National Watermelon Day 2023: आम की वैराइटी तो देखी होंगी, लेकिन क्या तरबूज की इन किस्मों के बारे में जानते हैं?
तरबूज की तमाम विशेषताओं और इसके फायदों को बताने के लिए हर साल 3 अगस्त को National Watermelon Day मनाया जाता है. आइए इस मौके पर आपको बताते हैं तरबूज की तमाम किस्मों के बारे में.
Image- Freepik
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तरबूज एक ऐसा फल है जो सेहत के साथ स्वाद में भी काफी अच्छा होता है. तरबूज में 90 फीसदी के आसपास पानी होता है. गर्मी के दिनों में ये काफी फायदेमंद साबित होता है. आमतौर पर जब तरबूज का जिक्र होता है तो लोगों के जेहन में एक ही तस्वीर उभरती है, हरे रंग का बड़ा सा फल जिसका गूदा लाल और मीठा होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आम की तरह तरबूज की भी कई तरह की वैराइटीज मार्केट में आती हैं. लेकिन आम की तरह तरबूज की किस्मों के नाम लोग नहीं जानते और न ही उनके अंतर को पहचानते हैं. तरबूज की तमाम विशेषताओं और इसके फायदों को बताने के लिए हर साल 3 अगस्त को National Watermelon Day मनाया जाता है. आइए इस मौके पर आपको बताते हैं तरबूज की तमाम किस्मों के बारे में.
शुगर बेबी
शुगर बेबी अमेरिका से भारत लाई गई तरबूज की एक किस्म है. लेकिन लोगों के बीच ये काफी लोकप्रिय है. इसका कारण है कि स्वाद में ये तरबूज बेहद मीठा होता है. साथ ही, इसमें बीज की मात्रा काफी कम होती है. इसके बीज छोटे और कत्थई रंग के होते हैं और वजन 2 से 3 किलो के आसपास होता है.
अर्का मुथु
अर्का मुथु भी तरबूज की एक किस्म है. ये अंडाकार और गोल दोनों आकार में बिकता है. 75 से 80 दिनों के अंदर ये पककर तैयार हो जाता है. अंदर से ये गहरे लाल रंग का होता है और इस पर गहरी हरे रंग की धारियां होती हैं. वजन ढाई से तीन किलो के आसपास होता है. इसके अलावा तरबूज की अर्का आकाशी, अर्का ऐश्वर्या और अर्का माणिक किस्में भी हैं.
दुर्गापुर केसर
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दुर्गापुर केसर भी तरबूज की एक किस्म है. इसका गूदा रवादार होता है और रंग केसरी होता है. फल के ऊपर हरे रंग का होता है और इस पर हल्की पीली सी धारियां होती हैं. इस तरबूज का वजन 6 से 8 किलो के आसपास होता है. इसके बीज थोड़े बड़े होते हैं.
आसाही पामाटो
ये भी तरबूज की एक नस्ल है. राजस्थान, पंजाब, हरियाणा आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार सहित कई प्रदेशों में इसकी पैदावार होती है. ये वैरायटी जापान से लाई गई है. इसका वजन 6 से 7 किलो के आसपास होता है. तरबूज की फसल 90 से 100 दिन में तैयार हो जाती है इसकी खासियत यह भी है कि इसे 10 से 15 दिनों तक हम इस्तेमाल कर सकते हैं. ये फल अंदर से गहरा गुलाबी रंग का होता है और खाने में काफी मीठा होता है.
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