बैंक RD Vs म्यूचुअल फंड SIP : जानिए क्या हैं निवेश के फायदे?
कुछ लोग छोटी-छोटी बचत से बड़ा कॉर्पस तैयार करने में विश्वास रखते हैं. ये लोग इसके लिए हर महीने थोड़ी-थोड़ी बचत करते हैं. कुछ लोग इन पैसों को RD यानि रिकरिंग डिपोजिट में डालते हैं तो कुछ लोग म्यूचुअल फंड में SIP के जरिये निवेश करते हैं.
'जी बिजनेस' के खास कार्यक्रम 'मनी गुरु' में आज हो रही है बैंक RD Vs म्यूचुअल फंड SIP मुद्दे पर बात.
'जी बिजनेस' के खास कार्यक्रम 'मनी गुरु' में आज हो रही है बैंक RD Vs म्यूचुअल फंड SIP मुद्दे पर बात.
कुछ लोग छोटी-छोटी बचत से बड़ा कॉर्पस तैयार करने में विश्वास रखते हैं. ये लोग इसके लिए हर महीने थोड़ी-थोड़ी बचत करते हैं. कुछ लोग इन पैसों को RD यानि रिकरिंग डिपोजिट में डालते हैं तो कुछ लोग म्यूचुअल फंड में SIP के जरिये निवेश करते हैं. तो आज 'मनी गुरु' में हम बैंक RD vs म्यूचुअल फंड की बात करने वाले हैं. तो क्या है बेहतर? बैंक RD या म्यूचुअल फंड SIP? कहां निवेश से आपको मिलेगा ज्यादा फायदा? क्या है RD और म्यूचुअल फंड SIP में फर्क.
'जी बिजनेस' के खास कार्यक्रम 'मनी गुरु' में आज हो रही है इसी मुद्दे पर बात. बैंक RD या म्यूचुअल फंड SIP-कौन है बेहतर, इसके बारे में बताएंगे-एसेल वेल्थ सर्विसेज के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और CEO ब्रिजेश परनामी.
बचत का फायदा
> हर किसी को बचत और निवेश की आदत डालनी चाहिए
> अपनी जरूरतों और लक्ष्यों की खातिर बचत-निवेश जरूरी
> RD, FD और SIPs के जरिये कर सकते हैं बचत
> इन विकल्पों के जरिये छोटी-छोटी रकम का निवेश संभव
> RD, FD में मासिक, तय अवधि का निवेश होता है
> SIP से साप्ताहिक, मासिक, तिमाही, छमाही निवेश
TRENDING NOW
क्या है रिकरिंग डिपॉजिट (RD)?
> यह फिक्स्ड डिपॉजिट और डेट श्रेणी का निवेश है
> RD बैंक, पोस्ट ऑफिस में खोली जा सकती है
> इसमें हर महीने एक निश्चित रकम जमा करते हैं
> एक निश्चित दर से निवेशक को ब्याज मिलता है
> सेविंग अकाउंट के साथ RD भी खोल सकते हैं
SIP क्या है?
> SIP यानि सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान
> यह म्यूचुअल फंड में निवेश का एक विकल्प है
> इसके जरिये छोटी रकम फंड में निवेश करते हैं
> साप्ताहिक, मासिक, तिमाही स्तर पर निवेश
> निवेशक सुविधानुसार SIP चुन सकता है
> डेट, इक्विटी में से चुनने का होता है विकल्प
> इसमें बैंक FD,RD की तरह तय रिटर्न नहीं
म्यूचुअल फंड SIP पर रिटर्न
> म्यूचुअल फंड SIP में रिटर्न फिक्स नहीं होता है
> म्यूचुअल फंड SIPs मार्केट लिंक्ड होती हैं
> इक्विटी MF का 10 सालों में औसत सालाना रिटर्न 12%-14%
> डेट म्यूचुअल फंड का औसत सालाना रिटर्न 8%-9% रहा है
रिकरिंग डिपॉजिट (RD) पर रिटर्न
> रिकरिंग डिपॉजिट पर रिटर्न तय होता है
> RD पर ब्याज निवेशकों को पता होता है
> इसकी जानकारी उन्हें पहले ही दे दी जाती है
> RD में निवेश शुरू करते वक्त बताया जाता है
म्यूचुअल फंड SIP में जोखिम
> SIP के जरिये म्यूचुअल फंड में निवेश होता है
> यह मार्केट से लिंक्ड होता है तो जोखिम रहता है
> इसका रिटर्न बाजार के प्रदर्शन पर निर्भर रहता है
> इसमें निवेशित जमा पूंजी डूबने का खतरा भी है
> रिस्क प्रोफाइल के आधार पर निवेश होता है सही
