NFO: नए फ्लेक्सी कैप फंड में कमाई का मौका; ₹1000 से शुरू कर सकते हैं निवेश, जानें डीटेल
Mutual Fund NFO: एसेट मैनेजमेंट कंपनी 360 वन म्यूचुअल फंड ने इक्विटी कैटेगरी में 360 वन फ्लेक्सी कैप फंड (360 ONE Flexicap Fund) लॉन्च किया है. NFO 12 जून से सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है.
(Representational)
(Representational)
Mutual Fund NFO: एसेट मैनेजमेंट कंपनी 360 वन म्यूचुअल फंड (360 ONE Mutual Fund Formerly Known as IIFL Mutual Fund) ने इक्विटी कैटेगरी में 360 वन फ्लेक्सी कैप फंड (360 ONE Flexicap Fund) लॉन्च किया है. NFO 12 जून से सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है और 26 जून 2023 को बंद होगा. फ्लेक्सी कैप स्कीम्स में फंड हाउस लार्ज कैप, मिड कैप, स्मॉल कैप तीनों कैटेगरी की कंपनियों में निवेश करते हैं. ये एक ओपन एंडेड डायनेमिक इक्विटी स्कीम हैं. इसका मतलब कि आप इस स्कीम से जब चाहे बाहर निकल सकते हैं. इसका बेंचमार्क इंडेक्स S&P BSE 500 TRI है.
₹1000 मिनिमम निवेश
360 वन फ्लेक्सी कैप फंड में न्यूनतम निवेश 1000 रुपये और उसके बाद 1 रुपये के मल्टीपल में किया जा सकता है. स्कीम में 1 फीसदी का एग्जिट लो केवल तभी लागू होता है, जब स्कीम से आवंटन की तारीख से 365 दिन के भीतर बाहर निकलते हैं. इस स्कीम में निवेशक SIP के जरिए भी निवेश कर सकते हैं. वीकली, फोर्टनाइटली, मंथली और क्वार्टली एसआईपी का ऑप्शन है.
दरअसल, फ्लेक्सी-कैप फंड में फंड मैनेजर के पास निवेशकों के निवेश पर बेहतर रिटर्न दिलाने के लिए किसी भी कैटेगरी की कंपनी के स्टॉक चुनने की आजादी होती है. इसमें फंड मैनेजर के सामने निश्चित मार्केट कैपिटलाइजेशन की कंपनियों की बाध्यता नहीं होती है. इससे फंड मैनेजर को डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो बनाने में मदद मिलती है.
लंबी अवधि में वेल्थ क्रिएशन
TRENDING NOW
360 वन म्यूचुअल फंड के मुताबिक, यह स्कीम उन निवेशकों के लिए बेहतर ऑप्शन है, जो लॉन्ग टर्म में कैपिटल एप्रिसिएशन चाहते हैं. इसमें निवेशकों को सभी मार्केट कैप वाले इक्विटी और इक्विटी रिलेटेड इन्स्ट्रूमेंट्स में निवेश का मौका मिलेगा.
फ्लेक्सी कैप फंड्स की बड़ी खासियत यह है कि मार्केट के ट्रेंड के मुताबिक फंड मैनेजर फंड को स्विच कर सकता है. इस तरह अगर लॉर्ज कैप बेहतर चल रहा है, तो फंड मैनेजर लॉर्ज कैप में चला जाता है. वहीं, अगर मिडकैप चल रहे होते हैं, तो मिडकैप में निवेश करता है. इससे यह होता है कि निवेशक का रिटर्न बेहतर रहता है. हालांकि, इसमें एक्सपेंश रेश्यो थोड़ा ज्यादा हो सकता है.इस कैटेगरी का इक्विटी में कम से कम 65 फीसदी निवेश होता है.
(डिस्क्लेमर: म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. यहां सिर्फ NFO की डीटेल दी गई है. ये निवेश की सलाह नहीं है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
01:06 PM IST