PM मोदी ने किया ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’ का अनावरण, जानिए विशाल प्रतिमा की खासियत
Statue of Unity: दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा यह प्रतिमा ‘स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी’ से दोगुनी ऊंची है. यह नर्मदा जिले में सरदार सरोवर बांध के पास साधु बेट टापू पर बनाई गई है.
सरदार वल्लभभाई पटेल की 143वीं जयंती पर 182 मीटर ऊंची विशाल प्रतिमा ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’ का अनावरण हुआ.
सरदार वल्लभभाई पटेल की 143वीं जयंती पर 182 मीटर ऊंची विशाल प्रतिमा ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’ का अनावरण हुआ.
लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की आज 143वीं जयंती पर उनकी नवनिर्मित 182 मीटर ऊंची विशाल प्रतिमा ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’ का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनावरण किया. इसके लिए पीएम सुबह करीब पौने नौ बजे यहां पहुंच गए थे. प्रतिमा के अनावरण सेे पहले पीएम ने वैली ऑफ फ्लावर्स और टेंट सिटी का उद्घाटन किया.
ये स्मारक रोजाना सुबह 8 बजे से खुलेगा, हालांकि ऑब्जरवेशन डेक व्यू की सुविधा सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक उपलब्ध है. रात में साउंड एंड लाइट शो का भी इंतजाम किया गया है. डेबिट कार्ड या नेट बैंकिंग से टिकट लेने पर कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं लगेगा, हालांकि क्रेडिट कार्ड से टिकट बुक कराने पर एक प्रतिशत जीएसटी देना होगा. आप https://soutickets.in इस साइट पर जाकर ऑनलाइन टिकट बुक करा सकते हैं. फिलहाल साउंट एंड लाइट शो के टिकट अभी ऑनलाइन उपलब्ध नहीं हैं.
क्या है स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में खास
स्टैचू ऑफ यूनिटी पर अभी तक कुल 2300 करोड़ रुपये की लागत आ चुकी है. हालांकि, लागत बढ़कर 3000 करोड़ रुपये तक पहुंच सकती है. इसके निर्माण में 3400 मजदूर और 250 इंजीनियरों ने 42 महीने तक रात-दिन काम किया है. इस स्टैचू को पीपीपी मॉडल के आधार पर बनाया गया है और ज्यादातर धन गुजरात सरकार द्वारा जुटाया गया है. गुजरात सरकार ने इस प्रोजेक्ट के लिए 2012-13 में 100 करोड़ रुपये और 2014-15 में 500 करोड़ रुपये आवंटित किए. 2014-15 के बजट में केंद्र सरकार ने 200 करोड़ रुपये की मदद दी.
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42 महीने में पूरा हुआ निर्माण
इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में 60 महीने का समय लगा. इसमें 15 महीने प्लानिंग में तथा 42 महीने निर्माण में लगे. बाकी समय प्रोजेक्ट को हैंडओवर करने में लगा. लार्सन एंड टुब्रो को ये प्रोजेक्ट 27 अक्टूबर 2014 को मिला. कंपनी ने प्रोजेक्ट के डिजाइन, निर्माण और रखरखाव के लिए 2989 करोड़ रुपये की सबसे कम बोली लगाई थी.
#WATCH Live: PM Narendra Modi inaugurates Sardar Vallabhbhai Patel's #StatueOfUnity https://t.co/UD0vsOM1NZ
— ANI (@ANI) October 31, 2018
दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा यह प्रतिमा ‘स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी’ से दोगुनी ऊंची है. यह नर्मदा जिले में सरदार सरोवर बांध के पास साधु बेट टापू पर बनाई गई है. पीएम मोदी द्वारा प्रतिमा के अनावरण के बाद भारतीय वायुसेना के तीन विमान वहां उड़ान भरेंगे और भगवा, सफेद तथा हरे रंग से आसमान में तिरंगा उकेरेंगे.
पीएम ‘वॉल ऑफ यूनिटी’ का भी उद्घाटन करेंगे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरदार पटेल की प्रतिमा के पास ‘वॉल ऑफ यूनिटी’ का भी उद्घाटन करेंगे. इस दौरान 3 जगुआर लड़ाकू विमान काफी नीचे से उड़ान भरते हुए जाएंगे. ‘वॉल ऑफ यूनिटी’ का उद्घाटन करने के बाद पीएम मोदी सरदार पटेल को पुष्पांजलि अर्पित करेंगे, क्योंकि आज उनकी जयंती भी है. इसी दौरान दो एमआई-17 हेलीकॉप्टर प्रतिमा पर पुष्पवर्षा करेंगे.
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सांस्कृतिक और संगीत कार्यक्रमों की प्रस्तुति
अनावरण के वक्त गुजरात पुलिस, सशस्त्र और अर्द्धसैनिक बलों के बैंड सांस्कृतिक और संगीत कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी. प्रतिमा के अंदर 135 मीटर की ऊंचाई पर एक दर्शक दीर्घा बनाई गई है, जिससे पर्यटक बांध और पास की पर्वत श्रृंखला का दीदार कर सकेंगे.
स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी से लगभग दोगुना बड़ी है पटेल की प्रतिमा
182 मीटर ऊंची यह विशाल प्रतिमा देश के पहले गृह मंत्री को श्रद्धांजलि होगी, जिन्होंने 1947 के विभाजन के बाद राजाओं-नवाबों के कब्जे वाली रियासतों को भारत संघ में मिलाने में अहम योगदान दिया था. यह प्रतिमा मौजूदा समय में विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा चीन के स्प्रिंग टेम्पल ऑफ बुद्ध से भी 29 मीटर ऊंची है. चीन की प्रतिमा की ऊंचाई 153 मीटर है. सरदार पटेल की प्रतिमा न्यूयॉर्क स्थित 93 मीटर ऊंची स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी से लगभग दोगुना बड़ी है. बताया जा रहा है कि इसकी गैलरी में एक समय में करीब 200 पर्यटकों को समायोजित किया जा सकता है. यहां से सरदार सरोवर बांध और सतपुड़ा व विंध्य की पर्वत श्रृंखला तथा अन्य जगहों का दीदार किया जा सकेगा.
दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति
विंध्याचल व सतपुड़ा की पहाड़ियों के बीच नर्मदा नदी के साधु बेट टापू पर बनी दुनिया की सबसे ऊंची इस मूर्ति को बनाने में करीब 2389 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. राज्य सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से राज्य के पर्यटन विभाग को बहुत फायदा होगा. इसके बनने से प्रतिदिन करीब 15000 पर्यटक के यहां आने की संभावना है और इससे गुजरात देश का सबसे व्यस्त पर्यटक स्थल बन सकता है. इसमें दो हाई स्पीड लिफ्ट भी होंगी जिससे एक समय में करीब 40 लोग गैलरी तक जा सकते हैं. यहां एक संग्रहालय में सरदार पटेल के जीवन से जुड़ी घटनाओं पर लाइट एंड साउंड शो भी होगा.
11:37 AM IST