Explainer: पाइप कुकिंग गैस का करते हैं इस्तेमाल! यहां जानिए कैसे जनरेट होता है बिल और क्या है रिफंड क्लेम की प्रोसेस
Piped Cooking Gas Ltd: अगर आपसे कभी पाइप कुकिंग गैस बिल में ज्यादा पैसे लिए गए हैं तो आप रिफंड क्लेम कर सकते हैं. इसके अलावा सेल्फ बिलिंग का ऑप्शन भी चुन सकते हैं.
Piped Cooking Gas Ltd: दिल्ली-एनसीआर में हाल ही में पीएनजी यानी कि पाइप कुकिंग गैस के दाम तेजी से बढ़े हैं. PNG के दाम (PNG Price Hike) बढ़ने के पीछे इनपुट कॉस्ट का रिकॉर्ड लेवल पर पहुंचना है. देश की सबसे बड़ी गैस डिस्ट्रीब्यूटर कंपनी इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (IGL Ltd) है, जो दिल्ली-एनसीआर के घरों में गैस सप्लाई करता है. IGL का एक सबसे बढ़िया फीचर ये है कि यूजर्स को गैस का इस्तेमाल करने के बाद पेमेंट करना होता है. लेकिन कुछ लोगों को इस बात का कन्फ्यूजन रहता है कि पाइप कुकिंग गैस का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स एलपीजी सिलेंडर (LPG Cylinder) इस्तेमाल करने वाले यूजर्स से कम भुगतान करते हैं.
इस बात में कितनी सच्चाई
वैसे देखा जाए तो ये बात सच है कि पाइप कुकिंग गैस का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स एलपीजी सिलेंडर (LPG Cylinder) इस्तेमाल करने वाले यूजर्स से कम भुगतान करते हैं. लेकिन इसका एक दूसरा पहलू भी है. अगर आप ये कभी नहीं जान पाएंगे कि पाइप कुकिंग गैस का बिल कैसे जनरेट होता है तो हो सकता है आप एलपीजी सिलेंडर इस्तेमाल करने वाले यूजर्स से ज्यादा बिल भरें.
कुकिंग गैस का बिल हर 2 महीने के लिए बनता है. यानी कि आपने 2 महीने में पीएनजी की कितनी यूनिट्स इस्तेमाल की हैं, वो आपको मीटर में दिखाई देगी और इस्तेमाल की गई यूनिट्स का ही बिल बनेगा. बता दें कि कंपनी की ओर से यूजर को सेल्फ बिलिंग का भी ऑप्शन दिया जाता है.
सेल्फ बिलिंग का भी है ऑप्शन
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इसके जरिए कंज्यूमर को मीटर की एक इमेज क्लिक करनी होती है और ऐप या वेबसाइट पर अपलोड करनी होती है. इससे बिल अपने आप जनरेट हो जाता है. लेकिन अगर आप इमेज खींच कर भेजे ही ना तो आपका बिल नहीं बनेगा. बिलकुल बनेगा. बिल जनरेट होने से पहले कंपनी की ओर से यूजर को एसएमएस, ई-मेल या फिर दूसरे तरीकों से रिमाइंड करा दिया जाता है.
लेकिन कई बार आपके साथ ऐसा हुआ है कि आपने कुकिंग गैस का इस्तेमाल नहीं किया, इमेज क्लिक कर वेबसाइट पर नहीं डाली और उसके बाद भी आपका बिल जनरेट हो गया. ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां यूजर्स को एक भी दिन कुकिंग गैस इस्तेमाल ना करने के बाद भी गैस बिल चुकाना पड़ा है. इसलिए ये जरूरी है जानना कि किस आधार पर गैस बिल तैयार किया जाता है.
मान लीजिए, किसी यूजर ने 2 महीने की बिलिंग साइकिल में 4 SCM से भी कम कुकिंग गैस का इस्तेमाल किया है. तब कंज्यूमर को PNG के लिए पहले से तय किए गए 4scm के लिए मिनिमम अमाउंट तो देना होगा.
अगर कंज्यूमर से एक्स्ट्रा चार्ज किया जाए
मान लीजिए, कंज्यूमर 2 महीने की बिलिंग साइकिल के टाइम पर अपने घर नहीं था और उस दौरान उसने गैस का इस्तेमाल नहीं किया तो ऐसी स्थिति में कंपनी की ओर से ग्राहक को एक बिल भेजा जाएगा कि मिनिमम 4scm का बिल पे करना है.
अगर कंज्यूमर को लगता है कंपनी की ओर से ज्यादा बिल मांगा जा रहा है तो वो PNG कस्टमर केयर पर कॉल कर सकते हैं और क्लेरिफिकेशन दे सकते हैं. अगर कंज्यूमर को लगता है कि उससे ज्यादा पैसा लिया जा रहा है तो वो रिफंड के लिए क्लेम कर सकता है. वैसे, कई मामलों में देखा गया है कि कंपनी कंज्यूमर की रिफंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करती है और एक्स्ट्रा मनी रिफंड भी कर देती है.
04:30 PM IST