रेलवे ने PPE kit के उत्पादन में बनाया रिकॉर्ड, कोरोना से लड़ाई हो जाएगी आसान
देश इस समय कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी covid 19 से लड़ रहा है. इस लड़ाई में भारतीय रेलवे भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है. भारतीय रेलवे के Northern Railways जोन ने एक दिन में 3000 कवरऑल (PPE kit) बना कर नया रिकॉर्ड बनाया है.
रेलवे ने एक दिन में किया पीपीई किट का रिकॉर्ड प्रोडक्शन (फाइल फोटो)
रेलवे ने एक दिन में किया पीपीई किट का रिकॉर्ड प्रोडक्शन (फाइल फोटो)
देश इस समय कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी covid 19 से लड़ रहा है. इस लड़ाई में भारतीय रेलवे भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है. भारतीय रेलवे के Northern Railways जोन ने एक दिन में 3000 कवरऑल (PPE kit) बना कर नया रिकॉर्ड बनाया है. रेल मंत्रालय ने उत्तर रेलवे को मई 2020 में 30 हजार PPE kit बनाने का लक्ष्य दिया था. इस लक्ष्य को उत्तर रेलवे के कारखानों ने 12 दिन पहले ही पूरा कर लिया. उत्तर रेलवे के CME अरुण अरोड़ा ने बताया कि उत्तर रेलवे के लिए ये बड़ी उपलब्धि है. उत्तर रेलवे अब तक 44 हजार से ज्यादा कवरऑल (PPE kit) तैयार कर चुका है. मई में 50 हजार किट और बनाने का लक्ष्य रखा गया है. रेलवे बाजार से लगभग आधे दामों पर ये किटें तैयार कर रहा है. इसके अलावा हैंड सेनेटाइजर और मास्क भी तैयार किए जा रहे हैं.
DRDO ने दी मंजूरी
कोरोना वायरस (coronavirus outbreak in India) covid 19 के संक्रमण को रोकने के लिए देश के डॉक्टर हर संभव प्रयास कर रहे हैं. डॉक्टरों की मदद के लिए भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने अपनी वर्कशॉप में बड़े पैमाने पर व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (PPE) बनाने का फैसला लिया है. उत्तर रेलवे को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) से पीपीई को बनाने की मंजूरी मिल चुकी है.
डॉक्टर और मेडिकल स्टॉफ को मिलेगी मदद
PPE रेलवे सहित अन्य अस्पतालों में कोरोना वायरस के इलाज में लगे रेलवे चिकित्सकों और अस्पताल के कर्मचारियों को आवश्यक सुरक्षा उपलब्ध करायेगा. रेलवे ने एक बयान में कहा, रेलवे के चिकित्सकों और पैरामेडिक्स के लिए हर रोज इस तरह के एक हजार सुरक्षा उपकरण बनाने के लिए रेलवे में आवश्यक प्रबंध किये जा रहे है.
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कोरोना मे इलाज में लगे डॉक्टरों को रेलवे देगा PPE
रेलवे कोरोना के इलाज में लगे देश के अन्य डॉक्टरों को भी 50 प्रतिशत PPE कपड़ों की आपूर्ति करने पर विचार कर रहा है. इन सभी के लिए जगाधरी से सामग्री खरीदी जा रही है जो पंजाब में कई बड़े कपड़ा उद्योगों के करीब स्थित है. यमुनानगर स्थित विक्रेता से कच्चे माल का स्रोत तय करने का निर्णय लिया गया है और इसे कपड़ा मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है. बयान में कहा गया है, ‘‘आने वाले दिनों में, उत्पादन सुविधाओं में और तेजी आ सकती है. कोरोना वायरस से निपटने में लगी अन्य सरकारी एजेंसियों द्वारा भारतीय रेलवे के इस कदम का स्वागत किया जा रहा है.
रेलवे ने 2500 से अधिक कोचों को आइसोलेशन वार्ड में बदला
भारतीय रेलवे भी कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में पूरी शिद्दत के साथ जुटी हुई है. रेलवे ने 2500 से ज्यादा कोचों को कोरोना वायरस संदिग्ध के लिए आइसोलेशन वार्ड में तब्दील कर दिया है. यानी इन 2500 कोचों में 40 हजार आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं. वहीं रेलवे अभी 5000 कोचों को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील करने में जुटा है, जिसमें अब तक 2500 कोचों को कोरोना संदिग्धों के लिए आइसोलेशन वार्ड में तब्दील कर दिया गया है. इस तरह भारतीय रेलवे एक दिन में औसतन 375 कोच को आइसोलेशन वार्ड में बदल रहा है.
05:31 PM IST