Cyber Fraud Helpline: डिजिटल धोखाधड़ी की ऐसे करें शिकायत, गृह मंत्रालय ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
गृह मंत्रालय ने इंटरनेट बैंकिंग (Internet Banking) समेत ऑनलाइन फाइनेंस से संबंधित धोखाधड़ी की शिकायत करने के लिए हेल्पलाइन नंबर 155260 जारी किया है.
देश में लगातार हो रहे साइबर फ्रॉड के चलते काफी लोग धोखाधड़ी का शिकार हो चुके हैं. इसके चलते किसी तरह की धोखाधड़ी होने पर तुरंत शिकायत करने के लिए कहा जाता हैं. ऐसे में डिजिटल धोखाधड़ी से निपटने और डिजिटल पेमेंट को सुरक्षित बनाने के लिए गृह मंत्रालय अमित शाह के नेतृत्व में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने साइबर धोखाधड़ी के कारण वित्तीय नुकसान को रोकने के लिए हेल्पलाइन नंबर 155260 जारी किया है.
Reinforcing the commitment of the Government to provide safe and secure digital payments eco-system, Union Home Ministry has operationalized the national Helpline 155260 and Reporting Platform for preventing financial loss due to cyber fraud 1/2https://t.co/Cjyn5j35Tz
— PIB India (@PIB_India) June 17, 2021
इसके अलावा मंत्रालय की ओर से रिपोर्टिंग प्लेटफॉर्म का संचालन किया गया है. जारी हुए हेल्पलाइन नंबर पर जिस किसी के साथ भी फ्रॉड होता है, वो तुरंत पुलिस अधिकारी की तरफ से जारी हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर सकता है. लेकिन अगर उसके साथ हुआ हादसा 24 घंटे से ज्यादा बीत गया है, को वो नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर एक औपचारिक शिकायत दर्ज करा सकता है. वहीं अगर फ्रॉड हुए 24 घंटे से कम समय हुआ है तो ऑपरेटर फॉर्म भरने के लिए अपराध का डिटेल और पीड़ित की निजी जानकारी मांगेगा.
1.85 करोड़ रुपये से अधिक की हुई धोखाधड़ी
बता दें इस हेल्पलाइन नंबर को 1 अप्रैल, 2021 को सॉफ्ट लॉन्च किया गया था. हेल्पलाइन नंबर 155260 और इसके रिपोर्टिंग प्लेटफॉर्म को गृह मंत्रालय के तहत भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (Indian Cyber Crime Coordination Center) (I4C) द्वारा चालू किया गया है. फिलहाल इसे सात राज्यों और केंद्र शासित छत्तीसगढ़, दिल्ली, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश जैसे प्रदेशों में किया जा रहा है, जो 35 पर्सेंट से ज्यादा आबादी को कवर करता है.
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आंकड़ों के अनुसार इस हेल्पलाइन नंबर पर 2 महीने के अंदर शिकायतों के आधार पर 1.85 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी हुई है, जिसे लेकर साइबर फ्रॉड के बड़े गिरोहों पर से पर्दा उठा है. इसके अलावा दिल्ली और राजस्थान में जांच के दौरान कई खाते सीज किए गएं और 58 लाख रुपये और 53 लाख रुपये रिकवर किए गए.
ऐसे काम करता है सिस्टम
जैसे ही कोई पीड़ित अपनी शिकायत के लिए हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करता है, तो उसकी पूरी डीटेल फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन तक पहुंच जाती हैं. यह फ्रॉड ट्रांजेक्शन टिकट जिस वित्तीय संस्थान से पैसा कटा (डेबिट हुआ) है और जिन वित्तीय संस्थान में गया (क्रेडिट हुआ) है. दोनों के डैशबोर्ड पर नजर आएगा. जिस बैंक/वॉलेट में टिकट दिया गया होता है. उसे फ्रॉड ट्रांजेक्शन की जानकारी के लिए जांच करनी होती है. इसके बाद ट्रांजेक्शन को टेम्पोरेरी ब्लॉक कर दिया जाता है.
वेबसाइट की लें मदद
आप हेल्पलाइन नंबर के अलावा वेबसाइट https://cybercrime.gov.i/ पर जाकर भी ऑनलाइन फ्रॉड से जुड़ी शिकायत कर सकते हैं. आपको बता दें कि गृह मंत्रालय ने पिछले साल साइबर पोर्टल https://cybercrime.gov.i/ प्रोजेक्ट शुरू किया था. दिल्ली को इस इंडियन साइबर क्राइम को-आर्डिनेशन प्लेटफॉर्म पर सबसे पहले जोड़ा गया था. इसके बाद राजस्थान को इसमें शामिल किया गया है.
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09:26 PM IST