Startup Scam: जानिए कैसे खुलेआम हुआ था Freedom 251 स्कैम, एक झूठ को सच मान बैठा पूरा देश, लॉन्च हुआ था दुनिया का सबसे सस्ता स्मार्टफोन
Written By: अनुज मौर्या
Sun, Apr 28, 2024 02:44 PM IST
आए दिन हम किसी न किसी तरह के स्कैम (Scam) के बारे में सुनते ही रहते हैं. स्टार्टअप (Startup) की दुनिया में भारत में एक बड़ा स्कैम हुआ था, जो मोदी सरकार की तरफ से स्टार्टअप इंडिया (Startup India) की शुरुआत के महज कुछ महीनों बाद ही हुआ. हम बात कर रहे हैं Freedom 251 स्मार्टफोन की. जी हां, वही स्कैम, जिसके तहत सिर्फ 251 रुपये में स्मार्टफोन (Rs. 251 Smartphone) दिए जाने का दावा किया गया था. इस स्कैम में लाखों लोग फंस गए थे, क्योंकि ऑफर ही इतना आकर्षक था. जरा सोचिए, सिर्फ 251 रुपये में स्मार्टफोन कहां मिलता है, जबकि इस स्कैम में यही ऑफर दिया जा रहा था. कहा जा रहा था कि यह दुनिया का सबसे सस्ता स्मार्टफोन है.
1/13
करीब 8 साल पुरानी बात है ये...
2/13
विदेशी मीडिया में भी होने लगी थीं बातें
TRENDING NOW
3/13
लॉन्च इवेंट में पहुंचे भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी
जब रिंगिंग बेल्स ने अपने फ्रीडम 251 स्मार्टफोन को लॉन्च किया तो उस इवेंट में उस वक्त के रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर को बुलाए जाने की बात कही थी. हालांकि, इवेंट में वह नहीं आए और कहा गया कि किसी कैबिनेट मीटिंग की वजह से मनोहर पर्रिकर लॉन्च इवेंट में नहीं आ सके. वहीं इस इवेंट में भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी को बुलाया गया था.
4/13
शानदार लॉन्चिंग, मुफ्त में तगड़ी मार्केटिंग
धूमधाम से हुई लॉन्चिंग ने सबका ध्यान खींचा और इस फोन की देखते ही देखते मुफ्त में तगड़ी मार्केटिंग हो गई. हर टीवी-अखबार में इसकी ही चर्चा थी. इससे कुछ महीने पहले ही 15 अगस्त 2015 को पीएम मोदी ने स्टार्टअप इंडिया की शुरुआत की थी. वहीं कार्यक्रम को इस कंपनी को मालिक मोहित गोयल ने कुछ इस तरह दिखाया मानो उन्हें सरकार की मदद मिल रही हो. ये सब देखते हुए भी बहुत सारे लोग मोहित गोयल के झांसे में आ गए.
5/13
251 रुपये के प्रमोशनल प्राइस पर स्मार्टफोन
जब फ्रीडम 251 स्मार्टफोन लॉन्च हुआ तो कंपनी ने कहा कि इस फोन की कीमत 251 रुपये इसका प्रमोशनल प्राइस है. यह सिर्फ 18 फरवरी से लेकर 21 तक ही रहेगा, जिसके बाद फोन के लिए 500 रुपये चुकाने होंगे. इसे पाने के लिए यूजर्स को ऑनलाइन इसकी प्री-बुकिंग करनी थी. कंपनी ने ये साफ कर दिया था कि इसके लिए कैश ऑन डिलीवरी का ऑप्शन नहीं है. ऐसे में जो इसकी बुकिंग करना चाहता था, उसे 250 रुपये चुकाने थे.
