CBSE Class 12 Board Exam 2021: शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल का बड़ा एलान, अगस्त में होने वाली 12वीं बोर्ड की परीक्षा पर कही यह बात
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक (Education Minister Ramesh Pokhriyal Nishank) ने अपना एक ऑडियो बयान जारी किया है. इस बयान में 12वीं के छात्रों को लेकर कई बातों का जिक्र किया गया है.
शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल का 12वीं परीक्षा पर बड़ा बयान (फोटो सोर्स- पीटीआई)
शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल का 12वीं परीक्षा पर बड़ा बयान (फोटो सोर्स- पीटीआई)
NIPUN Bharat Scheme: केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक (Education Minister Ramesh Pokhriyal Nishank) ने अपना एक ऑडियो बयान जारी किया है. इस बयान में 12वीं के छात्रों को लेकर कई बातों का जिक्र किया गया है. नेशनल इनीशिएटिव फॉर प्रोफिशिएंसी इन रीडिंग विद अंडरस्टैंडिंग एंड न्यूमरैसी स्कीम (NIPUN Bharat Scheme) को लॉन्च करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि सीबीएसई 12वीं बोर्ड (CBSE Class 12 Board Exam 2021) के स्कूली छात्रों को परेशान होने की जरूरत नहीं है, वह अगस्त में एग्जाम दे सकते हैं.
सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्कूली शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और संस्थानों के प्रमुख ने निपुण भारत योजना (NIPUN Bharat Scheme) कार्यक्रम में मौजूद थे. इस कार्यक्रम के दौरान शिक्षा मंत्री ने नई शिक्षा नीति पर भी बात की. उन्होंने नई शिक्षा नीति में सरकार ने आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मकता पर विशेष जोर दिया है. निपुण भारत योजना (NIPUN Bharat Scheme) लॉन्च करते हुए शिक्षा मंत्री ने एक शॉट वीडियो अपने ट्विटर अकाउंट पर भी शेयर किया है.
Launching National Initiative for Proficiency in Reading with Understanding and Numeracy (NIPUN Bharat). #NEP2020 #NIPUNBharat @SanjayDhotreMP @PIB_India @MIB_India @DDNewslive @EduMinOfIndia https://t.co/FiaQwhOILp
— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) July 5, 2021
बच्चों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है निपुण भारत कार्यक्रम (NIPUN Bharat Scheme)
बता दें कि निपुण भारत कार्यक्रम (NIPUN Bharat Scheme) को एजुकेशन डिपार्टमेंट द्वारा जल्द ही लागू किया जाएगा. डिपार्टमेंट इसे पांच भागों में शुरू करने की तैयारी में है. राष्ट्र, राज्य, जिला, ब्लॉक और स्कूल मिलाकर पांच चरणों में इसकी शुरुआत की जाएगी. ऐसा माना जा रहा है कि इसकी शुरुआत से साल 2026-27 तक प्रत्येक बच्चा तीसरी कक्षा के अंत तक रीडिंग, राइटिंग और संख्यात्मक कंटेंट सीखने में कामयाब हो सकेगा। यह हमारी बेसिक शिक्षा को मजबूत करने का काम करेगी।
परीक्षा को लेकर हुई उच्च स्तरीय बैठक में राज्यों ने दिए थे ऐसे सुझाव
इससे पहले CBSE बोर्ड परीक्षाओं को लेकर मांगे गए सुझावों में दिल्ली सरकार परीक्षा के पक्ष में नजर नहीं आई थी. दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया का कहना था कि एग्जाम से पहले सभी को वैक्सीन लगाई जानी चाहिए. बिना वैक्सीनेशन परीक्षा बड़ी गलती साबित हो सकती है. वहीं, महाराष्ट्र की शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि राज्य सरकार बिना परीक्षा रिजल्ट तैयार करने का विकल्प भी तलाश रही है. 12 बोर्ड एग्जाम पर अंतिम निर्णय एक हफ्ते में ले लिया जाएगा.बता दें, 23 मई को हुई उच्च स्तरीय बैठक में सिर्फ प्रमुख विषयों की परीक्षा कराए जाने का प्रस्ताव रखा गया था. ये परीक्षाएं ऑब्जेक्टिव पैटर्न और कम समय सीमा में कराने का भी प्रस्ताव रखा गया था.
ज़ी बिज़नेस LIVE TV यहां देखें
01:55 PM IST