भारतीय रेलवे (Indian Railways) अपने पुराने और खराब पड़े डिब्बे का बेहतर इस्तेमाल करने का कई तरह के प्रयास कर रहा है. इसी प्रयास के तहत रेलवे के साउथ वेस्ट रेलवे (SWR) अपने दो पुराने खराब हो चुके डिब्बों को स्कूल की क्लास में बदल दिया है. बच्चों और स्थानीय लोगों ने ये डिब्बे आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं.
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इन डिब्बों को स्थानीय भाषा में ‘Nali Kali’ नाम दिया गया है.
इन डिब्बों को स्थानीय भाषा में ‘Nali Kali’ नाम दिया गया है. इसका मतलब है Joyful learning. इन डिब्बों को अशोकपुरम के रेलवे कॉलोनी स्थित प्राइमरी स्कूल में रखा गया है. स्कूल के बच्चे इस नए तरह के क्लासरूम को देखकर काफी उत्साहित हैं.
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डिब्बों का इंटीरियर काफी खूबसूरत बनाया गया है
रेलवे की वर्कशॉप में इन डिब्बों के इंटीरियर और एक्सटीरियर को काफी खूबसूरत बनाया गया है. डिब्बे के बाहर के एक हिस्से पर ब्लैकबोर्ड भी बनाया गया है. डिब्बे के अंदर पंखे, लाइट और अन्य इंतजाम भी किए गए हैं.
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डिब्बे में चलाई जाएंगी क्लासें
एक डिब्बे में चौथी और पांचवी क्लास चलाई जाएगी. वहीं दूसरे डिब्बे में मीटिंग और बच्चों की एक्टीविटी कराई जाएगी. डिब्बों के बाहरी हिस्सों को हल्के हरे रंग से रंगा गया है जिससे ये इनवायरमेंट फैंडली और खूबसूरत दिखाई दे रहे हैं. डिब्बों पर वॉटर साइकल और ग्रीन इनवायरमेंट जैसी थीम बनाई गई है जिससे बच्चों को इन विशेषों के बारे में बताया जा सके.
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इन डिब्बों का किया उद्घाटन डिब्बे
इन खूसरूरत रेल डिब्बों को क्लास में बदले जाने के बाद इनका उद्घाटन SWR Women’s Organisation की अध्यक्ष सुजाता सिंह ने किया. इस मौके पर SWR, Hubballi के महाप्रबंधक अजय कुमार सिंह भी मौजूद रहे.
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डिब्बे में बायोटॉयलेट लगाए गए हैं
इन डिब्बों में बॉयो टॉयलेट भी लगाए गए हैं जिससे बच्चों को काफी सुविधा होगी. पर SWR, Hubballi के महाप्रबंधक अजय कुमार सिंह ने इस मौके पर सैंट्रल वर्कशॉप का भी दौरा किया.
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