राजस्थान में यूरिया की किल्लत, लाइनों में लगा किसान, खेतों में फसल बेकार
चुनाव खत्म होते ही राजस्थान में यूरिया की किल्लत पैदा हो गई है. चुनावों से पहले यहां यूरिया की सप्लाई लगातार हो रही थी.
यूरिया की किल्लत के चलते किसानों में आक्रोश देखने को मिल रहा है. किसान विरोध कर रहे हैं और अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं.
यूरिया की किल्लत के चलते किसानों में आक्रोश देखने को मिल रहा है. किसान विरोध कर रहे हैं और अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं.
कोटा समेत पूरे हाड़ौती में यूरिया का संकट बना हुआ है. यूरिया खाद की किल्लत से किसान परेशान हैं. यूरिया लेने के लिए किसानों को घंटों कतार में लगकर इंतजार करना पड़ रहा है. मुसीबत तो तब आती है जब घंटों इंतजार के बाद खबर आती है कि यूरिया खत्म हो गया. खाद की किल्लत के चलते किसानों को उनकी जरूरत का महज 10 फीसदी ही खाद मिल पा रहा है.
यहां 6 दिसंबर को यूरिया की अंतिम रैक आई थी. उसके बाद से सीएफसीएल ( चंबल फर्टिलाइजर्स केमिकल्स लि.) से कम मात्रा में यूरिया सप्लाई हो रहा था. इसकी वजह से यूरिया की किल्लत हो गई. बारां और बूंदी जिलों में हालत सबसे ज्यादा खराब हैं. अभी तक करीब 1 लाख, 39 हजार मीट्रिक टन यूरिया आया है.
मार्च तक 2.50 लाख मीट्रिक टन का लक्ष्य है. संभाग में इन दिनों किसानों को यूरिया के लिए रातदिन दुकानों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं, फिर भी यूरिया नहीं मिल पा रहा है. चुनाव होते ही किसान हाशिए पर आ गए हैं.
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संभाग में चुनाव से कुछ दिन पहले राहत मिली थी. तब रोज एक रैक आ रही थी, लेकिन 6 दिसंबर के बाद से कोई रैक नहीं आई है. इससे किसानों की मुश्किल और बढ़ गई है. किसानों का कहना है कि जहां खाद मिल भी रहा है, वहां आवश्यकतानुसार नहीं दे रहे हैं. कहीं दो तो कहीं पांच कट्टे दिए जा रहे हैं.
यूरिया की किल्लत के चलते किसानों में आक्रोश देखने को मिल रहा है. किसान नेता विरोध कर रहे हैं और आरोप लगा रहे हैं कि दुकानदार रातोंरात खाद की गाड़ियों को अधिकारियों की मिलीभगत से ब्लैक में बेच देते हैं, जबकि अधिकारियों को पता होता है कि किस दुकान पर यूरिया आने वाला है.
माना जा रहा है कि 2500 मीट्रिक टन की एक रैक आ रही है. इसमें से 1 हजार मीट्रिक टन यूरिया बारां, 500-500 मीट्रिक टन कोटा, बूंदी और झालावाड़ भेजी जाएंगी. इसी प्रकार सीएफसीएल से 1500 मीट्रिक टन यूरिया आएगा. इसमें 4 मीट्रिक टन यूरिया कोटा और 300-300 मीट्रिक टन यूरिया तीनों जिलों में भेजा जाएगा. इसके अलावा 4 रैक दो-तीन दिन में लग जाएंगी.
अभी तक कुल मिलाकर 1 लाख, 39 मीट्रिक टन यूरिया आ चुका है. अब सीएफसीएल से भी प्रतिदिन 1500 मीट्रिक टन यूरिया मंगाया जाएगा. आने वाले 3-4 दिनों में 12000 मीट्रिक टन यूरिया और आएगा.
खेत में अपनी फसल को तैयार करने की जगह किसान खाद के इंतजाम के लिए लाइनों में लगा है.
(कोटा से हिमांशु मित्तल की रिपोर्ट)
04:33 PM IST