MSP पर तुअर दाल खरीदेगा NAFED, यहां रजिस्ट्रेशन का पूरा प्रोसेस जान लें किसान
सरकारी संस्था नेफेड (NAFED) ने किसानों से तुअर दाल की खरीद की घोषणा की है. दाल की खरीद एमएसपी (MSP) पर की जाएगी. आइए जानते हैं रजिस्ट्रेशन का पूरा प्रोसेस.
(Image- esamridhi)
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केंद्र सरकार तुअर और मसूर के घरेलू उत्पादन को बढ़ाने और आयात निर्भरता को शून्य स्तर तक कम करना चाहती है. सरकार 2027 तक दालों में आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. भारत चने (Chana) और कई अन्य दलहन फसलों में आत्मनिर्भर हो गया है. केवल अरहर (Tur) और उड़द (Urad) में थोड़ी कमी रह गई है. सरकारी संस्था नेफेड (NAFED) ने किसानों से तुअर दाल की खरीद की घोषणा की है. दाल की खरीद एमएसपी (MSP) पर की जाएगी. आइए जानते हैं रजिस्ट्रेशन का पूरा प्रोसेस.
यहां कराना होगा रजिस्ट्रेशन
ऐसे किसान जो अपनी तुअर दाल की नेफेड (NAFED) को बेचना चाहते हैं, वो नेफेड की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं. किसान मोबाइल से भी तुअर दाल और मक्का की बिक्री के लिए नेफेड की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. रजिस्ट्रेश कराने का प्रोसेस बहुत ही आसान है.
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- आपको सबसे पहले https://esamridhi.in/#/ वेबसाइट पर जाना होगा.
- यहां आपको फार्मर रजिस्ट्रेशन और एजेंसी रजिस्ट्रेशन दिखेगा.
- आप किसान हैं तो आपको फार्मर रजिस्ट्रेशन पर क्लिक करना होगा.
- यहां अपना मोबाइल नंबर और कैप्चा दर्ज करें.
- नेफेड पर तुअर बिक्री का रजिस्ट्रेशन पूरा हो जाएगा.
कैसे करता है काम?
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एक बार जब कोई किसान नए ई-समृद्धि (esamridhi) प्लेटफॉर्म पर खुद को रजिस्टर करता है तो वह सभी खरीदे गए और रिजेक्टेड लॉट को रिकॉर्ड करता है. प्रत्येक लॉट के लिए एक यूनिक नंबर जारी करता है और इन्वेंट्री को अपडेट करता है. उपयोगकर्ता खरीदी गई वस्तुओं की सूची देख सकते हैं. सिस्टम प्रत्येक बैग को एक क्यूआर कोड (QR Code) के साथ टैग करता है जिसे ई-समृद्धि खरीद पोर्टल के साथ मैप किया जाता है और इस प्रकार खरीद प्रक्रिया को आसान और सुव्यवस्थित किया जाता है, जिससे पारदर्शिता, सटीकता और गुणवत्ता सुनिश्चित होती है.
संशोधित ई-समृद्धि प्लेटफॉर्म खरीद और इन्वेंट्री मैनेजमेंट को एकीकृत करता है, जिससे पीएफएमएस प्रोसेस के जरिए किसानों को सीधे भुगतान किया जाता है. किसान को डीबीटी (DBT) के माध्यम से खाते में सीधा पैसा ट्रांसफर किया जाता है. किसानों को बोनस भी दिया जाएगा. किसानों को समय पर बिना किसी परेशानी के सीधे उनके खातों में भुगतान से फायदा होता है.
10:53 AM IST