कुमार मंगलम बिड़ला का सरकार को ऑफर- क्या कर्ज में फंसी Vodafone Idea पर होगा सरकारी कंट्रोल?
31 मार्च 2021 तक के आंकड़ों के मुताबिक वोडाफोन आइडिया (VIL) पर कुल 1,80,310 करोड़ रुपये का कर्ज है. इसमें लीज देनदारी शामिल नहीं है. VIL में कुमार मंगलम बिड़ला की 27 फीसदी हिस्सेदारी है.
सितंबर 2020 में VIL को उसके बोर्ड से 25,000 करोड़ रुपये जुटाने की मंजूरी मिली थी. हालांकि, कंपनी अभी तक यह फंड जुटाने में कामयाब नहीं हुई है (Image: PTI)
सितंबर 2020 में VIL को उसके बोर्ड से 25,000 करोड़ रुपये जुटाने की मंजूरी मिली थी. हालांकि, कंपनी अभी तक यह फंड जुटाने में कामयाब नहीं हुई है (Image: PTI)
आदित्य बिड़ला ग्रुप (Aditya Birla Group) के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला (Kumar Mangalam Birla) भारी कर्ज में डूबी टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया लिमिटेड (VIL) में अपनी हिस्सेदारी छोड़ने को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि वह अपनी हिस्सेदारी सरकार या किसी अन्य कंपनी, जिसे सरकार समझे कि वह चला सकती है, को देने को तैयार हैं. बिड़ला ने कैबिनेट सेक्रेटरी (Cabinet Secretary) राजीव गाबा को जून में लिखे लेटर में यह ऑफर दिया है.
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, वोडाफोन आइडिया लिमिटेड (VIL) पर कुल 58,254 करोड़ रुपये का एजीआर बकाया है. इसमें से कंपनी ने अभी तक केवल 7,854.37 करोड़ रुपये का भुगतान किया है और उसे अभी 50,399.63 करोड़ रुपये का भुगतान करना है. वोडाफोन आइडिया और भारती एयरटेल ने एजीआर पर सरकारी कैलकुलेशन में सुधार के लिए सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी, लेकिन शीर्ष कोर्ट ने याचिका खारिज कर दी थी.
कुमार मंगलम बिड़ला की वोडाफोन आइडिया में करीब 27 फीसदी हिस्सेदारी है. उन्होंने लेटर में लिखा है कि निवेशक एजीआर देनदारी, स्पेक्ट्रम भुगतान पर पर्याप्त मोरेटोरियम और कॉस्ट ऑफ सर्विस से अधिक फ्लोर प्राइस जैसे मुद्दों पर क्लियरिटी नहीं होने के चलते कंपनी में निवेश नहीं करना चाहते हैं. बिड़ला ने कहा कि इन तीन मुद्दों पर जुलाई तक सरकार के तत्काल और एक्टिव सपोर्ट के बिना, वोडाफोन आइडिया बंद होने की कगार पर आ जाएगी.
बिड़ला की सरकार को पेशकश
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बिड़ला ने अपने लेटर में लिखा, वोडाफोन आइडिया के साथ जुड़े 27 करोड़ भारतीयों के प्रति अपने कर्तव्य की भावना के साथ मैं कंपनी में अपनी हिस्सेदारी मैं किसी भी कंपनी (सरकारी /सरकार/घरेलू फाइनेंशियल कंपनी) या ऐसी किसी भी कंपनी को जिसे सरकार उचित समझती है, को सौंपने की पेशकश करता हूं.'' इस पर आदित्य बिड़ला ग्रुप या वोडाफोन आइडिया लिमिटेड की तरफ से कोई जवाब नहीं मिल पाया है. इसके अलावा, अभी यह नहीं कहा जा सकता कि 7 जून के लेटर के बाद बिड़ला या सरकार के बीच कोई बातचीत हुई है.
VIL पर 1.81 लाख करोड़ का कर्ज
सितंबर 2020 में वोडाफोन आइडिया लिमिटेड को उसके बोर्ड से 25,000 करोड़ रुपये जुटाने की मंजूरी मिली थी. हालांकि, कंपनी अभी तक यह फंड जुटाने में कामयाब नहीं हुई है. बिड़ला के लेटर के मुताबिक वोडाफोन आइडिया लिमिटेड ने अभी तक किसी चीनी निवेशक से संपर्क नहीं किया है. 31 मार्च 2021 तक के आंकड़ों के मुताबिक वोडाफोन आइडिया पर कुल 1,80,310 करोड़ रुपये का कर्ज है. इसमें लीज देनदारी शामिल नहीं है. कंपनी के कर्ज में 96,270 करोड़ रुपये के स्पेक्ट्रम पेमेंट, बैंकों और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट्स का 23,080 करोड़ रुपये शामिल है. इसके अलावा, कंपनी की एजीआर देनदारी है.
05:31 PM IST