Gold Smuggling: FY22 में जब्त हुआ 833 किलो सोना, देश में इन रास्तों से होती है सबसे ज्यादा एंट्री
Gold Smuggling: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) द्वारा DRI के 65वें स्थापना दिवस पर जारी की गई "स्मगलिंग इन इंडिया 2021-22" रिपोर्ट से पता चलता है कि वित्त वर्ष 2022 में जब्त किए गए सभी सोने का 37 प्रतिशत म्यांमार से था. इसका 20 फीसदी हिस्सा पश्चिम एशिया से निकला है.
Gold Smuggling
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Gold Smuggling: राजस्व खुफिया निदेशालय (Directorate of Revenue Intelligence - DRI) ने 2021-22 (FY 2022) में 405.35 करोड़ रुपए का 833.07 किलोग्राम तस्करी का सोना जब्त किया. न्यूज एजेंसी पीटीआई की खबर के अनुसार सोमवार को एक रिपोर्ट जारी की गयी है. जब्त किए गए सोने की सबसे बड़ी मात्रा म्यांमार मूल की है, यानी की ज्यादातर सोना म्यांमार का बना हुआ है. 2019-20 के मुकाबले इसमें एक बड़ा अंतर देखा गया है, जहां पहले सबसे अधिक हिस्सा वेस्ट एशिया से आया करता था. वहीं FY21 में जब्त 1,199.4 करोड़ रुपये के कुल सोने का 69 फीसदी म्यांमार का बना हुआ था.
म्यांमार और बांग्लादेश से आया इतना सोना
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) द्वारा DRI के 65वें स्थापना दिवस पर जारी की गई "स्मगलिंग इन इंडिया 2021-22" रिपोर्ट से पता चलता है कि वित्त वर्ष 2022 में जब्त किए गए सभी सोने का 37 प्रतिशत म्यांमार से था. इसका 20 फीसदी हिस्सा पश्चिम एशिया से निकला है. कुल मिलाकर तस्करी का 73 फीसदी सोना म्यांमार और बांग्लादेश के जरिए लाया गया था.
रिपोर्ट में बताया गया तस्करी का रास्ता
रिपोर्ट में कहा गया कि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर बढ़ती निगरानी ने वेस्ट एशिया से हवाई मार्ग के द्वारा हो रही तस्करी को भूमि मार्ग, यानी चीन-म्यांमार-भारत सीमाओं के माध्यम से होने पर मज़बूर कर दिया.
रिपोर्ट के मुताबिक मणिपुर और मिजोरम वो प्रमुख राज्य है जहां से म्यांमार का सोना आता था. म्यांमार से भारत में सोने की तस्करी के लिए दो फ्लैग्ड रूट हैं- म्यूज-मांडले-कलेवा-तेदीम-जोखवथार और म्यूजियम-मंडाले-कलेवा-तमु-नामफलोंग-मोरेह. पहला रूट मिजोरम से जुड़ा है और दूसरा रूट मणिपुर में खुलता है.
कैसे आता है भारत में तस्करी का सोना
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सबसे अधिक तस्करी का सोना, 21.37 प्रतिशत, वाहनों से जब्त किया गया. इसके बाद कोरियर, कपड़े और बॉडी से. रिपोर्ट में बताया गया कि ईंधन टैंक, डैशबोर्ड, एसी फ़िल्टर, सीटें, व्हील एक्सल, चेसिस कैविटी और स्पेयर टायर के लिए वाहनों में विशेष रूप से बनाए गए कैविटी को तस्करी के सामान को छुपाने के उपयोग में लिया जाता है.
क्यों होती है सोने की तस्करी
बहुमूल्य मेटल होने की वजह से सोने की तस्करी होती है. इसके दो प्रमुख कारण सोने की भारी मांग और बढ़ी हुई इम्पोर्ट ड्यूटी रहीं है. साथ ही सोने के मूल्य की स्थिरता और हाई लिक्विडिटी इसके तस्करी के अन्य कारण रहें है. रिपोर्ट में ये कहा गया कि सोने की तस्करी मनी लॉन्डरिंग, माफिया ग्रुप्स की बढ़ोत्तरी और देश के फॉरेन रिजर्व को कम करने का कारण बनता है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत सोने का दुनिया का सबसे बड़ा इम्पोर्टर और सोने की ज्वेलरी का सबसे बड़ा एक्सपोर्टर है. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) के अनुसार, भारतीय घरों में 25,000 टन तक सोना जमा है.
07:22 PM IST