Tokyo Olympics 2020: युद्ध से बर्बाद हो गया पूरा देश, फिर भी नहीं हारी हिम्मत, अब सिर्फ 12 साल की उम्र में इतिहास रचने को तैयार हेंड ज़ाज़ा
Tokyo Olympics 2020 latest news: टोक्यो ओलंपिक में सबसे युवा ओलिंपियन के तौर पर हेंड ज़ाज़ा अपना डेब्यू करने को तैयार हैं.
ज़ाज़ा की हिम्मत को हर कोई कर रहा सलाम. (फोटो सोर्स- ट्विटर)
ज़ाज़ा की हिम्मत को हर कोई कर रहा सलाम. (फोटो सोर्स- ट्विटर)
Tokyo Olympics 2020 latest news: टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) का आगाज आज से किया जा चुका है. टोक्यो ओलंपिक सेरेमनी में भारतीय दल ने हाथ में तिंरगा थामकर प्रवेश किया. खिलाड़ियों का स्वागत पीएम मोदी ने टीवी के आगे खड़े होकर तालियां बजा कर की. पीएम मोदी ने ऐसा कर खिलाड़ियों के हौसले को बढ़ाने का काम किया. 32वें ओलिंपिक खेलों की रंगारंग उद्घाटन समारोह में भारतीय दल का नेतृत्व पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह और छह बार की विश्व चैंपियन एमसी मैरी कॉम ने किया.
मनप्रीत सिंह और मैरी कॉम ने हाथों में तिरंगा फहराकर देश का मान बढ़ाया. भारत 25वीं बार ओलिंपिक खेलों में हिस्सा ले रहा है. जापानी संस्कृति में रंगा इस बार का ओलंपिक कई मायनों में बेहद खास होने की उम्मीद है. सीरिया की 12 साल की टेबल टेनिस खिलाड़ी हेंड ज़ाज़ा के लिए भी यह ओलंपिक कई मायनों में यादगार बनने वाला है. वह महज 12 साल की है और ओलंपिक में हिस्सा में लेने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी हैं.
ज़ाज़ा की हिम्मत को हर कोई कर रहा सलाम
गृहयुद्ध के कारण सीरिया पूरी तरह से तबाही के कगार पर पहुंच चुका है, लेकिन देश के इन हालतों ने हेंड ज़ाज़ा की हिम्मत नहीं तोड़ी. सीरियाई नागरिकों के बीच भारी बेरोज़गारी, व्यापक भ्रष्टाचार, राजनीतिक स्वतंत्रता को लेकर आपसी झड़प में अब तक कई जाने जा चुकी है. जाजा ने इन हालतों में रहते हुए ओलंपिक में हिस्सा लेने के सपने को पूरा किया है. ज़ाज़ा टोक्यो ओलंपिक में सबसे युवा ओलंपियन के तौर इतिहास रचने वाली हैं.
39 वर्षीय लियू जिया के खिलाफ खेलेगी पहला मैच
सीरियाई शहर हामा की रहने वाली ज़ाज़ा ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा कि मैं सीरियाई लोगों को खुश करना चाहती हूं, सिर्फ मैं ही नहीं बल्कि हमारे सभी खेल ऐसा चाहते हैं. हम उन्हें बतायेंगे कि हम इसके लिये तैयार हैं और हम उन्हें बहुत प्यार करते हैं. युद्ध से मिले दर्द और परेशानियों से बचने के लिये टेबल टेनिस (टीटी) उनका सहारा बना जिसने उन्हें जिंदगी की चुनौतियों से लड़ने की ताकत दी.
ज़ाज़ा ने साल 2014 में खेलना शुरू किया था. वह शनिवार को ऑस्ट्रिया की 39 वर्षीय लियू जिया के खिलाफ अपने महिला एकल अभियान की शुरुआत करेगी.
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09:59 PM IST