Home Loan हुआ महंगा- Axis Bank से लोन लेने जा रहे हैं तो चेक करें नया इंटरेस्ट रेट, बैंक ने बढ़ाया MCLR
बैंकों के ब्याज दरों का गणित रेपो रेट पर निर्भर होता है. जो बीते कुछ महीनों में लगातार बढ़ रही हैं. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति ने सितंबर में रेपो रेट को बढ़ाने का फैसला लिया, जिससे दरों में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी हुई.
अगर दिवाली पर घर खरीदने का प्लान है, तो आपको झटका लग सकता है. क्योंकि एक्सिस बैंक ने होम लोन की ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है. बैंक ने ब्याज दरों में 0.25 फीसदी का इजाफा किया है. इससे आपको मंथली EMI पहले से ज्यादा भरना होगा. नई ब्याज दरें 18 अक्टूबर यानी आज से ही लागू हो गई हैं. इससे पहले SBI, फेडरल बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक ने भी ब्याज दरों में बढ़ोतरी की.
MCLR में बढ़ोतरी से EMI पर असर
ब्याज दरों में बढ़ोतरी की बड़ी वजह मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट (MCLR) है. एक्सिस बैंक की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक ओवरनाइट और एक महीने के लोन के लिए MCLR 8.15 फीसदी, तीन महीने के लिए 8.25 फीसदी, छह महीने के लिए 8.30 फीसदी और एक साल के लिए 8.35 फीसदी कर दिया गया है.
MCLR के चलते बैंकों में बढ़ाई दर
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एक्सिस बैंक के दो साल का MCLR 8.45 फीसदी और तीन साल के लिए MCLR 8.50 फीसदी पर है. बता दें कि मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट को RBI ने शुरू किया है. MCLR तय होने पर कोई भी बैंक इससे कम दर पर ग्राहकों को लोन नहीं दे सकता है. एक्सिस बैंक से पहले स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, कोटक महिंद्रा बैंक, फेडरल बैंक ने भी ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है.
RBI के एक्शन का असर
बैंकों के ब्याज दरों का गणित रेपो रेट पर निर्भर होता है. जो बीते कुछ महीनों में लगातार बढ़ रही हैं. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति ने सितंबर में रेपो रेट को बढ़ाने का फैसला लिया, जिससे दरों में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. इसके बाद रेपो रेट 5.9 फीसदी हो गई. रेपो रेट का यह आंकड़ा पिछले तीन सालों में सबसे ज्यादा है. रेपो रेट वो दर होती है जिस पर सेंट्रल बैंक यानी RBI दूसरे बैंकों को कर्ज देता है, जिससे बैंकों के पास पर्याप्त नकदी यानी लिक्विडिटी बनी रहे.
03:13 PM IST