इंडिया पोस्ट के पेमेंट बैंक में होंगे तीन तरह के सेविंग एकाउंट, जानिए कौन है बेहतर
इंडिया पोस्ट तीन तरह के जीरो बैलेंस सेविंग एकाउंट की पेशकश कर रहा है. ये खाते हैं - डिजिटल सेविंग एकाउंट, बेसिक सेविंग एकाउंट, रेग्युलर सेविंग एकाउंट.
भारतीय डाक की पेमेंट बैंकिंग सेवा से ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को लाभ होगा.
भारतीय डाक की पेमेंट बैंकिंग सेवा से ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को लाभ होगा.
भारतीय डाक के इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (आईपीपीबी) ने पिछले महीने से काम शुरू कर दिया है. इंडिया पोस्ट तीन तरह के जीरो बैलेंस सेविंग एकाउंट की पेशकश कर रहा है, जिसमें कई तरह के फायदे दिए जा रहे हैं. इन फायदों में डोरस्टेप बैंकिंग के साथ ही असीमित निकासी और जमा की सुवाधाएं शामिल हैं. ये खाते हैं - डिजिटल सेविंग एकाउंट, बेसिक सेविंग एकाउंट, रेग्युलर सेविंग एकाउंट.
इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के सभी तीन बचत खातों में कई फीचर्स और लाभ कॉमन हैं. जैसे सभी खातों पर चार प्रतिशत ब्याज दर है और कोई मिनिमम बैलेंस नहीं रखना है. आरबीआई के नियमों के अनुसार सभी पेमेंट बैंक खातों में एक लाख रुपये से अधिक नहीं रखा जा सकता, लेकिन पोस्ट ऑफिस के बैंक खातों में एक लाख से अधिक की राशि भी ट्रांसफर की जा सकती है.
इनमें से किसी भी बचत खातों में ज्वाइंट एकाउंट नहीं खोला जा सकता. किसी भी खाताधारक को चेक बुक, डेबिट कार्ड या एटीएम कार्ड नहीं मिलेगा. बल्कि सभी को एक क्यूआर कार्ड दिया जाएगा, जिससे इन तीनों के फायदे लिए जा सकते हैं. तीनों तरह के खातों की कुछ विशेषताएं इस तरह हैं, जिनके आधार पर आप तय कर सकते हैं कि आपके लिए कौन सा खाता बेहतर है -
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डिजिटल सेविंग एकाउंट:
अगर आपके पास पोस्ट आफिस जाकर खाता खोलने का समय नहीं है, या आप पोस्ट ऑफिस की लाइन में समय खराब करना नहीं चाहते तो आप आईपीपीबी ऐप डाउनलोड कर सकते हैं और इस ऐप की मदद से बिना किसी कागजी कार्रवाई के तुरंत डिजिटल सेविंग एकाउंट खोला जा सकता है.
इसके लिए पैन कार्ड नंबर और आधार कार्ड नंबर जरूरी हैं. दोनों नंबर फीड करने के बाद इस कार्ड से लिंक मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा. ओटीपी नंबर डालते ही बैंक एकाउंट तुरंत खुल जाएगा.
हालांकि डिजिटल सेविंग एकाउंट सिर्फ 12 महीने के लिए वैध है. खात खोलने के एक साल के भीतर आपको खाते के लिए बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन पूरा करना होगा, जिसके बाद आपका खाता रेग्युलर सेविंग एकाउंट में बदल जाएगा. 18 वर्ष से कम को लोग डिजिटल सेविंग एकाउंट नहीं खोल सकते हैं. इसके अलावा एक साल में आपका कुल डिपॉजिट दो लाख रुपये से अधिक नहीं हो सकता.
बेसिक सेविंग एकाउंट:
बेसिक सेविंग एकाउंट में दो लाख की सीमा लागू नहीं है, लेकिन आपके खाते में बैलेंस एक लाख रुपये से अधिक नहीं हो सकता. इस खाते में आपको मोबाइल बैंकिंग और क्यूआर कार्ड का लाभ भी मिलेगा. अगर आपका पोस्ट ऑफिस खाता इससे लिंक है तो अतिरिक्त राशि उसमें ट्रांसफर कर दी जाएगी. इस खाते में आप जितनी बार चाहें डिपॉजिट कर सकते हैं, लेकिन चार बार से ज्यादा पैसे निकाले नहीं जा सकते. खाता खोलने के साथ ही इसमें कोई धन जमा करना जरूरी नहीं और मिनिमम बैलेंस मैंटेन करना भी जरूरी नहीं.
रेग्युलर सेविंग एकाउंट:
तीनों बचत खातों की तुलना करें तो रेग्युलर सेविंग एकाउंट में सबसे अधिक फायदे मिलते हैं. जैसे ही खाता खुलेगा आपको क्यूआर कार्ड मिलेगा, जिससे आप पेमेंट कर सकते हैं और कैश भी निकाल सकते हैं. यहां तक कि 10 साल से अधिक उम्र का कोई भी व्यक्ति रेग्युलर सेविंग एकाउंट खोल सकता है, हालांकि इसके लिए पैन कार्ड, आधार कार्ड और बायोमेट्रिक वैरिफिकेशन होना जरूरी है. इस खाते में निकासी या जमा की कोई सीमा नहीं है, हालांकि खाते में अधिकतम जमा की सीमा एक लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए.
01:30 PM IST