World Mosquito Day 2022: मच्छरों के काटने से हर साल लाखों लोगों की होती है मौत, जानिए इस दिन का इतिहास और महत्व
World Mosquito Day 2022: 20 अगस्त 1897 को ही ब्रिटिश डॉक्टर सर रोनाल्ड रॉस ने मादा एनाफिलीज मच्छर की खोज की थी, जो मलेरिया का कारण है. यही वजह है कि इस दिन को विश्व मच्छर दिवस के रूप में याद किया जाता है.
World Mosquito Day 2022: हर साल 20 अगस्त को वर्ल्ड मॉस्किटो डे है यानी की विश्व मच्छर दिवस मनाया जाता है. मच्छरों की वजह से मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया और जीका जैसी बीमारियां फैलती हैं. सही समय पर इलाज न कराने पर ये जानलेवा हो सकती हैं. हर साल 20 अगस्त को इन बीमारियों के बारे में जागरूक करने के लिए विश्व मच्छर दिवस मनाया जाता है. ब्रिटिश सर्जन सर डोनाल्ड रॉस ने सन 1897 में पहली बार मच्छर और मलेरिया के संबंध का पता लगाया था.
अफ्रीकी देशों में है मलेरिया का सबसे ज्यादा प्रकोप
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) की रिपोर्ट के मुताबिक विश्व में साल 2020 में मलेरिया के 24 करोड़ से ज्यादा मामले सामने आए थे, जिनमें 6.27 लाख लोगों की इस बीमारी की वजह से मौत हो गई थी. साल 2019 में दुनियाभर में मलेरिया के 22 करोड़ मामले सामने आए थे और 5 लाख से ज्यादा लोगों की जान चली गई. मलेरिया का सबसे ज्यादा प्रकोप अफ्रीकी देशों में है.
20 अगस्त को विश्व मच्छर दिवस क्यों मनाया जाता है?
TRENDING NOW
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
आपके EPF में जमा होने वाले पैसों को लेकर बड़े बदलाव की तैयारी... EPFO खत्म कर देगा ये लिमिट! मिलेगा ज्यादा फायदा
Intraday में बनेगा तगड़ा पैसा! पोर्टफोलियो में रख लें ये 5 शेयर, एक्सपर्ट ने बताया टारगेट और स्टॉप लॉस
20 अगस्त 1897 को ही ब्रिटिश डॉक्टर सर रोनाल्ड रॉस ने मादा एनाफिलीज मच्छर की खोज की थी, जो मलेरिया का कारण है. यही वजह है कि इस दिन को विश्व मच्छर दिवस (World Mosquito Day 2022) के रूप में याद किया जाता है. दुनिया में मलेरिया का इलाज मच्छर की खोज से पहले भी था. इससे पहले ही वैज्ञानिकों ने कुनैन (Quinine) दवा की खोज की थी.
आखिर क्यों काटते हैं मच्छर?
मच्छरों की 3500 से ज्यादा प्रजातियां होती हैं, जिनमें से केवल कुछ मादा प्रजातियों के मच्छर ही इंसानों को काटते हैं. मादा मच्छर को अपने अंडों के लिए प्रोटीन की जरूरत होती है और इंसानों के खून से मच्छरों को प्रोटीन मिलती है. यही कारण है कि मच्छर स्किन पर सुई जैसे डंक से लोगों को काट लेते हैं. मच्छरों के काटने के बाद त्वचा पर खुजली, सूजन और अन्य गंभीर इंफेक्शन हो जाता है. डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया मच्छरों से फैलने वाली बीमारियां हैं जो लोगों को बुरी तरह प्रभावित करती हैं. कुछ अफ्रीकी देशों में मच्छरों की वजह से यलो फीवर फैल जाता है.
कितने खतरनाक होते हैं मच्छर?
मच्छरों के काटने से डेंगू, मलेरिया, पीला बुखार, एन्सेफलाइटिस जैसी कई तरह की बीमारियां होती है, जिससे लोगों की मौत तक हो जाती है.
11:09 AM IST