बढ़ती महंगाई के बीच आई अच्छी खबर- छोटी बचत योजनाओं पर मिलेगा पहले से ज्यादा ब्याज, 30 जून को होगा फैसला!
Written By: शुभम् शुक्ला
Sun, Jun 12, 2022 08:48 AM IST
Small Savings Scheme: अगर आप भी छोटी बचत योजनाओं (Small Savings Scheme) में निवेश करते हैं तो आपके लिए अच्छी खबर आई है. आने वाले दिनों में आपकी स्मॉल सेविंग्स स्कीम के ब्याज को बढ़ाया जा सकता है. PPF, NSC और सुकन्या समृद्धि (Sukanya Samriddhi Yojana) जैसी योजनाओं में निवेश करने वालों को बढ़िया कमाई हो सकती है. सूत्रों की मानें तो बढ़ती महंगाई (Inflation) को देखते हुए डिपॉजिट पर भी अच्छा ब्याज मिल सकता है.
1/5
बढ़ सकता है छोटी बचत पर ब्याज
30 जून को स्मॉल सेविंग्स स्कीम पर ब्याज दरों की समीक्षा की जाएगी. ये समीक्षा अगली तिमाही यानी जुलाई से सितंबर 2022 के लिए होगी. उम्मीद की जा रही है कि मोदी सरकार (Modi Government) इसकी ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर सकती है. सूत्रों के मुताबिक, पिछले कुछ समय से डिपॉजिट खासकर छोटी बचत योजनाओं (Small Savings Scheme) पर ब्याज दर स्थिर रही हैं. ऐसे में सरकार अब महंगाई देखते हुए इनकी दरों में अच्छी बढ़ोतरी हो सकती है.
2/5
क्यों हो सकती है ब्याज में बदलाव?
सूत्रों ने ज़ी बिज़नेस डिजिटल को बताया Small savings scheme के ब्याज में बढ़ोतरी को लेकर बैंक और रिजर्व बैंक दोनों पक्ष में हैं. हाल ही में RBI गवर्नर ने महंगाई को काबू करने के लिए रेपो रेट (Repo Rate) में 0.50% की बढ़ोतरी की है. ट्रेंड यही है कि अगर कर्ज की दर महंगी होती है तो डिपॉजिट पर मिलने वाला रिटर्न भी ज्यादा होता है. कुछ बैंकों ने Fixed Deposit और Recurring deposit की ब्याज दरों में बढ़ोतरी करना शुरू कर दिया है. ये भी एक इशारा है कि स्मॉल सेविंग्स स्कीम पर भी ज्यादा ब्याज मिलेगा. इसका ऐलान 30 जून 2022 को होना है.
TRENDING NOW
3/5
'बचत पर ब्याज बढ़ाना अच्छा कदम'
छोटी बचत योजनाओं (Small Savings Schemes) की ब्याज दरों में बदलाव तय माना जा रहा है. पर्सनल फाइनेंस एक्सपर्ट पंकज मठपाल का भी मानना है कि इस वक्त कंज्यूमर को राहत देना जरूरी है. महंगाई अपने चरम पर है. RBI भी अपने कर्ज की दर में बढ़ोतरी कर चुका है और आगे भी संभावना है कि रेपो रेट बढ़ेगा. ऐसे में छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज बढ़ाने का फैसला अच्छा कदम हो सकता है. इससे बैंकों के पास भी छोटी बचत योजनाओं के जरिए लिक्विडिटी बढ़ने का ऑप्शन है. लिक्विडिटी बढ़ने से महंगाई पर काबू पाने के पर्याप्त रिसोर्स होंगे.
4/5
तिमाही आधार पर रिवाइज होती हैं ब्याज दरें
5/5