एक्वाकल्चर को प्रोमोट करने के लिए सरकार लॉन्च करेगी Blue Economy 2.0, बनाएगी 5 इंटीग्रेटेड एक्वा पार्क
Blue Economy 2.0: सीतारमण ने घोषणा की कि जलीय कृषि उत्पादकता को मौजूदा 3 से 5 टन प्रति हेक्टेयर तक बढ़ाने के लिए प्रधान मंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (PMMSY) के कार्यान्वयन को बढ़ाया जाएगा, निर्यात को दोगुना कर 1 लाख करोड़ रुपये किया जाएगा.
Blue Economy 2.0: मत्स्य पालन क्षेत्र (Fish Farming) को बढ़ावा देने के लिए वित्त मंत्री (Finance Minister) निर्मला सीतारमण ने कहा है कि भारत में 5 इंटीग्रेटेड एक्वा पार्क (Aqua Park) स्थापित किए जाएंगे. 1 फरवरी को संसद में अंतरिम बजट (Interim Budget) पेश करते हुए, मंत्री ने कहा, यह हमारी सरकार थी, जिसने मछुआरों की सहायता के महत्व को समझते हुए मत्स्य पालन (Fish Farming) के लिए एक अलग विभाग की स्थापना की. इसके परिणामस्वरूप अंतर्देशीय और जलीय कृषि उत्पादन दोगुना हो गया है.
मछली उत्पादन बढ़ाने पर फोकस
मंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि 2013-14 के बाद से समुद्री खाद्य निर्यात भी दोगुना हो गया है. सीतारमण ने घोषणा की कि जलीय कृषि उत्पादकता को मौजूदा 3 से 5 टन प्रति हेक्टेयर तक बढ़ाने के लिए प्रधान मंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (PMMSY) के कार्यान्वयन को बढ़ाया जाएगा, निर्यात को दोगुना कर 1 लाख करोड़ रुपये किया जाएगा और निकट भविष्य में 55 लाख रोजगार के अवसर पैदा किए जाएंगे.
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एक्वाकल्चर के लिए नई योजना होगी शुरू
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मंत्री ने ब्लू इकोनॉमी 2.0 (Blue Economy 2.0) पर जोर दिया और घोषणा की कि जलवायु-लचीली गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए बहाली और अनुकूलन उपायों और एकीकृत और बहु-क्षेत्रीय दृष्टिकोण के साथ तटीय जलीय कृषि और समुद्री कृषि के लिए एक योजना शुरू की जाएगी. सीतारमण ने यह भी घोषणा की कि डेयरी किसानों को समर्थन देने के लिए एक व्यापक कार्यक्रम तैयार किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि खुरपका और मुंहपका रोग को नियंत्रित करने के प्रयास पहले से ही जारी हैंय सीतारमण ने कहा, भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक है लेकिन दुधारू पशुओं की उत्पादकता कम है. उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम राष्ट्रीय गोकुल मिशन, राष्ट्रीय पशुधन मिशन और डेयरी प्रसंस्करण और पशुपालन के लिए बुनियादी ढांचा विकास निधि जैसी मौजूदा योजनाओं की सफलता पर बनाया जाएगा.
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05:08 PM IST