सोशल मीडिया पर बेवकूफ बनाना पड़ेगा भारी, सरकार ने सेलिब्रिटी, इन्फ्लुएंसर के लिए जारी की गाइडलाइन
गाइडलाइंस का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि उत्पाद या सेवाओं का विज्ञापन करने वाला शख्स अपने दर्शकों को गुमराह न करें.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ग्राहकों को बेवकूफ बनाना अब सेलिब्रिटी, इन्फ्लुएंसर को भारी पड़ेगा. मिनिस्ट्री ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स, फूड एंड पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन के तहत डिपार्टमेंट ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सेलिब्रिटी, इन्फ्लुएंसर और वर्चुअल इन्फ्लुएंसर्स के लिए गाइडलाइन जारी किया है. गाइडलाइंस का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि उत्पाद या सेवाओं का विज्ञापन करने वाला शख्स अपने दर्शकों को गुमराह न करें और वे उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम और किसी भी संबंधित नियमों या गाइडलाइन के कंप्लायंस में हों.
फॉलो करने होंगे ये गाइडलाइन
गाइडलाइन के मुताबिक, एंडोर्समेंट सरल और स्पष्ट भाषा में किया जाना चाहिए, और विज्ञापन, स्पॉन्सर्ड, सहयोग या पेड प्रोमोशन जैसे शब्दों का उपयोग किया जा सकता है. इंडिविजुएल को किसी भी प्रोडक्ट या सर्विस को एंडोर्स नहीं करना चाहिए जिसका उन्होंने व्यक्तिगत रूप से उपयोग या अनुभव नहीं किया है या जिसमें उनके द्वारा उचित परिश्रम नहीं किया गया है.
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विभाग ने यह पाया है कि किस प्रकार की साझेदारी के लिए किस डिस्क्लेमर शब्द का उपयोग किया जाए, इसे लेकर भ्रम की स्थिति है. इसलिए, पेड या बार्टर ब्रांड एंडोर्समेंट के लिए इनमें से किसी भी डिक्लेमर किए जाने वाले शब्द- विज्ञापन, ऐड, स्पॉन्सर्ड, सहयोग, या पार्टनरशिप का उपयोग किया जा सकता है, हालांकि, शब्द को हैशटैग या हेडलाइन टेक्स्ट के रूप में दर्शाया जाना चाहिए.
गाइडलाइन बताता है व्यक्तियों या समूहों के पास दर्शकों तक पहुंच है और इन्फ्लुएंसर और सेलिब्रिटी के अधिकार, ज्ञान, स्थिति या रिश्ते के कारण किसी उत्पाद, सेवा, ब्रांड या अनुभव के बारे में अपने दर्शकों के खरीदारी के फैसले या राय को प्रभावित करने की शक्ति है, जिसके बारे में उन्हें अपने दर्शकों के साथ, खुलासा करना चाहिए.
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इस तरह दिखाएं डिस्क्लेमर
डिस्क्लेमर संदेश में इस तरह से रखा जाना चाहिए जो स्पष्ट, प्रमुख और याद करने में पूरी तरह से उचित हो. खुलासे को हैशटैग या लिंक के समूह के साथ नहीं मिलाया जाना चाहिए. किसी तस्वीर में एंडोर्समेंट के लिए डिस्क्लेमर को छवि पर पर्याप्त रूप से प्रदर्शित किया जाना चाहिए ताकि दर्शक उसे नोटिस कर सकें. किसी वीडियो या लाइव स्ट्रीम में एंडोर्समेंट के लिए डिस्क्लेमर ऑडियो और वीडियो दोनों प्रारूपों में किया जाना चाहिए और पूरी स्ट्रीम के दौरान लगातार और प्रमुखता से प्रदर्शित किया जाना चाहिए.
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10:17 PM IST