किसानों की सेवा के साथ-साथ सुनहरा रोजगार, IFFCO Bazar से लें ये शानदार उपहार
IFFCO का लक्ष्य पूरे देश में 1,000 इफको बाजार केंद्र खोलने का है, जिनमें से करीब 200 केंद्र उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में खोले जा चुके हैं.
इफको बाजार में उर्वरक, कीटनाशक, बीज, बीमा तथा मशीनें आदि खेतीबाड़ी का तमाम सामान एक ही छत के नीचे मुहैया कराया जा रहा है.
इफको बाजार में उर्वरक, कीटनाशक, बीज, बीमा तथा मशीनें आदि खेतीबाड़ी का तमाम सामान एक ही छत के नीचे मुहैया कराया जा रहा है.
सरकार का फोकस वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी को दोगुना करना है. इसके लिए तमाम योजनाएं और कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. सरकार ऐसे कार्यक्रमों पर ज्यादा जोर दे रही है, जिनसे खेती-किसानी की तरक्की के साथ-साथ नौजवानों को रोजगार के अवसर भी मुहैया हों.
विश्व का सबसे बड़ा उर्वरक सहकारिता संस्था इफको (इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोआपरेटिव लिमिटेड) खेती के लिए फर्टिलाइजर बनाने के साथ-साथ किसानों को रोजगार से भी जोड़ने का काम कर रहा है. इसके तहत इफको बाजार योजना शुरू की गई है. इफको ने इफको बाजार के माध्यम से किसानों तक सुविधाएं पहुंचाने का एक अभियान शुरू किया है.
इफको बाजार में किसानों को उर्वरक, कीटनाशक, बीज, बीमा तथा मशीनें आदि खेतीबाड़ी का तमाम सामान एक ही छत के नीचे मुहैया कराया जा रहा है.
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किसान सुविधा कार्ड
इफको बाजार से ज्यादा से ज्यादा किसानों को जोड़ने के लिए किसान सुविधा कार्ड दिया जा रहा है. इस कार्ड के द्वारा खरीद करने पर लोयल्टी प्वाइंट्स दिए जाते हैं. कार्ड धारक किसान को खरीददारी के दौरान प्राथमिकता दी जाती है. किसान को नए उत्पाद की लॉन्चिंग से पहले जानकारी दी जाती है. सुविधा कार्ड के प्वाइंट्स के आधार पर सामान की खरीद में छूट भी दी जाती है और इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि इफको बाजार में स्वास्थ्य केंद्र भी बनाए गए हैं, जहां सुविधा कार्ड धारक किसान की मुफ्त स्वास्थ्य जांच की जाती है.
गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर जिले में इफको के वरिष्ठ क्षेत्र प्रबंधक बृजवीर सिंह ने इफको बाजार के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि इफको बाजार का सबसे पहला सेवा केंद्र 2016 में गाजियाबाद की गोविंदपुरम अनाज मंडी में खोला गया था. यहां खेती और किसान से जुड़ी हर सुविधा को मुहैया कराया गया है. यहां पर सारा काम आधुनिक तरीके से होता है. किसान का लेनदेन आधार नंबर से जोड़कर किया जाता है, ताकि उर्वरक आदि पर मिलने वाली सब्सिडी सीधी किसान के खाते में ट्रांसफर की जा सके.
कैसे जुड़ें इफको बाजार से
इफको के वरिष्ठ क्षेत्र प्रबंधक बृजवीर सिंह ने बताया कि इफको का लक्ष्य पूरे देश में 1,000 इफको बाजार केंद्र खोलने का है, जिनमें से करीब 200 केंद्र उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में खोले जा चुके हैं. इनमें से ज्यादा केंद्र निजी स्तर पर खोले गए हैं. बृजवीर सिंह ने बताया कि चूंकि इफको का काम किसानों की सेवा है, मुनाफा कमाना नहीं, इसलिए इफको बाजार खोलने का मकसद किसानों से मुनाफा कमाना नहीं है. लेकिन अगर कोई निजी स्तर पर इफको बाजार सेवा केंद्र खोलना चाहता है तो उसको विभिन्न उत्पादों की बिक्री पर एक निश्चित कमीशन दिया जाता है. उन्होंने बताया कि इफको बाजार से जुड़कर कोई भी ग्रामीण नौजवान अपनी ही जमीन से जुड़ा रहकर अपने परिवार के पालन-पोषण ठीक प्रकार से कर सकता है.
