डेबिड/क्रेडिट कार्ड के साथ कभी न करें यह काम, नहीं तो बन जाएगा जी का जंजाल
समय-समय पर बैंक और सरकारी वित्त संस्थाएं प्लास्टिक मनी के इस्तेमाल की गाइडलाइंस जारी करती रहती है. इसलिए परेशानी से बचने के लिए हमेशा इन गाइडलाइंस का इस्तेमाल करना चाहिए.
जैसे-जैसे हम डिजिटल युग में बढ़ रहे हैं, नए-नए प्रकार के फर्जीवाड़े भी सामने आ रहे हैं. इसलिए एटीएम कार्ड के इस्तेमाल में हमेशा सावधानी बरतें. (फोटो- Reuters)
जैसे-जैसे हम डिजिटल युग में बढ़ रहे हैं, नए-नए प्रकार के फर्जीवाड़े भी सामने आ रहे हैं. इसलिए एटीएम कार्ड के इस्तेमाल में हमेशा सावधानी बरतें. (फोटो- Reuters)
डिजिटल होते युग में भुगतान सिस्टम को आसान बना दिया है. अब जेब में पैसा लेकर घूमने की जरूरत नहीं होती. लेकिन कभी-कभी ये सुविधाएं थोड़ी सी लापरवाही में जी का जंजाल साबित होती हैं. इसलिए डिजिटल पेमेंट में बहुत ही सावधानी बरतनी चाहिए. समय-समय पर बैंक और सरकारी वित्त संस्थाएं प्लास्टिक मनी के इस्तेमाल की गाइड लाइंस जारी करती रहती है. इसलिए परेशानी से बचने के लिए हमेशा इन गाइडलाइंस का इस्तेमाल करना चाहिए.
जैसे-जैसे हम डिजिटल युग में बढ़ रहे हैं, नए-नए प्रकार के फर्जीवाड़े भी सामने आ रहे हैं. हापुड़ के रहने वाले पुनीत कुमार का खाता कई बैंकों में है. वह लेन-देन के लिए एटीएम (डेबिड कार्ड) कार्ड का इस्तेमाल करता है. एटीएम के पिन नंबर में गलती न हो, इसलिए पुनीत ने अपने एटीएम कार्ड पर उनके पिन नंबर भी लिखे हुए हैं. हालांकि यह एकदम गलत है, लेकिन पुनीत का तर्क है कि उसके एटीएम कार्ड को घर के सदस्य भी इस्तेमाल करते हैं, इसलिए पिन नंबर उसने कार्ड पर ही लिख लिया है.
पुनीत ने यह काम किया तो अपनी सुविधा के लिए था, लेकिन आज यह सुविधा उसके और पूरे परिवार के लिए एक बड़ी मुसीबत साबित हो रही है.
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जानकारी के मुताबिक, पुनीत का एक एटीएम कार्ड कुछ समय पहले खो गया था, जिसका उसे पता ही नहीं चला. क्योंकि उसका सोचना था कि वह कार्ड घर के किसी सदस्य पर है.
पिछले हफ्ते पुनीत के पास आगरा से यूपी पुलिस के खुफिया विभाग से नोटिस आया और उसे फौरन आगरा तलब किया गया. पुलिस का फोन आने पर पुनीत के होश फाख्ता हो गए और उसे आगरा में पुलिस के सामने पेश होना पड़ा. लेकिन जब पुलिस के सामने पेश हुआ तो पूरे मामले को जानकर उसके पैरों तले जमीन ही खिसक गई.
पुलिस ने उसके खिलाफ एक बड़े फर्जीवाड़े की रिपोर्ट दर्ज की हुई थी. पुलिस ने बताया कि पुनीत ने नौकरी दिलाने के नाम पर आगरा के कुछ लोगों से लाखों रुपये अपने खाते में जमा कराए हैं और अब समय गुजर जाने पर पुनीत ने अपना फोन भी बंद कर लिया. पुलिस के पास सारे प्रमाण पुनीत के खिलाफ हैं. इस हादसे से पुनीत और उसका पूरा परिवार परेशानी में है.
इसलिए अगर आप प्लास्टिक मनी (डेबिड/क्रेडिट कार्ड) का इस्तेमाल करते हैं तो आपको हमेशा सावधानी बरतनी होगी.
डेबिड कार्ड का इस्तेमाल करते समय-
- कभी भी डेबिड या क्रेडिट कार्ड का पिन नंबर सार्वजनिक न करें और समय-समय पर पिन नंबर बदलते रहें.
- डेबिड/क्रेडिट कार्ड पर पिन नंबर कभी भी न लिखें.
- डेबिड/क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतनी चाहिए.
- एटीएम बूथ के अंदर आपके सिवाय कोई अन्य व्यक्ति नहीं होना चाहिए.
- आपके फोन पर आने वाले मैसेज को हमेशा ध्यान से पढ़ना चाहिए.
- आपके बैंक खाते से होने वाले प्रत्येक लेन-देन का रजिस्टर्ड नंबर पर मैसेज आता है.
- जरा भी संदेश होने पर तुरंत बैंक में संपर्क करें और अपने कार्ड को ब्लॉक करा दें.
01:43 PM IST