Adani ग्रुप के शेयरों में फिर मचेगी तबाही? या इस बार कोई और है निशाना, Hindenburg का ऐलान- जल्दी जारी होगी एक और बड़ी रिपोर्ट
Hindenburg New Report: अदानी ग्रुप पर दावों के चंद पन्नों ने केवल कुछ ही दिनों में अरबों डॉलर का घाटा करा दिया. ग्रुप के मुखिया सबसे अमीरों की लिस्ट में तीसरे नंबर से 35 पायदान पर लुढ़क गए.
अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग (Hindenburg) का नाम आपको याद ही होगा. अदानी ग्रुप को लेकर कंपनी की केवल एक रिपोर्ट ने ग्रुप को अरबों रुपए का नुकसान पहुंचाया. कंपनी एक बार फिर सुर्खियों में है. सोशल मीडिया पर केवल 6 शब्दों के पोस्ट ने दुनियाभर के कॉरपोरेट की टेंशन बढ़ा दी है. हो भी क्यों न...आज तक कंपनियों से जुड़े रिपोर्ट इसने जारी किए उनको इतना भारी नुकसान हुआ कि या तो उनको शटर डाउन करना पड़ा है या फिर सालों लग गए नुकसान की भरपाई करने में.
6 शब्दों के सोशल मीडिया पोस्ट ने बढ़ाई टेंशन
हिंडनबर्ग रिसर्च ने ट्विटर पर 23 मार्च, 2023 को भारतीय समयानुसार देर रात करीब डेढ़ बजे एक पोस्ट लिखा, नई रिपोर्ट जल्द, एक और बड़ा खुलासा (New report soon—another big one) चंद घंटो में ही यह पोस्ट वायरल हो गया है. अभी दोपहर के करीब 12 बजने को हैं और पोस्ट पर विजिट करने वालों की संख्या 30 लाख को पार कर गई है. दरअसल, भारत में हिंडनबर्ग रिसर्च का नाम चुनिंदा लोगों को ही पता था, लेकिन 24 जनवरी, 2023 अदानी ग्रुप को लेकर कंपनी के दावों ने देश के साथ-साथ दुनियाभर में एक बार फिर सुर्खियां बटोरी.
New report soon—another big one.
— Hindenburg Research (@HindenburgRes) March 22, 2023
अदानी ग्रुप पर चंद पन्नों की रिपोर्ट ने कराया अरबों का नुकसान
अदानी ग्रुप पर दावों के चंद पन्नों ने केवल कुछ ही दिनों में अरबों डॉलर का घाटा करा दिया. ग्रुप के मुखिया सबसे अमीरों की लिस्ट में तीसरे नंबर से 35 पायदान पर लुढ़क गए. क्योंकि उनकी नेटवर्थ 150 अरब डॉलर से घटकर 53 अरब डॉलर तक फिसल गई. रिपोर्ट पेश हुए 2 महीने बाद भी ग्रुप शेयरों में आए दिन बिकवाली देखने को मिलती रहती है.
हिंडनबर्ग रिसर्च को ठीक से जानते हैं की नहीं?
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हिंडनबर्ग अमेरिका की एक शार्ट सेलर रिसर्च फर्म है. इसे Nate Anderson ने शुरू किया था. रिसर्च कंपनी ने 2020 के बाद करीब 31 कंपनियों पर रिपोर्ट पेश कर चुकी है, जिसमें अदानी ग्रुप का नाम भी शामिल है. जिस कंपनी से जुड़ी रिपोर्ट होती है, उस कंपनी के शेयर अगले दिन औसतन 15% तक टूटे. शेयरों में गिरावट का यह आंकड़ा 6 महीने के बाद औसतन 26% होती है. 2020 में इलेक्ट्रिक ट्रक बनाने वाली अमेरिकी कंपनी nikola पर रिपोर्ट के बाद शेयर 94% तक गिरा.
हिंडनबर्ग रिसर्च के खिलाफ भी हैं आरोप
अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडेनबर्ग भी कोई साफ-सुथरी नहीं नजर आती. क्योंकि उसके खिलाफ US डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस जांच कर रहा है. मामला शॉर्ट सेलिंग से ही जुड़ा हुआ है. दरअसल, कंपनी पर आरोप है कि वह हेज फंड्स के साथ मिलकर शार्ट सेलिंग करती है. इसके तहत रिपोर्ट पब्लिक करने से पहले हिंडेनबर्ग करीब 10 निवेशकों के साथ रिपोर्ट साझा करता है. यही नहीं
रिपोर्ट शेयर किये गए निवेशकों से कमीशन भी लेता है.
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद टूट जाते हैं शेयर
कंपनी रिपोर्ट के अगले दिन 3 महीने बाद
SCWORX -3.3% -90%
Genuis Brands -13.4% -85%
Ideanomic -40% -64%
Mullen Auto -2.6% -64%
Pharma Cielo -33% -57%
J2 Global -9% +1%
Draftkings -4% +19%
Establishment labs -9% 24%
New pacific metals +19% +30%
Grow Generation -5% +62%
Sorrento Theapeutics +5% +127%
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12:13 PM IST