धरती के अलावा भी हैं ऐसे 24 प्लेनेट, जहां जीवन की है संभावना.. धरती से ज्यादा अनुकूल हैं परिस्थिति- चेक करें डीटेल्स
वैज्ञानिकों ने हमारे सोलर सिस्टम के बाहर 24 ऐसे ग्रहों की पहचान की है जहां पर जीवन के लिए धरती से ज्यादा अनुकूल परिस्थिति हैं.
हमारे सोलर सिस्टम के अंदर सिर्फ पृथ्वी ही एक ऐसा प्लेनेट है, जहां जीवन के लिए जरुरी परिस्थितियां मौजूद हैं. लेकिन वैज्ञानिकों के अनुसार हमारी गैलेक्सी में ऐसे और भी ग्रह हो सकते हैं जहां जीवन की संभावनाएं पृथ्वी से भी ज्यादा है. वैज्ञानिकों ने इन ग्रहों को सुपर-हैबिटेबल प्लेनेट (Superhabitable Planet) नाम दिया है. अमेरिका की वॉशिंगटन स्टेट यूनिवर्सिटी (Washington State University (WSU)) के वैज्ञानिकों ने इन ग्रहों की पहचान की है और बताया है कि ये प्लेनेट हमारी धरती के मुकाबले पुराने, गर्म और थोड़े बड़े हैं. वैज्ञानिकों के अनुसार इन ग्रहों को आप अपनी आंखों से नहीं देख सकते हैं. क्योंकि ये सभी ग्रह पृथ्वी से 100 लाइट ईयर्स दूर हैं. वॉशिंगटन स्टेट यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों के अनुसार उन ग्रहों पर जीवन की संभावना ज्यादा होती है, जो हमारे सूरज के मुकाबले लंबे लाइफटाइम वाले तारों के चक्कर धीमीं गति से करते हैं. इस शोध के मुख्य रिसर्चर में से एक, प्रोफेसर डिर्क शुल्ज़-मकुच ने के अनुसार नई अंतरिक्ष दूरबीनों के आने से, हमें और जानकारी मिलेगी, इसलिए कुछ लक्ष्यों को सिलेक्ट करना जरुरी है.
कैसे की गई रिसर्च
इस रिसर्च में एस्ट्रोनॅामर्स ने एक सुपरहैबिटेबिलिटी क्राइटेरिया बनाया था. जिसका इस्तेमाल उन्होंने 4,500 एक्सोप्लैनेट्स की जांच के लिए किया था. हेबिटेबिलिटी को जीवन के निश्चित संकेतों के रूप में नहीं देखा गया है. हेबिटेबिलिटी का मतलब है कि जीवन के फलने-फूलने के लिए जरुरी कंडीशन मौजूद हैं. रिसर्च के लिए टीम ने जी स्टार वाले सिस्टम को देखा, जिनकी उम्र 10 अरब साल से कम है. यानि कि जो हमारे सूरज के और के ड्वार्फ (K Dwarf) स्टार के सिस्टम के समान हैं. K ड्वार्फ स्टार बहुत छोटे और ठंडे होते हैं, जिनका जीवनकाल 20 बिलियन से 70 बिलियन साल तक होता है. जिसका मतलब है कि परिक्रमा करने वाले ग्रह पुराने हो सकते हैं. पृथ्वी वर्तमान में 4.5 बिलियन साल पुरानी होने का अनुमान है. हालांकि शोधकर्ताओं का तर्क है कि 5 बिलियन से 8 बिलियन की उम्र वाले ग्रहों पर जीवन अच्छे से पनप सकता है. टीम ने पृथ्वी से लगभग 10% बड़े ग्रहों की तलाश की जिससे रहने के लिए ज्यादा जगह मिल सके.
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प्रोफेसर डर्क शुल्ज-मकुच ने के मुताबिक कभी-कभी रहने योग्य ग्रहों के इस प्रिंसिपल को समझना मुश्किल होता है क्योंकि हमें लगता है कि हमारे पास सबसे अच्छा ग्रह है. हमारे पास बड़ी संख्या में जटिल और विविध जीवन के रूप हैं. और कई ऐसे हैं जो एक्सट्रीम एनवायर्मेंट में भी जीवित रह सकते हैं. अनुकूलन योग्य जीवन होना अच्छा है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हमारे पास सब कुछ सबसे अच्छा है. इस शोध को 2020 में एस्ट्रोबायोलॉजी जर्नल में प्रकाशित किया गया था.
06:14 PM IST