कौन कर सकता है आवेदन
इफको बाजार केंद्र से जुड़ने के लिए पहली शर्त है कि आवेदक को कृषि अथवा विज्ञान स्नातक होना चाहिए. महिला उद्यमी को प्राथमिकता दी जाएगी. बृजवीर सिंह ने बताया कि इफको बाजार का काम किसानों को खेती में इस्तेमाल करने वाले उत्पादों को लेकर जागरुक करना भी है. इसलिए आवेदक को खेतीबाड़ी का तकनीकी ज्ञान जरूर होना चाहिए. क्योंकि यहां ज्यादातर काम केमिकलों का है, इसलिए कृषि या विज्ञान स्नातक ही केमिकलों के बारे में किसानों को समझा सकता है.
इफको बाजार केंद्र के लिए आवदेन करने के लिए आवेदक को कृषि या विज्ञान स्नातक होने के साथ-साथ उसके पास कम से कम 1,000 वर्ग फुट की जगह होनी चाहिए, जहां पर यह केंद्र खोला जा सके. हर जिले में इफको के क्षेत्र प्रबंधक तैनात होते हैं.
सिक्योरिटी मनी
ध्यान रखने वाली बात ये हैं कि इफको बाजार केंद्र ऐसे स्थानों पर खोले जाएंगे, जहां इफको या अन्य सहकारी संस्था का केंद्र नहीं होगा. इफको के क्षेत्र प्रबंधक उस जगह का निरीक्षण करके केंद्र खोलने के लिए अपनी संतुति देंगे. इफको अधिकारी से हरी झंडी मिलने के बाद कृषि केमिकल बेचने का लाइसेंस लेने के लिए जिला कृषि अधिकारी के यहां ऑनलाइन आवेदन करना होगा. यहां से लाइसेंस मिलने के बाद इफको में 1 लाख रुपये बतौर सिक्योरिटी मनी जमा करके आप अपना केंद्र शुरू कर सकते हैं.
बृजवीर सिंह ने बताया कि 1 लाख रुपये की धरोहर राशि से इफको आपको पूरी तकनीकी मदद मुहैया कराएगा. इसमें कंप्यूटर आदि शामिल हैं. इसके बाद अपनी सुविधा के अनुसार इनवेस्ट करके खाद आदि खरीद कर उनकी बिक्री की जा सकती है.
कितना कमिशन मिलेगा
इफको अपने उर्वरकों की बिक्री पर बिक्रेता को 3 फीसदी का कमिशन देता है. इफको के उर्वरकों की बिक्री पूरे साल होती है और जहां आलू तथा गन्ने की खेती ज्यादा होती है, वहां इफको के उत्पादों की मांग पूरे साल बनी रहती है. उर्वरक के अलावा पशु आहार, बीज, कीटनाशक, खरपतवारनाशक, जैव उर्वरक, सागरिका जैसे उत्पादों पर अच्छा कमिशन मिलता है.
इस तरह कम निवेश में इफको बाजार से जुड़कर आप अपना काम शुरू कर सकते हैं. यह एक ऐसा काम है, जिससे आप अपने क्षेत्र से जुड़े रहेंगे, किसानों की सेवा करते रहेंगे और अपने परिवार में रहकर परिवार का पालन-पोषण अच्छी प्रकार से कर सकेंगे.
06:30 PM IST