Car Loan: रेपो रेट बढ़ने के बाद कितनी बढ़ जाएगी EMI, 5 साल के लिए ₹5 लाख के लोन पर देखें कैलकुलेशन
Car Loan EMI Calculation: रिजर्व बैंक (RBI) ने एक बार फिर रेपो रेट में बढ़ोतरी की है. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांता दास ने बुधवार को मॉनेटरी पॉलिसी का एलान करते हुए रेपो रेट में 0.25 फीसदी बढ़ोतरी की है. इस बढ़ोतरी के बाद रेपो रेट बढ़कर 6.50 फीसदी हो गया है. मई 2022 से यह लगातार छठीं बढ़ोतरी है.
(Representational Image)
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Car Loan EMI Calculation: रिजर्व बैंक (RBI) ने एक बार फिर रेपो रेट में बढ़ोतरी की है. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांता दास ने बुधवार को मॉनेटरी पॉलिसी का एलान करते हुए रेपो रेट में 0.25 फीसदी बढ़ोतरी की है. इस बढ़ोतरी के बाद रेपो रेट बढ़कर 6.50 फीसदी हो गया है. मई 2022 से यह लगातार छठीं बढ़ोतरी है. रेपो रेट में 2.50 फीसदी का इजाफा हो चुका है. रेपो रेट बढ़ने से होम लोन (Home Loan), कार लोन (Car Loan), पर्सनल लोन (Personal Loan) की ईएमआई (EMI) बढ़ना तय है. रिजर्व बैंक के इस फैसले के बाद बैंक भी कर्ज महंगा करना शुरू कर देंगे. आइए Loan EMI Calculator से जानते हैं कि अगर आपने 5 साल के लिए कार लोन (Car Loan) लेते हैं, तो ब्याज दरें बढ़ने के बाद उसकी नई EMI कितनी होगी.
Car Loan: ₹5 लाख, टेन्योर: 5 साल
अगर आपने कार लोन लिया है या लेने का प्लान बना रहे हैं, तो रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद इसमें लोन की EMI बढ़ जाएगी. अगर यह मान लें कि RBI ने रेपो रेट में जितनी बढ़ोतरी की है, बैंक कार लोन की शुरुआती ब्याज दरों में उतनी ही बढ़ोतरी करते हैं, तो कैलकुलेशन से समझते हैं कि ईएमआई कितनी बढ़ जाएगी. देश का सबसे बड़ा बैंक SBI की अभी नई कार के लिए लोन की शुरुआती ब्याज दर 8.55 फीसदी है. अगर इसमें 0.25 फीसदी का इजाफा होता है, तो शुरुआती ब्याज दर बढ़कर 8.80 फीसदी हो जाएगी. अब 5 साल के लिए 5 लाख के कार लोन पर कैलकुलेशन देखें
मौजूदा | नया (संभावित) | बढ़ोतरी | |
ब्याज दर | 8.55% | 8.80% | 0.25% |
EMI | ₹10,270 | ₹10,331 | ₹61 |
(यह कैलकुलेशन SBI Loan EMI Calculator पर आधारित है.)
महंगी EMI से राहत की भी उम्मीद
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RBI गवर्नर शक्तिकांत दास का मानना है कि आने वाले सीजन में इकोनॉमी और महंगाई के लिए कुछ अच्छे संकेत हैं. इससे इशारा मिल रहा है कि आने वाली मॉनटरी पॉलिसी में ब्याज दरों को स्थिर रखा जा सकता है. साथ ही अगर अगली दो तिमाही ठीक रहती हैं तो ब्याज दरों को नीचे भी लाया जा सकता है. आरबीआई का मानना है कि खुदरा महंगाई दर में कमी आएगी. उन्होंने अगले वित्त वर्ष में महंगाई दर 5.3 फीसदी के करीब लाने का लक्ष्य है. अगर ऐसा हुआ आने वाले महीनों में EMI में कुछ राहत संभव है.
बता दें, RBI MPC मीटिंग हर दो महीने में होती है. साल 2023 में पहली MPC मीटिंग 6-8 फरवरी के बीच हुई. अब अगली मीटिंग 3-6 अप्रैल, 2023 को होगी. बता दें कि MPC मीटिंग में 6 सदस्य होते हैं, जो ब्याज दरों के बढ़ाने या घटाने पर मत देते हैं. 6 सदस्यीय टीम की अध्यक्षता RBI गवर्नर शक्तिकांत दास करते हैं.
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11:56 AM IST