क्या बात! आज से 36 साल पहले एक किलो गेहूं के लिए देने होते थे इतने रुपए, 1987 की स्लिप हुई वायरल
Social Media Viral Post: सोशल मीडिया (Social Media Viral) पर एक फोटो वायरल हो रही है, जो 1987 में 1 किलो गेहूं की कीमत के बारे में जानकारी दे रही है. जानिए उस समय कितने पैसे देने होते थे.
Social Media Viral Post: नया साल आ चुका है और नए साल नए जमाने की बात होती है. लेकिन आज भी कई लोग ऐसे हैं, जो पुराने जमाने की बातों में खो जाते हैं और उन्हें याद करके मंद-मंद मुस्काते हैं. नए जमाने में पुराने जमाने की याद ताजा हो जाए तो क्या ही बात है. सोशल मीडिया पर हाल ही में एक ऐसी ही फोटो वायरल हो रही है, जिसने Netizens को बुरी तरह चौंका दिया है. जी हां, सोशल मीडिया (Social Media Viral) पर एक फोटो वायरल हो रही है, जो 1987 में 1 किलो गेहूं की कीमत के बारे में जानकारी दे रही है. आप भी जब उस समय के 1 किलो के गेहूं (Wheat) के दाम के बारे में जानेंगे तो आपके मुंह से यही निकलेगा कि क्या बात!
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा पोस्ट
भारतीय वन सेवा के अधिकारी प्रवीण कासवान (Parveen Kaswan, IFS) ने एक पोस्ट सोशल मीडिया पर जारी किया, जिसमें उन्होंने बताया कि साल 1987 में एक किलो गेहूं की कीमत 1.6 रुपए बताई जा रही है. उन्होंने 1987 के एक बिल की पोस्ट को शेयर किया.
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इस बिल में बताया कि ये गेहूं उनके दादा ने भारतीय खाद्य निगम (Food Corportion of India) को बेचा गया था. इस बिल को फोटो इंटरनेट यूजर्स के लिए तूफान सा लेकर आई और सोशल मीडिया पर यूजर्स भौचक्के से रह गए.
36 साल पहला का फोटो वायरल
भारतीय वन सेवा के अधिकारी प्रवीण ने फोटो को पोस्ट करते हुए बताया कि ये जे फॉर्म है, जो बिक्री रसीद को रिप्रेजेंट करता है. उन्होंने बताया कि उनके किसान दादाजी ने मंडी में बेचा था. अधिकारी प्रवीण ने बताया कि जब गेहूं 1.6 रुपए प्रति किलो हुआ करता था. मेरे दादाजी ने 1987 में भारतीय खाद्य निगम को गेहूं की फसल बेची थी.
Time when wheat used to be at 1.6 rupees per kg. The wheat crop my grandfather sold in 1987 to Food Corporation of India. pic.twitter.com/kArySiSTj4
— Parveen Kaswan, IFS (@ParveenKaswan) January 2, 2023
उन्होंने आगे ये भी कहा कि दादा को रिकॉर्ड रखने की आदत थी और इस डॉक्यूमेंट को जे फॉर्म के नाम से जाना जाता है. उनके दादा के संग्रह में पिछले 40 सालों में बेची गई फसलों के सभी दस्तावेज हैं. उन्होंने आगे लिखा कि इस पर कोई भी स्टोरी कर सकता है.
लोगों ने दी अलग-अलग प्रतिक्रिया
वन सेवा अधिकारी की इस पोस्ट पर अलग-अलग लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आई हैं. एक यूजर ने कहा कि इस पोस्ट को शेयर करने के लिए शुक्रिया. पहली बार जे फॉर्म के बारे में पता चला. इसके अलावा कुछ यूजर्स ने अपने पापा या दादा की ओर से उस समय किए गए बिलों के भुगतान की भी फोटो जारी की हैं.
04:56 PM IST