामारी के चलते दुनिया भर में लाखों लोग संक्रमित हैं और 14,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, देश में इस समय कोरोना वायरस के मामलों की संख्या बढ़कर करीब 480 हो चुकी है. जबकि 9 लोगों की मौत हो चुकी है.
निवेशकों के मुताबिक, घरेलू इक्विटी बाजार में विदेशी निवेशकों की लगातार भारी बिकवाली से भी बाजार की भावना प्रभावित हुई. शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी निवेशक भारतीय पूंजी बाजारों में शुद्ध बिकवाल बने रहे और उन्होंने शुक्रवार को 3,345.95 करोड़ रुपए से ज्यादा की शुद्ध बिकवाली की थी.
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रुपया और होगा कमजोर
फानेंशियल सर्विस कंपनी नोमुरा के मुताबिक, अगले कुछ हफ्तों में रुपया डॉलर के मुकाबले कमजोर होकर 79 का स्तर छू सकता है. रुपये के गिरने से महंगाई गहराने के आसार हैं. इससे क्रूड खरीदना और महंगा होगा. कोरोना वायरस के चलते अनिश्चितता और ग्लोबल इकोनॉमी की रफ्तार थमने के संकेत से रुपए में और कमजोरी आ सकती है.
07:16 PM IST