सभी स्वास्थ्य जरूरतों को पूरा करेगी 'आरोग्य संजीवनी', 1 अप्रैल से नई हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी
IRDAI ने सभी बीमा कंपनियों को एक लाख से पांच लाख रुपये तक की एक स्टैंडर्ड हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी (standard health insurance policy) उपलब्ध कराने को कहा है.
बीमा नियामक इरडा (IRDAI) ने सभी बीमा कंपनियों को एक लाख से पांच लाख रुपये तक की एक स्टैंडर्ड हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी (standard health insurance policy) उपलब्ध कराने को कहा है. यह लोगों की बुनियादी चिकित्सा जरूरतों को पूरा करेगी. इस बारे में रेगुलेटर ने दिशानिर्देश जारी किए हैं. दरअसल, अलग-अलग बीमा कंपनियां विभिन्न प्रकार के व्यक्तिगत चिकित्सा बीमा उत्पादों की पेशकश करती हैं. प्रत्येक उत्पादों के विशिष्ट लाभ व उनकी शर्तें अलग-अलग होती हैं. इससे उपभोक्ताओं को समस्या होती है. इसे दूर करने के लिए ही बीमा नियामक ने ताजा कदम उठाया है.
इरडा ने कहा कि इस उत्पाद का नाम आरोग्य संजीवनी पॉलिसी (Arogya Sanjeevani Policy) होगा और इसके बाद कंपनियां अपना नाम जोड़ सकती हैं. दस्तावेजों में इसे छोड़ किसी अन्य नाम का जिक्र नहीं होना चाहिए.
आरोग्य संजीवनी पॉलिसी
- 1 अप्रैल से आएगी 'आरोग्य संजीवनी पॉलिसी'.
- बीमा कंपनियां लाएंगी 1 लाख से 5 लाख तक के स्टैंडर्ड हेल्थ प्लान.
- अधिकतम 5 लाख और न्यूनतनम 1 लाख के प्लान शामिल.
- बीमा कंपनियां स्टैंडर्ड इनडिविजुअल हेल्थ इंश्योरेंस प्रोडक्ट लाएंगी.
- किसी भी तरह का एडऑन या राइडर जोड़ना मुमकिन नहीं होगा.
- प्रोडक्ट उपभोक्ताओं की बेसिक चिकित्सा जरूरतों की कवरेज देगा.
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
सेहत की 'संजीवनी'
- हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी सेहत की बुनियादी जरूरतों की देखरेख.
- स्टैंडर्ड प्रोडक्ट में इस्तेमाल किए जाने वाले शब्द पूरी इंडस्ट्री में एक समान.
- इसे एक बीमा कंपनी से दूसरी में आसानी से पोर्ट किया जा सकेगा.
क्यों पड़ी जरूरत
- अभी बीमा कंपनियों के अलग-अलग हेल्थ प्लान.
- हर प्लान की अपनी अलग विशेषता और शर्तें.
- बहुत सारे प्लान से ग्राहकों में कनफ्यूजन बढ़ता है.
- सही प्रोडक्ट चुनना लोगों के लिये चुनौतीपूर्ण हो जाता है.
- एक समान प्रोडक्ट फीचर से प्लान चुनने में आसानी होगी.
हेल्थ पॉलिसी पोर्टेबिलिटी आसान
- स्टैंडर्ड हेल्थ पॉलिसी के बाद इंश्योरेंस पोर्टेबलिटी आसान.
- अच्छी सर्विस नहीं तो आसानी से दूसरी कंपनी में शिफ्ट.
- दूसरी कंपनी में शिफ्ट होने पर बेनिफिट नहीं बदलेंगे.
- पोर्टेबलिटी होने पर पॉलिसी के प्रीमियम पर असर नहीं.
- दूसरी कंपनी चुनने पर भी नो क्लेम बोनस में मिलता रहेगा.
- कंपनी बदलने के विकल्प पर कंपिटिशन में ग्राहक को बेहतर सर्विस मिलेगी.
- मिस सेलिंग पर भी लगाम लगेगी क्योंकि पॉलिसी फीचर समान होंगे.
पॉलिसी किनके लिए
- इंडिविजुअल हेल्थ पॉलिसी में सम इंश्योर्ड परिवार के प्रत्येक सदस्य पर लागू होगा.
- फ्लोटर हेल्थ इंश्योरेंस के मामले में सम इंश्योर्ड पूरे परिवार पर अप्लाई होगा.
- स्टैंडर्ड हेल्थ पॉलिसी को चुनने की उम्र 18 साल से 65 साल.
- पॉलिसी को जिंदगीभर रिन्यू कराया जा सकेगा.
- पॉलिसी को जीवनसाथी, माता-पिता, सास-ससुर के लिेए ले सकते हैं.
- पॉलिसी 3 महीने से 25 साल तक आश्रित बच्चे के लिए ले सकते हैं.
- हेल्थ इंश्योरेंस प्लान 1 साल के पॉलिसी पीरियड के साथ ऑफर होगा.
क्या महंगा होगा प्रीमियम
- आरोग्य संजीवनी प्रोडक्ट सभी कंपनियों का समान प्रोडक्ट.
- सभी के लिए बेनिफिट और एक्सक्लूजन एक समान रहेंगे.
- सभी लोगों को एक प्रोडक्ट समझने में दिक्कत नहीं होगी.
- एक्सक्लूजन शामिल करने पर प्रीमियम बढ़ने का अनुमान.
- 5% से ज्यादा बढ़ोतरी पर नया प्रोडक्ट फाइल करना होगा.
प्रीमियम का भुगतान
- सालाना, छमाही, तिमाही, मासिक आधार पर भुगतान कर सकते हैं.
- प्रीमियम की प्राइसिंग में एकरूपता रहेगी.
- सालाना प्रीमियम पेमेंट मोड के लिए 30 दिन का ग्रेस पीरियड.
- पेमेंट के अन्य सभी मोड के लिए 15 दिन का ग्रेस पीरियड मिलेगा.
ज़ी बिज़नेस LIVE TV देखें:
क्या खर्च कवर होंगे
- एक सीमा तक मोतियाबिंद के इलाज का खर्च.
- बीमारी/चोट के कारण प्लास्टिक सर्जरी या दांतों के इलाज का खर्च.
- सभी प्रकार का डे-केयर इलाज.
- प्रति भर्ती पर अधिकतम `2000 का एंबुलेंस शुल्क.
- आयुष योजना के तहत होने वाली भर्ती का खर्च.
- अस्पताल में भर्ती होने के 30 दिन पहले तक का खर्च.
- अस्पताल से डिस्चार्ज होने के 60 दिन बाद तक का खर्च.
08:54 PM IST