घर खरीदना और बनाना होगा सस्ता, वित्त मंत्री का इशारा- सरकार जल्द देगी बड़ी राहत
वित्त मंत्री ने कहा कि कंज्यूमर के लिहाज से 28% स्लैब लगभग खत्म होने के कगार पर है. यानी अगर सीमेंट पर GST घटती है तो घर खरीदने और बनाने वालों को जल्द ही बड़ी राहत मिल सकती है.
वित्त मंत्री ने कहा कि कंज्यूमर के लिहाज से 28% स्लैब लगभग खत्म होने के कगार पर है. (प्रतीकात्मक)
वित्त मंत्री ने कहा कि कंज्यूमर के लिहाज से 28% स्लैब लगभग खत्म होने के कगार पर है. (प्रतीकात्मक)
रिपोर्ट- प्रकाश प्रियदर्शी: घर खरीदना और बनाना जल्द ही सस्ता होगा. केंद्र सरकार सीमेंट के दाम पर GST घटाने पर विचार कर रही है. 22 दिसंबर को GST काउंसिल की बैठक में भले ही सीमेंट को लेकर कोई राहत नहीं मिली हो, लेकिन वित्त मंत्री अरुण जेटली का कहना है कि जल्द ही सीमेंट को भी 28% के स्लैब से निकालकर 18% के टैक्स स्लैब में लाया जाएगा. वित्त मंत्री ने कहा कि कंज्यूमर के लिहाज से 28% स्लैब लगभग खत्म होने के कगार पर है. यानी अगर सीमेंट पर GST घटती है तो घर खरीदने और बनाने वालों को जल्द ही बड़ी राहत मिल सकती है.
कंस्ट्रक्शन से जुड़े सामान हो चुके हैं सस्ते
कंस्ट्रक्शन से जुड़े सामानों को पहले ही सरकार 28 परसेंट के GST स्लैब से निकालकर 18 परसेंट में ला चुकी है. अब अगर सीमेंट भी सस्ती होती है तो घर खरीदारों को बड़ी राहत मिलेगी. क्योंकि घर बनाने में सीमेंट की ऊंची लागत के कारण मूल कीमत बहुत ज्यादा पहुंच जाती है.
28% का GST स्लैब होगा खत्म
शुरू में जब GST लागू किया गया टैक्स के कई स्लैब बनाए गए. लेकिन हर बार सरकार की कोशिश रहती है कि GST काउंसिल की बैठक में कंज्यूमर्स को कुछ न कुछ राहत दी जाए. 22 दिसंबर को हुई काउंसिल की बैठक के बाद सरकार अब 28 परसेंट के स्लैब को ही खत्म करने पर विचार कर रही है. इसकी जगह सरकार 12 और 18 परसेंट वाले स्लैब की चीजों को किसी तीसरे स्लैब में लाने के बारे में सोच रही है. मसलन ये स्टैंडर्ड स्लैब 15 परसेंट या 16 परसेंट का हो सकता है. हां लेकिन सिन गुड्स, मसलन सिगरेट, तंबाकू, सिगार जैसी चीजों और लग्जरी आइटम्स पर टैक्स का ऊंचा स्लैब ही रहेगा.
सिर्फ ये स्लैब रहेंगे
वित्त मंत्री ने कहा कि सिन गुड्स और लग्जरी आइटम को छोड़कर GST स्लैब की प्रक्रिया अब लगभग पूरी हो चुकी है. मेरा मानना है कि आने वाले दिनों में अब हम 12% और 18% के स्लैब को मिलाकर एक स्टैण्डर्ड स्लैब बनाने पर मंथन करेंगे. नया स्लैब दोनों के बीच का होगा, इसमे थोड़ा वक्त लगेगा पर ये तय है कि GST के लिए 0, 5, 12-18% को मिलाकर एक स्टैंडर्ड रेट ही होगा.
बढ़ रहा है जीएसटी कलेक्शन
छोटे सेवा कर निर्धारणकर्ता के लिए कम्पोजिशन स्कीम पर विचार किया जा रहा है. GST लागू होने के 18 महीने के दौरान राजस्व संग्रह में लगातार तेजी आ रही है और इसमे स्थिरता भी बनी हुई है. पिछले साल के औसत 89,700 करोड़ रुपए मासिक कलेक्शन की तुलना में दूसरे साल में औसत 97,100 करोड़ रुपये का कलेक्शन हो रहा है.
01:22 PM IST