पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए रत्नागिरी में खुलेगा IITTM
कोंकण क्षेत्र को पर्यटन गंतव्य के रूप में विकसित करने की काफी संभावना
रत्नागिरी या सिंधुदुर्ग जिले में उपयुक्त जगह पर खोला जाएगा पर्यटन प्रबंधन संस्थान. (फाइल फोटो)
रत्नागिरी या सिंधुदुर्ग जिले में उपयुक्त जगह पर खोला जाएगा पर्यटन प्रबंधन संस्थान. (फाइल फोटो)
नई दिल्ली : वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने पर्यटन मंत्री से रत्नागिरी या सिंधुदुर्ग में भारतीय पर्यटन और यात्रा प्रबंधन संस्थान (आईआईटीटीएम) स्थापित करने का आग्रह किया है. इसका मकसद क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देना है. पर्यटन मंत्री अल्फोंस कनन्नथानम को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि 700 किलोमीटर लंबी तटरेखा वाला कोंकण क्षेत्र को पर्यटन गंतव्य के रूप में विकसित करने की काफी संभावना है. गोवा में आईआईटीटीएम की शाखा खोलने से क्षमता के पूर्ण रूप से उपयोग में मदद नहीं मिल सकती.
वाणिज्य मंत्री ने कहा कि पूर्ण कालिक संस्थान की स्थापना से न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि कुल मिलाकर क्षेत्र में आर्थिक विकास को भी जरूरी गति मिलेगी. उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपसे रत्नागिरी या सिंधुदुर्ग जिले में उपयुक्त जगह पर आईआईटीटीएम स्थापित करने का आग्रह करता हूं. मैंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से इसके लिये जमीन उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है.’’
प्रभु महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले के रहने वाले हैं और वह राज्यसभा में आंध्र प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हैं. आईआईटीटीएम पर्यटन मंत्रालय का स्वायत्त निकाय है. यह पर्यटन, यात्रा और अन्य संबद्ध क्षेत्रों में शिक्षा, प्रशिक्षण, शोध और परामर्श की पेशकश करता है.
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इनपुट भाषा से
07:27 PM IST