Nilgiri Mountain Railway: क्या आपको पता है कि भारत में एक ट्रेन ऐसी भी है, जो इतने स्लो चलती है कि इसे साइकिल पर बैठा आदमी भी पीछे छोड़ दे. हालांकि, इस ट्रेन का सफर का इतना रोमांचक और हसीन वादियों से घिरा हुआ है कि आप इसी सफर में बने रहना चाहेंगे. इस ट्रेन का नाम है 'मेट्टुपालयम ऊटी नीलगिरी पैसेंजर ट्रेन'. इसे नीलगिरी माउंटेन ट्रेन/रेलवे के नाम से भी जाना जाता है. ये ट्रेन भारत की सबसे धीमी रफ्तार से चलने वाली ट्रेन है.आइए आपको बताते हैं इस ट्रेन के बारे में सबकुछ.
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देश की सबसे धीमी ट्रेन
भारत की सबसे स्लो चलने वाली ये ट्रेन 46 किलोमीटर का सफर 5 घंटे में तय करती है. कई बार तो इसे इस सफर को पूरा करने में 6-7 घंटे भी लग जाते हैं.
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क्या है रूट
नीलगिरी माउंटेन रेलवे तमिलनाडु के मेट्टुपालयम रेलवे स्टेशन से ऊटी के उदगमंडल रेलवे स्टेशन के बीच हर रोज चलती है. इस बीच ये केलर, कुन्नूर, वेलिंगटन, लवडेल और ऊटाकामुंड स्टेशनों से होकर गुजरती है.
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वर्ल्ड हेरिटेज में है शामिल
बेहद धीमी रफ्तार से चलने वाली इस ट्रेन का नाम यूनेस्को विश्व धरोहर (UNESCO World Heritage) में भी शामिल है. मेट्टुपालयम और कुन्नूर के बीच का रास्ता सबसे सुंदर है. इस ट्रेन में यात्रा करने वाले लोग इन्हीं सुंदर प्राकृतिक स्थलों का आनंद लेने के लिए इसमें बैठते हैं.
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अंग्रेजों के जमाने की ट्रेन
आपको जानकर आश्चर्य होगा कि ये अंग्रेजों के जमाने की ट्रेन है, जिसकी शुरुआत 1899 में हुई थी. भाप के इंजन से चलने वाली ये ट्रेन खूबसूरत वादियों, ऊंचे-ऊंचे पहाड़ और घने जंगलों के बीच से होकर गुजरती है. 46 किलोमीटर की यात्रा के दौरान ये ट्रेन 16 सुरंग और 250 से ज्यादा पुल से होकर गुजरती है.
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एडवांस हो गई ट्रेन
पर्यटकों के अनुभव को बेहतर बनाते हुए, नए नीलगिरि माउंटेन रेलवे कोच में अब एलईडी लाइटिंग, चार्जिंग पॉइंट, एक सार्वजनिक घोषणा प्रणाली और बेहतर सस्पेंशन और ब्रेकिंग सिस्टम हैं, जो यात्रा के दौरान प्राकृतिक दृश्यों का आनंद लेते हुए आराम बढ़ाते हैं.
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