इंफोसिस के साथ मोटी कमाई का मौका, आज से 9200 करोड़ का शेयर बायबैक शुरू; जानें हर डिटेल
देश की आईटी सर्विसेज कंपनी इंफोसिस के शेयर धारकों के पास मोटी कमाई का मौका है. इंफोसिस के 9200 करोड़ का शेयर बायबैक आज यानी 25 जून से शुरू हो रहा है.
इंफोसिस के 9200 करोड़ का शेयर बायबैक आज यानी 25 जून से शुरू हो रहा है. (reuters)
इंफोसिस के 9200 करोड़ का शेयर बायबैक आज यानी 25 जून से शुरू हो रहा है. (reuters)
Infosys Share Buyback: देश की आईटी सर्विसेज कंपनी इंफोसिस के शेयर धारकों के पास मोटी कमाई का मौका है. इंफोसिस के 9200 करोड़ का शेयर बायबैक आज यानी 25 जून से शुरू हो रहा है. इंफोसिस ने घोषणा की है वह 1750 रुपये प्रति शेयर की अधिकतम कीमत तक शेयर बायबैक करेगी. जबकि 24 जून को शेयर 1556 रुपये के भाव पर बंद हुआ था. ऐसे में करंट प्राइस के हिसाब से भी हर शेयर पर निवेशकों को करीब 200 रुपये ज्यादा मिलेंगे. वहीं जिन्होंने यह शेयर पहले सस्ते भाव में खरीदा होगा, उनकों बंपर रिटर्न मिलेगा. शेयर बायबैक के लिए कंपनी ने कोटक महिंद्रा कैपिटल को मैनेजर नियुक्त किया है.
पहले भी कंपनी ला चुकी है बायबैक
इससे पहले भी कंपनी शेयर बायबैक आफर ला चुकी है. इससे पहले इंफोसिस का 9200 करोड़ का ही शेयर बायबैक अप्रैल 2021 में आया था. कंपनी ने अगस्त 2019 में 8260 करोड़ रुपये का बायबैक किया था. कंपनी का पहला शेयर बायबैक दिसंबर 2017 में 13,000 करोड़ रुपये का था. इसमें कंपनी ने 1150 रुपये प्रति इक्विटी के भाव पर 11.3 करोड़ शेयर बायबैक किया था.
कब तक बेच सकते हैं शेयर
इंफोसिस का शेयर बायबैक आफर 25 जून को खुलेगा, वहीं अगर आप निवेशक हैं और इसमें हिस्सा लेना चाहते हें तो 6 दिसंबर 2021 तक शेयर कंपनी को बेच सकते हैं. अगर कंपनी को पूरे शेयर लास्ट डेट के पहले ही मिल गए तो यह बायबैक ऑफर पहले भी बंद किया जा सकता है. कंपनी कम से कम 4600 रुपये करोड़ रुपये के शेयर इस बायबैक ऑफर के तहत जरूर खरीदेगी.
क्या होता है शेयर बायबैक
कंपनी जब अपने ही शेयर निवेशकों से खरीदती है तो इसे बायबैक कहते हैं. बायबैक के लिए मुख्यत: दो तरीकों-टेंडर ऑफर या ओपन मार्केट का इस्तेमाल किया जाता है. इसकी सबसे बड़ी वजह कंपनी की बैलेंसशीट में अतिरिक्त कैश होना है. शेयर बायबैक के जरिए कंपनी अपने अतिरिक्त कैश का इस्तेमाल करती है.
बायबैक का कंपनी और उसके शेयर पर कई तरह से असर पड़ता है. शेयर बाजार में ट्रेडिंग के लिए मौजूद कंपनी के शेयरों की संख्या घट जाती है. इससे प्रति शेयर आय (ईपीएस) बढ़ जाती है. शेयर का पीई भी बढ़ जाता है.
Zee Business Live TV
07:43 AM IST