6/13
क्रैश हुई वेबसाइट, 1.75 करोड़ प्री-ऑर्डर
शायद कंपनी को भी अंदाजा नहीं था कि उन्होंने कितना बड़ा वादा कर दिया है, क्योंकि पहले ही दिन जब लोग फोन बुक करने के लिए वेबसाइट पर आए तो वेबसाइट क्रैश हो गई. कंपनी ने जून 2016 तक 50 लाख स्मार्टफोन बेचने का टारगेट रखा था, लेकिन पहले ही दिन वेबसाइट क्रैश होने के बावजूद कंपनी को 30 हजार मोबाइल के ऑर्डर आ गए. बुकिंग बंद करते वक्त कंपनी ने दावा किया था कि उन्हें 1.75 करोड़ रुपये के प्री-ऑर्डर मिल चुके हैं.
7/13
अब बारी थी फोन डिलीवर करने की
लोगों से फ्रीडम 251 का ऑर्डर ले लेने के बाद अब बारी थी फोन डिलीवर करने की. इसी बीच कंपनी को लेकर बहुत सारी निगेटिव बातें होने लगीं, जिसके चलते कंपनी ने पहले दिन हुई 30 हजार बुकिंग करने वालों के पैसे रिफंड करने का दावा किया. कंपनी ने कहा कि अब उनसे पैसे तब लिए जाएंगे, जब बुकिंग करने वालों को मोबाइल डिलीवर कर दिया जाएगा. उसके बाद बार-बार डिलीवरी की तारीख बढ़ाई गई.
8/13
5000 मोबाइल किए डिलीवर, फिर हुई गिरफ्तारी
आखिरकार कुछ समय बाद मोहित गोयल का बयान आया कि 5000 मोबाइल उन्होंने डिलीवर कर दिए हैं और 65 हजार और मोबाइल डिलीवर करने वाले हैं. हालांकि, उसके कुछ समय बाद एक डिस्ट्रीब्यूटर की तरफ से पुलिस केस किए जाने के बाद मोहित को गिरफ्तार कर लिया गया. उस डिस्ट्रीब्यूटर ने मोहित पर फ्रॉड का आरोप लगाया था. जिन्हें फोन मिला उन्होंने भी कंपनी के खिलाफ शिकायत की, क्योंकि जिस फोन की तस्वीर बार-बार प्रमोशन के दौरान दिखाई जा रही थी, उन्हें वह फोन नहीं मिला था.
9/13
इसके बाद शुरू हुई कंपनी की जांच
10/13
'सरकार मदद करेगी, तभी दे पाएंगे स्मार्टफोन'
कुछ गिने-चुने लोगों को फोन डिलीवर करने के बाद मोहित गोयल ने कह दिया कि सरकार की मदद मिलेगी, उसके बाद ही बाकी लोगों को फोन डिलीवर हो पाएगा. 20 फरवरी 2016 को कंपनी के ऑफिस पर छापा भी मारा गया, जिसके बाद पता चला कि कंपनी ने जो प्रोडक्ट पेश किया है, उसे BIS सर्टिफिकेशन नहीं मिला था. इसके बाद कंपनी के डायरेक्टर मोहित गोयल और प्रेसिडेंट अशोक चड्ढा के खिलाफ IPC की धारा-420 के तरह के मामला दर्ज हुआ.
11/13
दिखाया ऐसे फोन का ख्वाब, जो कभी बना ही नहीं
इंडियन सेल्यूलर एसोसिएशन का कहना था कि एक असली स्मार्टफोन की कीमत कम से केम 3500 रुपये होगी, इससे कम कीमत पर स्मार्टफोन नहीं बेचा जा सका. वहीं उस वक्त आईसीए ने तत्कालीन टेलीकॉम मिनिस्टर रविशंकर प्रसाद से मामले में दखल देने को कहा. शिकायत में यह भी कहा गया था कि इस फोन की लॉन्चिंग के दौरान वहां सरकार के सीनियर मंत्री मौजूद थे.
12/13
ऐसा फोन बनाने की लागत कम से कम 2300 रुपये
13/13