चेक बुक पर छपे नंबरों में छुपा होता है बहुत कुछ, इनका मतलब नहीं जानते होंगे आप
अगर आपसे पूछा जाए कि चेक पर क्या-क्या होता है तो आप क्या कहेंगे. अमाउंट, साइन, नाम आदि, लेकिन इसके अलावा भी कई ऐसी जानकारियां रहती हैं.
एक चेक आपके बैंक अकाउंट की पूरी कुंडली सबके सामने ला सकता है.
एक चेक आपके बैंक अकाउंट की पूरी कुंडली सबके सामने ला सकता है.
चेक बुक के बारे में तो आप जानते ही होंगे. आप में से कई लोगों ने किसी के लिए चेक इश्यू किया होगा तो किसी को चेक मिला होगा. मुद्दा ये है कि चेक से हम सभी का पाला पड़ता ही रहता है. अगर आपसे पूछा जाए कि चेक पर क्या-क्या होता है तो आप क्या कहेंगे. अमाउंट, साइन, नाम आदि, लेकिन इसके अलावा भी कई ऐसी जानकारियां रहती हैं, जिनके बारे में आपको पता नहीं रहता है.
आप सोच रहे होंगे कि ये जानना क्यों जरूरी है. इस तरह की जानकारी आपको काफी स्मार्ट बना सकती है. एक चेक आपके बैंक अकाउंट की पूरी कुंडली सबके सामने ला सकता है. जैसे MICR कोड के शुरू के तीन अंक छोड़कर अगले तीन अंक उस बैंक की जन्म कुंडली खोलते हैं, जो हर बैंक का एक यूनीक कोड होता है. इस कोड से आप बैंक का पता लगा सकते हैं. उदाहरण के तौर पर ICICI बैंक का कोड होता है 229 और HDFC का 240.
हम आपको बता रहा है चेक से जुड़ी कुछ बेहद जरूरी जानकारियां-
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
चेक नंबर
चेक नंबर 6 डिजिट का होता है. यह आपके चेक बुक की रनिंग सीरीज का नंबर होता है. किसी भी तरह के रिकॉर्ड के लिए सबसे पहले चेक नंबर ही देखा जाता है. अगर आप किसी को चेक इश्यू कर रहे हैं तो सबसे जरूरी चेक नंबर ही है.
MICR कोड
इसका मतलब होता है मैग्नेटिक इंक कैरेक्टर रिकॉग्निशन. यह नंबर बैंक को उस ब्रांच का पता लगाने में मदद करता है, जिससे चेक इश्यू किया गया है. चेक के इस कोड को एक खास चेक रीडिंग मशीन पढ़ती है. यह 9 अंकों का एक नंबर होता है, जो चेक के लिए बेहद जरूरी होता है. यह नंबर तीन अलग-अलग भागों में बांटा जाता है.
1- सिटी कोड
MICR कोड के पहले तीन डिजिट सिटी कोड होते हैं. यह आपके शहर के पिन कोड के पहले तीन डिजिट के ही होते हैं. इस नंबर को देखकर आप पता लगा सकते हैं कि किस शहर से आपका चेक आया है.
2- बैंक कोड
MICR कोड के अगले तीन अंक उस बैंक की जन्म कुंडली खोलते हैं, जो हर बैंक का एक यूनीक कोड होता है. इस कोड से आप बैंक का पता लगा सकते हैं. उदाहरण के तौर पर ICICI बैंक का कोड होता है 229, HDFC का 240.
3- ब्रांच कोड
MICR कोड के आखिरी तीन डिजिट ब्रांच कोड होते हैं. हर बैंक का अपना अलग ब्रांच कोड होता है. यह कोड बैंक से जुड़े हर ट्रांजैक्शन में इस कोड का प्रयोग किया जाता है.
बैंक अकाउंट नंबर
आपके चेक में मौजूद एक और खास नंबर होता है, जिस पर शायद आपका ध्यान गया हो. यह होता है आपका बैंक अकाउंट नंबर. यह नई चेक बुक्स में होता है. अगर आपका ध्यान पुरानी चेक बुक पर जाएगा, जो कोर बैंकिंग सॉल्यूशन से पहले प्रिंट की गई थीं, उसमें यह नंबर नहीं होता है.
ट्रांजेक्शन आईडी
आपके चेक के नीचे छपे नंबरों में से अंतिम दो अंक आपकी ट्रांजेक्शन आईडी दिखाते हैं. 29, 30 और 31 एट पार चेक को दर्शाते हैं और 09, 10 और 11 लोकल चेक को दर्शाते हैं.
12:31 PM IST