बंद हुआ आदित्य बिड़ला पेमेंट्स बैंक, केवल 17 महीने पहले शुरू हुआ था
2015 में देश के 11 बड़े कॉरपोरेट घरानों को पेमेंट बैंक के लाइसेंस मिले थे. जिन कंपनियों के पास पेमेंट कारोबार का अनुभव नहीं था उन्होंने लाइसेंस वापस लेने का फैसला किया.
कुल मिलाकर किसी भी पेमेंट बैंक की हालत ठीक नहीं है. माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में कुछ और पेमेंट बैंक बंद हो सकते हैं.
कुल मिलाकर किसी भी पेमेंट बैंक की हालत ठीक नहीं है. माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में कुछ और पेमेंट बैंक बंद हो सकते हैं.
आदित्य बिड़ला ग्रुप ने अपने पेमेंट बैंक को बंद करने का ऐलान किया है. इससे पहले भी लाइसेंस मिलने वाली कंपनियों ने कारोबार में दिलचस्पी नहीं दिखाई है तो अब सवाल उठने लगे हैं, क्या पेमेंट बैंक का भविष्य अब नहीं है? पेमेंट काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन नवीन सूर्या के मुताबिक, जिन कंपनियों के पास पेमेंट कारोबार का अनुभव नहीं था उन्होने लाइसेंस वापस किए हैं और पिछले एक साल में आए नियमों में बदलाव की वजह से भी कंपनियों की पेमेंट कारोबार में दिलचस्पी कम हुई है.
मैसेज से दी सूचना
आदित्य बिड़ला पेमेंट्स बैंक लिमिटेड ने अपने ग्राहकों को मैसेज के जरिये बताया है कि उनके जमा पैसों को वापस किया जाएगा. इसके लिए बैंक ने तैयारी कर ली है. आदित्य बिड़ला पेमेंट्स बैंक आरबीआई द्वारा निर्देशित परिचालन के साथ काम करना जारी रखेगा, ताकि ग्राहकों को जमा राशि निकालने में कोई परेशानी न हो. बैंक के पास करीब 20 करोड़ की नकदी जमा है.
आदित्य बिड़ला ग्रुप ने पेमेंट बैंक को बंद करने का किया एलान, देखिए पेमेंट बैंक की समस्याओं पर PCI के चेयरमैन एमरेटस नवीन सूर्या से अनुराग शाह की खास बातचीत।@anuragshah710 @SuryaNavin pic.twitter.com/EckDnIEPtc
— Zee Business (@ZeeBusiness) July 22, 2019
TRENDING NOW
आदित्य बिड़ला पेमेंट्स बैंक, आइडिया सेल्युलर और आदित्य बिड़ला नूवो लिमिटेड का ज्वाइंट वेंचर है. इसमें आदित्य बिड़ला नूवो लिमिटेड के 51 प्रतिशत शेयर हैं, जबकि आइडिया सेल्युलर के 49 फीसदी शेयर हैं. यह देश में चल रहे कुल 7 पेमेंट बैंक में से एक है. बैंक को बंद किए जाने के निर्णय पर सवाल उठता है कि अब ग्राहकों के पैसों का क्या होगा. बैंक की तरफ से इसको लेकर सफाई दी गई है.
2015 में जारी हुआ था लाइसेंस
तमाम रिपोर्ट के मुताबिक, पेमेंट बैंकों की वित्तीय हालत चिंताजनक है. RBI ने अगस्त 2015 में पेमेंट बैंक के लाइसेंस जारी किए थे. कई बैंक तो अभी तक परिचालन भी शुरू नहीं कर पाए हैं. कुल मिलाकर किसी भी पेमेंट बैंक की हालत ठीक नहीं है. माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में कुछ और पेमेंट बैंक बंद हो सकते हैं. आदित्य बिड़ला ग्रुप के पेमेंट बैंक कारोबार को 17 महीने भी नहीं हुए थे कि बंद होने को लेकर खबर आई है.
पेमेंट बैंकों की क्या हैं दिक्कतें
बता दें, 2015 में देश के 11 बड़े कॉरपोरेट घरानों को पेमेंट बैंक के लाइसेंस मिले थे. जिन कंपनियों के पास पेमेंट कारोबार का अनुभव नहीं था उन्होंने लाइसेंस वापस लेने का फैसला किया. ज्यादातर कंपनियां टेलीकॉम कारोबार से जुड़ी थीं. टेलीकॉम सेक्टर में दिक्कत की वजह से भी कंपनियों की दिलचस्पी इस कारोबार में घटी है. खासकर, पिछले एक साल में नियमों में हुए बदलावों की वजह से कंपनियो पर अतिरिक्त दबाव पड़ा है. इन बैंकों के लिए सभी ग्राहकों का KYC नए सिरे से शुरू करना मुश्किल हो गया है. इसके अलावे भी कई तरह की चुनौतियां हैं.
ऐसे निकालें अपना पैसा
बैंक ने ग्राहकों को भेजे गए मैसेज में बताया कि ग्राहक अपने पैसों को अकाउंट में ट्रांसफर करा सकते हैं. इसके लिए वह आदित्य बिड़ला पेमेंट बैंक के नजदीकी बैंकिंग प्वाइंट पर जाकर प्रोसेस फॉलो कर सकते हैं. 26 जुलाई के बाद आप खाते में किसी तरह की राशि जमा नहीं कर पाएंगे. ग्राहक 18002092265 पर फोन करके भी जानकारी ले सकते हैं. इसके अलावा vcare4u@adityabirla.bank पर भी ई-मेल कर सकते हैं.
08:40 PM IST