आ गया CIBIL Score सुधारने का मौका! ये तरीके अपना लेंगे तो चोट नहीं खाएंगे, Loan भी झट से मिल जाएगा
ज्यादातर कंपनियां या बैंक इसके लिए 450-500 रुपए तका चार्ज करती हैं. एक बार की ऑथेंटिकेशन प्रक्रिया के सफल होने के बाद आप सिबिल स्कोर और रिपोर्ट डाउनलोड कर सकते हैं. इसे आपके ई-मेल पर भी भेजा जाता है.
सबसे पहले सिबिल स्कोर प्रभावित होने के कारण का पता लगाएं.
सबसे पहले सिबिल स्कोर प्रभावित होने के कारण का पता लगाएं.
अगर आपका सिबिल स्कोर प्रभावित हुआ है तो इसे सुधारने की दिशा में आपको गंभीरता से सोचना चाहिए. क्योंकि, सिबिल स्कोर नहीं सुधरा तो भविष्य में आपको कर्ज (Loan) लेने में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. अब सवाल उठता है कि बिगड़े सिबिल स्कोर (Cibil Score) को सुधारने के तरीके क्या हैं? और इसे कैसे दुरुस्त रखा जा सकता है. आइए, ऐसे ही तरीके बताएंगे जिससे आप अपने सिबिल स्कोर को सुधार सकते हैं.
मंगवानी चाहिए सिबिल रिपोर्ट
सबसे पहले सिबिल स्कोर प्रभावित होने के कारण का पता लगाएं. इसके लिए आपको सिबिल रिपोर्ट मंगवानी चाहिए. सिबिल रिपोर्ट के लिए आपको ऑथेंटिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन फॉर्म भरना होगा. ज्यादातर कंपनियां या बैंक इसके लिए 450-500 रुपए तका चार्ज करती हैं. एक बार की ऑथेंटिकेशन प्रक्रिया के सफल होने के बाद आप सिबिल स्कोर और रिपोर्ट डाउनलोड कर सकते हैं. इसे आपके ई-मेल पर भी भेजा जाता है.
कहां होती है सिबिल स्कोर में गड़बड़ी?
आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में बैंक खाता, लोन और क्रेडिट कार्ड (Credit Card) की पूरी जानकारी होती है. अगर सिबिल स्कोर में आपकी पहचान और खातों से जुड़ी जानकारियां सही हैं तो ‘डीपीडी’ यानि क्रेडिट कार्ड के बिल या किसी लोन के भुगतान में कितने दिनों का विलंब हुआ है इस पर गौर करें. डीपीडी बताता है कि किसी खास महीने में आपने क्रेडिट कार्ड के बकाए या लोन की EMI के भुगतान में कितने दिन की देरी की है. अगर यह ‘000’ से अधिक है तो आपका सिबिल स्कोर प्रभावित होता है. इसके अलावा ‘रिटेन-ऑफ’ या ‘सेटल्ड‘ के नीचे लिखी जानकारी यह बताती है कि आपने बीते दिनों कहां-कहां डिफॉल्ट किया है और सिबिल स्कोर के घटने की प्राथमिक वजह भी यही होती है.
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अगर गलत है सिबिल स्कोर तो क्या करें?
बैंक आपके लोन अकाउंट या क्रेडिट कार्ड से जुड़ी जानकारियां सिबिल को भेजते हैं और कभी-कभार रिपोर्टिंग की प्रक्रिया में गलतियां भी होती हैं. बैंकों की इन गलतियों के कारण भी आपका क्रेडिट स्कोर घट जाता है. सिबिल स्कोर में कभी-कभार ऐसा देखने में आता है कि जो लोन आपने चुका दिया है वह भी बकाया प्रदर्शित होता है या फिर अपर्याप्त अकाउंट बैलेंस दिखाता है.
डिस्प्यूट फॉर्म जरूर भरें
ऐसे मामलों में आप सिबिल की वेबसाइट पर डिस्प्यूट रिक्वेस्ट फॉर्म भरकर अपना पक्ष रख सकते हैं. सिबिल का डिस्प्यूट रिजॉल्यूशन सेल इस पर विचार करेगा और किसी विशेष लोन अकाउंट के मामले में संबंधित कर्जदाता से संपर्क करेगा. सिबिल स्कोर में हुई गलती को ठीक करने में लगभग 30 दिन लगते हैं.
पहचान चोरी होने का खतरा
कुछ गंभीर गलतियां भी होती हैं, जैसे आपने कोई लोन लिया ही नहीं और सिबिल रिपोर्ट में वह बकाया प्रदर्शित हो रहा है. यह पहचान चोरी होने का मामला हो सकता है. ऐसे मामलों पर नजर पड़ते ही सिबिल को सूचित किया जाना चाहिए. सिबिल भी ऐसे मामलों को तरजीही तौर पर देखता है.
कहां करनी चाहिए शिकायत
इस संदर्भ में बैंक के नोडल अफसर के पास लिखित शिकायत भी करें कि या तो बैंक गलती सुधारे या फिर उस गलत एन्ट्री के बारे में पूरा विवरण दे. अगर सिबिल या बैंक आपके निवेदन पर 30 दिनों तक कोई रेस्पांस नहीं देते हैं तो आप इसकी शिकायत बैंक लोकपाल से www.bankingombudsman.rbi.org.in कीजिए.
गलतियों से बचने के लिए क्या करें?
सिबिल स्कोर की गलतियां सुधरने के बाद यह तय कर लें कि आप क्रेडिट कार्ड के बिल और लोन की ईएमआई का भुगतान समय पर करेंगे. कभी भी नए क्रेडिट कार्ड या लोन के लिए काफी सोच-समझ कर ही आवेदन करें. इन सब की बदौलत आपका सिबिल स्कोर दुरुस्त रहेगा और भविष्य में लोन लेने में कोई परेशानी नहीं होगी.
02:59 PM IST