10, 20, 100 रुपए के नोट पर होता है खतरनाक VIRUS, वैज्ञानिक कर चुके हैं खुलासा
Written By: शुभम् शुक्ला
Fri, Mar 06, 2020 12:47 PM IST
दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस से लगातार खतरा बढ़ रहा है. दक्षिण कोरिया में करीब 1 लाख लोग इसकी चपेट में हैं. भारत में इस वायरस के होने का अलर्ट जारी किया जा चुका है. वायरस को लेकर लगातार एडवाइजरी दी जा रही है. कोरोना एक से दूसरे और दूसरे से तीसरे के बीच फैलता है. लेकिन, क्या कोरोना से ही हमें सुरक्षित रहने की जरूरत है? हम रोजाना कितने वायरस या संक्रमण से गुजरते हैं लेकिन क्या कोई ध्यान देता है? क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी जेब में पड़े नोट (इंडियन करेंसी) पर भी वायरस हो सकता है? ये वायरस इतना खतरनाक है कि इससे आपकी जान तक को खतरा हो सकता है. हालांकि, इस स्टडी या हमारा मकसद किसी भी तरह का पैनिक फैलाने का नहीं है. बस आप सुरक्षित रहें, इसलिए अलर्ट किया जा रहा है. कुछ बातें ध्यान में रखकर आप सुरक्षित रह सकते हैं.
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इंडियन करेंसी में खतरनाक बैक्टीरिया और वायरस मिले
करेंसी नोट पर किए गए एक शोध में यह खुलासा हो चुका है कि नोट पर भी वायरस होते हैं. कुछ समय पहले आई एक स्टडी में दावा किया गया था कि इंडियन करेंसी में खतरनाक बैक्टीरिया और वायरस मिले हैं. भारतीय वैज्ञानिकों के एक पैनल ने ही इंडियन नोटों पर एक विशेष स्टडी की थी. स्टडी में नोट्स पर एंटीबायोटिक प्रतिरोधक जीन पाया गया था.
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रिसर्च में हुआ था खुलासा
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10, 20 और 100 के नोट पर मिला वायरस
वैज्ञानिकों ने स्टडी के लिए 10, 20 और 100 रुपए के नोटों का इस्तेमाल किया था. इसमें वैज्ञानिकों ने 'शॉटगन मेटाजिनोम सिकुएन्सिंग अप्रोच" ("a shotgun metagenome sequencing approach") तकनीक का सहारा लिया था. वैज्ञानिकों की यह पद्धति रोगाणुओं की पहचान करने में कारगर हुई. इससे जटिल डेटा इकट्ठा करने में मदद मिली.
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प्रतिरोधक क्षमता को कम करने वाले जीन मिले
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कितना खतरनाक है ये वायरस
रिपोर्ट के मुताबिक, नोट पर 70 फीसदी यूकेरियोटा यानी फफूंद और प्रोटोजोआ मिला. इन नोटों पर 9 फीसदी बैक्टिरिया मिला. एक फीसदी से कम वह वायरस मिला, जो जीव कोशिकाओं को नष्ट करता है. रिपोर्ट में पाया गया कि नोटों की पतली सतह पर यह वायरस आसानी से सेटल हो जाते हैं. पतली कागज पर चिपककर वह लंबे समय तक इस पर बने रह सकते हैं. जो इन्हें इस्तेमाल करने वालों के लिए खतरनाक है. डॉक्टरी भाषा में कहें तो इससे लोगों को जान तक का खतरा हो सकता है.
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कहां से लिए गए नोट
स्टडी के लिए सभी नोट ग्रोसरी शॉप्स, केमिस्ट शॉप्स, स्नैक्स बार, हार्डवेयर शॉप और स्ट्रीट वेंडर से लिए गए थे. वैज्ञानिकों का मानना है कि ये वो जगह हैं जहां करेंसी का रोजाना सबसे ज्यादा आदान-प्रदान होता है. यहां नोट कईं हाथों से गुजरने के बाद इन वेंडर्स तक पहुंचते हैं. इसलिए इन नोटों पर स्टडी करना आसान था.
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पैनल में कौन-कौन था शामिल
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नोट के प्रचलन पर निर्भर करती है वायरस की संख्या
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बैंक और अस्पताल में भी हैं संक्रमित नोट
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किस देश में सबसे ज्यादा संक्रमित नोट?
नोटों पर की गई इसी तरह की एक और स्टडी जर्नल पीर-रिव्यूड में प्रकाशित की गई थी. इस स्टडी में यह समझने की कोशिश की गई थी कि दुनियाभर में किस देश के नोट ज्यादा संक्रमित हैं. रिपोर्टे के मुताबिक, फिलीस्तीन के नोट 96.25 फीसदी, कोलंबिया 91.1 फीसदी, साउथ अफ्रीका के 90 फीसदी, सउदी अरब के 88 फीसदी और मैक्सिको के 69 फीसदी नोट संक्रमित हैं.
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