JET एयरवेज अब ऐसे करेगी कर्मचारियों की सैलरी का इंतजाम, Tata से बातचीत को झटका
जेट एयरवेज ने कहा है कि नकदी संकट के कारण उसके करीब 16,000 कर्मचारियों का वेतन देने में देरी हुई है.
जेट एयरवेज की योजना अपने लॉयल्टी कार्यक्रम जेट प्रिवलेज में थोड़ी हिस्सेदारी बेचने की भी है. (फोटो : जी न्यूज)
जेट एयरवेज की योजना अपने लॉयल्टी कार्यक्रम जेट प्रिवलेज में थोड़ी हिस्सेदारी बेचने की भी है. (फोटो : जी न्यूज)
नकदी संकट से जूझ रही निजी विमानन कंपनी जेट एयरवेज ने कहा है कि पैसा जुटाने के लिए वह ‘इच्छुक भागीदारों’ के साथ विभिन्न स्तरों पर बातचीत कर रही है. साथ ही उसकी योजना अपने लॉयल्टी कार्यक्रम जेट प्रिवलेज में थोड़ी हिस्सेदारी बेचने की भी है.
जेट एयरवेज अपने नकदी संकट से निपटने के लिए निवेशकों की बाट जोह रही है. नकदी संकट के कारण उसके करीब 16,000 कर्मचारियों का वेतन देने में देरी हुई है. कंपनी के उप मुख्य कार्यकारी और मुख्य वित्त अधिकारी अमित अग्रवाल ने कहा कि हम नकदी जुटाने की विभिन्न स्तरों पर पहल कर रहे हैं. खबर आई थी की जेट एयरवेज देश के सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी से भी इस संबंध में बातचीत कर रही है, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो सकी.
टाटा के साथ समझौते की खबर ‘अटकलबाजी’
जेट एयरवेज ने उन खबरों को ‘अटकलबाजी’ करार दिया जिनमें टाटा समूह द्वारा उसके अधिग्रहण की बात कही गई है. बंबई शेयर बाजार द्वारा इस मामले में स्पष्टीकरण मांगे जाने के जवाब में जेट एयरवेज ने कहा कि इस खबर की प्रकृति ‘कयासों’ पर आधारित है. इस बारे में कोई चर्चा नहीं हुई है और न ही उसके निदेशक मंडल ने ऐसा कोई निर्णय किया है जिसे सार्वजनिक किए जाने की जरूरत हो.
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जेट एयरवेज को 1,261 करोड़ रुपये का घाटा
जेट एयरवेज को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 1,261 करोड़ रुपये का शुद्ध एकीकृत घाटा हुआ है. इससे पिछले वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर अवधि में कंपनी ने 71 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था. जेट एयरवेज की प्रतिद्वंदी कंपनी इंडिगो को भी 652.13 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में उसे 551.56 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था.
ईंधन की ऊंची लागत बना कारण
विमानन कंपनियां ईंधन की ऊंची लागत, रुपये में गिरावट और बाजार की प्रतिस्पर्धा से जूझ रही हैं. इससे उनकी परिचालन लागत बढ़ी है. नकदी की कमी का सामना कर रही जेट एयरवेज को एकल आधार पर 1,297.46 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है. जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में कंपनी को 49.63 करोड़ रुपये का एकल शुद्ध लाभ हुआ था.
कंपनी के मुख्य कार्यकारी विनय दुबे ने कहा कि उनका स्पष्ट लक्ष्य लाभ कमाने पर है. हम अभी बदलाव के दौर के बीच में हैं. वे अपने सभी सहयोगियों के साथ जुड़े हैं जो घरेलू विमानन क्षेत्र की चुनौतियों को समझते हैं और सहयोगी बने हुए हैं.
09:25 AM IST