ऑनलाइन गेमिंग में भी संवारे करियर, eSports के खिलाड़ी बनकर करें लाखों की कमाई
प्रोफेशनल गेमिंग भारत में एक करियर में बदल गई है. इसमें ऑनलाइन वीडियो गेम के खिलाड़ियों की टीमों का निर्माण किया जाता है और कंपनियों द्वारा नियमित वेतन पर रखा जाता हैं.
वीडियो-गेमिंग या कंप्यूटर गेमिंग को दुनियाभर में अब ‘ई-स्पोर्ट’ के नाम से जाना जाता है. भारत में भी कई बच्चे और नौजवान अब ‘खेल’ के तौर पर ‘ऑनलाइन गेमिंग’ को करियर के रुप में अपना रहे हैं. (फाइल फोटो)
वीडियो-गेमिंग या कंप्यूटर गेमिंग को दुनियाभर में अब ‘ई-स्पोर्ट’ के नाम से जाना जाता है. भारत में भी कई बच्चे और नौजवान अब ‘खेल’ के तौर पर ‘ऑनलाइन गेमिंग’ को करियर के रुप में अपना रहे हैं. (फाइल फोटो)
वीडियो-गेमिंग या कंप्यूटर गेमिंग को दुनियाभर में अब ‘ई-स्पोर्ट’ के नाम से जाना जाता है. भारत में भी कई बच्चे और नौजवान अब ‘खेल’ के तौर पर ‘ऑनलाइन गेमिंग’ को करियर के रुप में अपना रहे हैं. भारत में ऐसे बहुत से युवा हैं जिन्होंने गेमिंग को करियर के रूप में चुना है और वे हर महीने हजारों रुपया कमा रहे हैं.
प्रोफेशनल गेमिंग भारत में एक करियर में बदल गई है. इसमें ऑनलाइन वीडियो गेम के खिलाड़ियों की टीमों का निर्माण किया जाता है और कंपनियों द्वारा नियमित वेतन पर रखा जाता हैं. वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्री प्रतियोगिताओं में भाग लेते हैं जहां, पुरस्कार राशि में कमाई 5 लाख रुपये से 20 लाख रुपये प्रति टूर्नामेंट तक हो सकती है.
ई- खिलाड़ी बनकर कमाएं लाखों रुपये
एक साल में विभिन्न टूर्नामेंटों के लिए घोषित कुल पुरस्कार राशि पहले ही 3.5 करोड़ रुपये पार कर चुकी है. यह अविश्वसनीय रफ़्तार से बढ़ रही है. विश्व का नंबर वन गेमिंग ब्रांड हाइपर-एक्स का अनुमान है कि साल 2019 में ई-स्पोर्ट्स का राजस्व 25 फ़ीसदी बढ़ जाएगा. इसे देखने वालों की तादाद भी बढ़ कर 15 करोड़ हो जाएगी. हाल ही में दिल्ली के प्रगति मैदान में तीन दिन का इंडिया गेमिंग शो हुआ. जिसमें गेमिंग से जुड़ी तमाम कपनियों ने शिरकत की.
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तेजी से बढ़ रहा है ‘ई-स्पोर्ट’
हाइपर-एक्स इंडिया के मार्केटिंग निदेशक विशाल पारेख ने बताया, एक सर्वे में दावा किया गया था कि वर्ष 2000 से भारत में गेमिंग क्षेत्र बहुत विकसित हुआ है और जहां वर्ष 2015 में 198 मिलियन गेमर्स के होने की बात कही जा रही थी, वह वर्ष 2020 में सवा छह सौ मिलियन को पार करने का माद्दा रखती है. भारत में पेशेवर गेमिंग तेजी से बढ़ रही है.
मौजूदा समय में सिर्फ वीडियो गेम के भविष्य के बारे में यह एक बेहतर शुरूआत है. इंडिया गेमिंग शो में ऐसे कई वीडियो गेम थे, जहां युवा गेम खेलने के साथ ही वहां मौजूद लोगों से गेम के क्षेत्र में अपने भविष्य को सुनिश्चित करने के तरीके जान सकते थे. आयोजन में वीडियो गेम का मतलब सिर्फ स्टेज पार करना नहीं था, बल्कि गेमिंग को एक अलग नजरिए से देखने की भी कोशिश की जा रही थी.
‘ई-स्पोर्ट’ के भी फिनाले
विशाल पारेख ने बताया कि हाइपर-एक्स द्वारा स्पॉन्सर्ड ईएसएल इण्डिया प्रीमियरशिप के विंटर सीज़न फिनाले का समापन दिल्ली के इण्डिया गेमिंग शो में हुआ. चुनिंदा उत्पादों पर 55 फीसदी हाइपर-एक्स फ्लैश सेल के सथ ब्राण्ड ने कई विशेष गतिविधियों का आयोजन भी किया जैसे हाइपर-एक्स ब्लैक लाईट ज़ोन, लाईव स्ट्रीमिंग सत्र तथा गेमिंग प्रेमियों के लिए बूथ पर कुछ सोशल कॉन्टेस्ट भी आयोजित किए गए.
विशाल पारेख ने बताया कि हाइपर-एक्स हर उपयोगकर्ता की जरूरतों के हिसाब से इनोवेटिव हाई क्वॉलिटी स्टोरेज सोल्यूशंस तैयार करने का प्रयास करता है. ‘3D NAND’ टेक्नोलॉजी की विशेषता वाले नए हाइपर-एक्स सेवेज एक्सो एसएसडी के साथ हाइपर-एक्स एसएसडी लाइनअप में असाधारण परफॉर्मेंस प्रॉडक्ट्स की पेशकश जारी रखी है. सेवेज एक्सो एसएसडी का वजन 56 ग्राम है. यह अधिकतम पोर्टेबिलिटी के साथ स्लिम और कॉम्पैक्ट डिजाइन में उपलब्ध है, जो इसे क्विक स्टोरेज और डेटा ट्रांसफर के लिए एकदम सही समाधान बनाता है.
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नया हाइपर-एक्स सेवेज एक्सों एसएसडी गेमिंग एप्लिकेशंस की रेंज की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किए गए पीसी गेमर्स, ओवरक्लॉकर्स और सिस्टम बिल्डर्स परफॉर्मेंस स्टोरेज सॉल्यूशन प्रदान करता है. सेवेज एक्सों एसएसडी उन उपयोगकर्ताओं के लिए आदर्श स्टोरेज है, जो गेम बैकअप्स, वीडियो एडीटिंग और अन्य स्पीड सेन्सिटिव स्टोरेज जरूरतों के लिए फास्ट, एक्सटर्नल स्टोरेज की तलाश में है.
04:02 PM IST