एनर्जी सेक्टर का ग्लोबल ड्राइवर होगा भारत, रिफॉर्म्स से आएगी सेक्टर में तेज ग्रोथ: धर्मेंद्र प्रधान
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा- भारत में भी हम महत्वपूर्ण एनर्जी सोर्स का व्यावसायिक इस्तेमाल करते हुए ज्यादा उर्जा और कम कार्बन के मकसद को पूरा करने के लिए विकल्प तलाश रहे हैं.
भारत एनर्जी ट्रांसमिशन के इस दौर में जिम्मेदार तरीके से अपनी भूमिका निभा रहा है.
भारत एनर्जी ट्रांसमिशन के इस दौर में जिम्मेदार तरीके से अपनी भूमिका निभा रहा है.
एनर्जी सिस्टम (ऊर्जी प्रणाली) में ग्लोबल स्तर पर काफी तेजी से बदलाव हो रहे हैं. भारत भी अपने एनर्जी सेक्टर में काफी बदलाव कर रहा है. पेट्रोलियम एवं तेल और स्टील मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने KPMG के एनुअल एनर्जी कॉन्क्लेव में कहा- भारत में भी हम महत्वपूर्ण एनर्जी सोर्स का व्यावसायिक इस्तेमाल करते हुए ज्यादा उर्जा और कम कार्बन के मकसद को पूरा करने के लिए विकल्प तलाश रहे हैं. भारत एनर्जी ट्रांसमिशन के इस दौर में जिम्मेदार तरीके से अपनी भूमिका निभा रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने के विजन पर बोलते हुए धर्मेंद्र प्रधान ने कहा हम लगातार ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के साथ ईज ऑफ लिविंग पर फोकस कर रहे हैं. प्रधान ने कहा इंफ्रास्ट्रक्चर, डिजिटल इकोनॉमी में बड़े निवेश और SME इंडस्ट्री में रोजगार सृजन से इंडियन इकोनॉमी की ग्रोथ को रफ्तार मिलेगी. प्रधान ने कहा एनर्जी ग्रोथ को लगातार बढ़ाते रहना ही सरकार की प्राथमिकता है. डिमांड और सप्लाई दोनों की मामलों में काफी अच्छी बढ़त देखने को मिली है. क्योंकि, दुनिया और भारत वैश्विक विकास और कल्याण को आगे बढ़ाने के लिए बेहतर तरीकों की तलाश कर रहे हैं.
सुधारों पर बोलते हुए धर्मेंद्र प्रधान ने कहा- पीएम मोदी की लीडरशिप में कारोबारी के अनुकूल माहौल बनाने के लिए हमारी सरकार ने पिछले पांच साल में बड़े रिफॉर्म्स किए हैं. इनमें इन्सॉल्वेंसी और बैंकरप्सी कोड, टैक्स और इंटीलैचुअल प्रॉपर्टी जैसे रिफॉर्म्स शामिल हैं. कारोबारी माहौल अनुकूल बनाने के लिए उठाए गए कदमों से हाईड्रोकार्बन सेक्टर में भी मजबूती आई है.
TRENDING NOW
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
Intraday में बनेगा तगड़ा पैसा! पोर्टफोलियो में रख लें ये 5 शेयर, एक्सपर्ट ने बताया टारगेट और स्टॉप लॉस
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा 'दुनिया के बाकी हिस्सों की तुलना में भारत में ऊर्जा गरीबी को खात्म करना विशेष राष्ट्रीय परिस्थितियों पर निर्भर है. यह तब और ज्यादा है जब औसत भारतीय केवल ऊर्जा की प्रति व्यक्ति खपत के एक तिहाई हिस्से पर गुजारा करता है, संयुक्त राष्ट्र का भी मानना है कि मानव कल्याण के लिए यह आवश्यक है.' भारत में एनर्जी की बड़ी डिमांड है. आने वाले दशकों में भारत ही एनर्जी के क्षेत्र में ग्लोबल लीडर बन सकता है.
05:19 PM IST