IN-SPACe लाया खास Seed Fund Scheme, स्टार्टअप्स को मिलेंगे ₹1 करोड़ तक, जानिए आवेदन करने की लास्ट डेट
स्पेस विभाग के भारतीय नेशनल स्पेस प्रमोशन एंड ऑथराइजेशन सेंटर (IN-SPACe) ने एक नई सीड फंड स्कीम की शुरुआत की है. इसकी मदद से अरबन डेवलपमेंट और डिजास्टर मैनेजमेंट यानी आपदा प्रबंधन में काम करने वाले स्टार्टअप्स को स्पेस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर के मदद मुहैया कराई जाएगी.
स्पेस विभाग के भारतीय नेशनल स्पेस प्रमोशन एंड ऑथराइजेशन सेंटर (IN-SPACe) ने एक नई सीड फंड स्कीम की शुरुआत की है. इसकी मदद से अरबन डेवलपमेंट और डिजास्टर मैनेजमेंट यानी आपदा प्रबंधन में काम करने वाले स्टार्टअप्स को स्पेस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर के मदद मुहैया कराई जाएगी. भारत के प्राइवेट सेक्टर में स्पेस से जुड़ी गतिविधियों को प्रमोट करने की दिशा में ये एक अहम कदम है.
1 करोड़ रुपये तक की मिलेगी फंडिंग
इस स्कीम के तहत चुने जाने वाले स्टार्टअप्स को 1 करोड़ रुपये तक की आर्थिक मदद मुहैया कराई जाएगी. इसके अलावा उन स्टार्टअप्स को मेंटरशिप, ट्रेनिंग और नेटवर्किंग जैसी मदद भी मुहैया कराई जाएगी. इन स्टार्टअप को दी जाने वाली फंडिंग का मकसद है स्पेस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए इन स्टार्टअप्स के ओरिजनल आइडिया को प्रोटोटाइप में बदलना. इसके तहत स्टार्टअप्स ISRO की तमाम सुविधाओं का फायदा उठा सकेंगे. साथ ही अर्थ ऑब्जर्वेशन डेटा का इस्तेमाल करते हुए कॉन्सेप्ट वैलिडेशन कर सकेंगे.
क्या है आवेदन की आखिरी तारीख?
इस स्कीम को National Remote Sensing Centre (NRSC) के साथ कोलेबोरेशन में लॉन्च किया गया है. यह IN-SPACe की उन कोशिशों का एक हिस्सा है, जिसके तहत भारत की स्पेस क्षमता को स्टार्टअप्स की एक्टिव भागीदारी के जरिए बढ़ाने की कोशिश की जा रही है. इस स्कीम के लिए आवेदन करने की आखिरी तारीख 20 दिसंबर है.
स्टार्टअप्स के लिए खुलेंगे कई दरवाजे
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IN-SPACe की तरफ से जारी बयान के मुताबिक यह स्कीम स्टार्टअप्स के लिए तमाम सेक्टर्स के दरवाजे खोलने का काम करेगी. अरबन डेवलपमेंट के तहत अरबन प्लानिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर मैनेजमेंट, टेलीकम्युनिकेशन और क्लाइमेट मॉनिटरिंग पर जोर दिया जाएगा. वहीं आपदा प्रबंधन में स्टार्टअप अर्ली वॉर्निंग सिस्टम के साथ-साथ सर्च एंड रेस्क्यू ऑपरेशन पर फोकस कर सकते हैं.
IN-SPACe के चेयरमैन पवन गोयनका कहते हैं- 'सीड फंड स्कीम IN-SPACe की उन कोशिशों का हिस्सा है, जिनके तहत स्पेस की क्षमता को बढ़ाने की कोशिशें की जा रही हैं. इसके लिए स्टार्टअप्स की एक्टिव भागीदारी का इस्तेमाल हो रहा है. इस स्कीम के तहत भारत के स्पेस स्टार्टअप्स को कई मदद मुहैया कराई जाएंगी. इससे लोगों की क्वालिटी ऑफ लाइफ को बेहतर बनाया जा सकेगा.'
12:40 PM IST