Health Insurance खरीदना क्यों जरूरी होता है? मेडिकल खर्च से मिलेगी मुक्ति और Tax में भारी बचत
अगर आपके पास पर्याप्त Health Insurance कवरेज है तो भारी-भरकम मेडिकल खर्च से बच जाते हैं. इसके अलावा प्रीमियम जमा करने पर सेक्शन 80डी के तहत 1 लाख रुपए तक टैक्स में छूट मिलती है.
Health Insurance: कोरोना महामारी आने के बाद हेल्थ इंश्योरेंस के प्रति लोगों का नजरिया और उनकी मानसिकता, दोनों बदली है. ज्यादातर मेडिकल इंश्योरेंस में कैशलेस बेनिफिट मिलता है. चूंकि मेडिकल खर्च बहुत ज्यादा बढ़ गया है ऐसे में अपने और परिवार की सुरक्षा के लिए हेल्थ इंश्योरेंस लेना बहुत जरूरी होता है. इस पॉलिसी को खरीदने से आपको डबल बेनिफिट मिलता है. पहला आपका मेडिकल कॉस्ट घट जाता है और दूसरा टैक्स बचाने में मदद मिलती है. अगर आपके पास पर्याप्त कवरेज है तो आप निश्चिंत होकर अपना जीवन गुजार सकते हैं.
क्रिटिकल इलनेस कवर अलग से खरीदें
बजाज कैपिटल के ग्रुप डायरेक्टर, फाइनेंशियल वेलबीइंग, अनिल चोपड़ा ने कहा कि अगर कोई गंभीर बीमारी से पीड़ित है तो क्रीटिकल केयर इंश्योरेंस पॉलिसी भी है. क्रिटिकल इलनेस प्लान में गंभीर बीमारियां कवर की जाती हैं. इसके दायरे में कैंसर, दिल का दौरा, किडनी की बीमारी आदि शामिल होती है. उनका कहना है कि क्रिटिकल इलनेस प्लान अलग से लें. इसमें क्रिटिकल इलनेस राइडर और स्टैंडअलोन पॉलिसी मौजूद हैं. क्रिटिकल इलनेस राइडर में लिमिटिड बीमारियां कवर होती हैं. वहीं, स्टैंडअलोन पॉलिसी एक कॉम्प्रेहेंसिव प्लान है. इसमें बीमारी के पता चलने पर मिलती है एकमुश्त रकम मिलती है.
किनके लिए क्रिटिकल इलनेस कवर और ज्यादा जरूरी?
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अनिल चोपड़ा ने कहा कि आज की तारीख में क्रिटिकल बीमारियां जिस तरह बढ़ रही हैं, उसके कारण यह प्लान अलग से लेना जरूरी हो गया है. अगर घर में सिंगल कमाने वाला है तो यह प्लान अत्यधिक जरूरी है. फैमिली हिस्ट्री में गंभीर बीमारी है तो इसे हर हाल में लें. अगर आपका लाइफ स्टाइल ठीक नहीं है और मेट्रो शहर में रहते हैं तो इस प्लान को जरूर खरीदें. इस पॉलिसी के लिए 90 दिन का वेटिंग पीरियड होता है.
सेक्शन 80डी के तहत मिलती है छूट
हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने पर सेक्शन 80D के तहत डिडक्शन का लाभ मिलता है. सेल्फ, स्पाउस, बच्चे और पैरेंट के लिए हेल्थ इंश्योरेंस खरीदने पर प्रीमियम पर सेक्शन 80 डी के तहत डिडक्शन का लाभ मिलेगा. प्रीमियम पेमेंट कैश में करना जरूरी है. 5000 रुपए तक प्रिवेंटिव हेल्थकेयर चेकअप पर भी डिडक्शन मिलता है. अगर पैरेंट की उम्र 60 साल से ज्यादा है तो उनके ऊपर जो मेडिकल एक्सपेंडिचर होगा, उसपर भी डिडक्शन का लाभ मिलता है.
मेडिकल पॉलिसी खरीदने पर 1 लाख तक छूट
सेल्फ, स्पाउस और डिपेंडेंट चिल्ड्रन के लिए मेडिकल पॉलिसी खरीदने पर सेक्शन 80डी के तहत 25 हजार रुपए तक डिडक्शन का लाभ मिलता है. पैरेंट्स के लिए अलग से 25 हजार का बेनिफिट मिलता है. इस तरह कुल छूट 50 हजार रुपए हो जाती है. अगर पैरेंट्स सीनियर सिटीजन है तो यह छूट 50 हजार रुपए हो जाती है. इस तरह छूट की राशि 75 हजार रुपए हो जाती है. अगर सेल्फ और स्पाउस 60 साल से ज्यादा हैं तो दोनों पॉलिसी के प्रीमियम पर 50-50 हजार की छूट मिलती है. इस तरह छूट की कुल राशि 1 लाख रुपए हो जाती है.
09:23 PM IST