Mutual Fund निवेशकों के लिए SIP की तरह निवेश का एक तरीका STP यानी सिस्टमैटिक ट्रांसफर प्लान भी है. दरअसल, STP में निवेशक एकमुश्त अमाउंट किसी म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेश करते हैं और उसके बाद एक रेगुलर इंटरवल पर उसे डेट से इक्विटी या इक्विटी से डेट स्कीम्स में ट्रांसफर करते हैं. साधारण शब्दों में समझें तो STP एक ऐसी SIP है, जो एक म्यूचुअल फंड से दूसरे म्यूचुअल फंड में की जाती है. आइए जानते हैं इसके 5 फायदे...
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रिस्क मैनेजमेंट
STP रिस्क मैनेजमेंट में मददगार होता है. अगर इक्विटी में रिस्क बढ़ रहा है तो इसे डेट में ट्रांसफर कर मैनेज किया जा सकता है.
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फ्लैक्सिबिलिटी
STP के जरिए इन्वेस्टमेंट की फ्लैक्सिबिलिटी होती है. इसके जरिए आप एक स्कीम से दूसरी स्कीम में निवेश ट्रांसफर कर सकते हैं.
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रूपी कॉस्ट एवरेजिंग
STP में निवेशकों को रूपी कॉस्ट एवरेजिंग का फायदा होता है.
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एसेट एलोकेशन
STP के जरिए मार्केट की स्थिति के आधार पर एसेट एलोकेशन करना आसान और सिस्टमैटिक होता है.
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टैक्स प्लानिंग
STP के जरिए म्यूचुअल फंड की अलग-अलग कैटेगरी पर टैक्स देनदारी का प्रबंधन किया जा सकता है.
(डिस्क्लेमर: यह डीटेल बीपीएन फिनकैप के डायरेक्टर एके निगम से बातचीत पर आधारित है.)
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