> इससे जोखिम कम करने में मदद मिलती है
रिकरिंग डिपॉजिट (RD) में जोखिम
> RD में निवेश से कोई जोखिम नहीं
> RD सुरक्षित डेट निवेश का एक प्रोडक्ट है
> यह बैंक, पोस्ट ऑफिस में डिपॉजिट होता है
> इसमें किसी भी तरह का मार्केट रिस्क नहीं है
> इसमें जमा पूंजी डूबने का खतरा भी नहीं है
एग्जिट लोड
> बचत के दोनों ही विकल्पों में एग्जिट लोड है
> SIPs में जहां एग्जिट लोड होता है
> RD में प्री-मैच्योरिटी निकासी चार्ज
> चार्ज कितना होगा, ये बैंक/स्कीम पर निर्भर
रिकरिंग डिपॉजिट (RD) पर टैक्स देनदारी
> RD पर मिलने वाला ब्याज टैक्सेबल होता है
> RD से ब्याज अगर 10,000 रुपए से ज्यादा है
> ऐसे में इस पर आपको TDS भी देना होगा
म्यूचुअल फंड SIP पर टैक्स देनदारी
> SIP से म्यूचुअल फंड में निवेश भी टैक्सेबल होता है
> होल्डिंग पीरियड, स्कीम के हिसाब से ही टैक्स लगता है
> टैक्सेशन के लिए हर SIP एक नया निवेश होता है
> होने वाले मुनाफे पर टैक्स गणना अलग-अलग होती है
किन लक्ष्यों के लिए करें निवेश?
> म्यूचुअल फंड SIP में आपके लिए कहां निवेश करना होगा फायदेमंद?
> ये लक्ष्यों, अवधि और रिस्क प्रोफाइल पर निर्भर
> लंबी अवधि के लिए निवेश कर रहे हैं
> इक्विटी MF में निवेश है सबसे मुफीद
> ज्यादा रिटर्न मिलने की संभावना रहती है
> रिकरिंग डिपॉजिट (RD) में RD एक डेट इन्वेस्टमेंट है
> छोटी अवधि के लिए निवेश होता है
> अच्छे पोर्टफोलियो में दोनों का सटीक मिश्रण हो
> पोर्टफोलियो में डेट की हिस्सेदारी 30% बेहतर
> इक्विटी में निवेश भी 50% ज्यादा सटीक
> ये हिस्सेदारी लक्ष्यों, रिस्क प्रोफाइल पर भी निर्भर
RD Vs म्यूचुअल फंड SIP
> बैंक RD हो चाहे म्यूचुअल फंड SIP, दोनों ही अच्छे
> निवेश कहां करें? ये लक्ष्यों, जोखिम क्षमता, अवधि पर निर्भर
> निवेशक के लक्ष्य लंबी अवधि के, कुछ जोखिम उठा सकते हैं
> ऐसे में म्यूचुअल फंड में SIP शुरू करना सबसे बेहतर है
> अगर निवेशक के लक्ष्य छोटी अवधि के हैं
> ऐसे में RD में निवेश सबसे बेहतर विकल्प है
कौन-सा विकल्प सबसे अच्छा?
> RD के मुकाबले म्यूचुअल फंड में SIP ज्यादा बेहतर
> SIP से निवेश काफी आसान और लचीला होता है
> आप जब चाहें म्यूचुअल फंड में SIP रोक सकते हैं
> RD के मैच्योर होने से पहले अगर निवेश रोका
> ऐसे में आपको तय रिटर्न मिलना मुश्किल होता है
#LIVE | जानिए बैंक RD और म्युचूअल फंड SIP में फर्क #MoneyGuru में @pallavi_nagpal के साथ। https://t.co/PTa5jZmyrG
— Zee Business (@ZeeBusiness) June 20, 2019
बचत के फायदे
> बचत करना एक अच्छी आदत
> बचत तब ज्यादा अच्छी जब अच्छा रिटर्न मिले
> बैंक RD और म्यूचुअल फंड में SIP दो अच्छे विकल्प
> नियमित रकम नियमित अवधि पर निवेश करते हैं
> दोनों की अपनी अपनी खूबियां, और सीमाएं हैं
> दोनों में ही अवधि एक अहम भूमिका अदा करती है
> विकल्प का चुनाव कई चीजों पर किया जा सकता है
> रिटर्न से उम्मीद, जोखिम क्षमता पर ध्यान देना जरूरी
> निवेश से निकलना, टैक्स वगैरह पर भी गौर करना जरूरी
RD Vs म्युचुअल फंड SIP से निकासी
> बैंक RD में मैच्योरिटी से पहले निकलने पर पेनल्टी
> म्यूचुअल फंड में SIP कभी भी बंद कर सकते हैं
> स्कीम से कभी भी रकम निकाल सकते हैं
> स्कीम से निकलने पर कोई फीस नहीं देनी पड़ती है
06:46 PM IST