Wipro: Q2 रिजल्ट्स के बाद 52 हफ्ते के लो पर स्टॉक, 7% से ज्यादा टूटा; आगे शेयर में क्या करें निवेशक
Wipro stock performance after Q2 Results: विप्रो के स्टॉक में 7 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखी गई. BSE पर स्टॉक ने 52 हफ्ते का लो लेवल (378.80) टच किया. ज्यादातर ग्लोबल ब्रोकरेज हाउसेस का मानना है कि विप्रो तिमाही के जुलाई-सितंबर 2022 तिमाही के नतीजे अनुमान के मुताबिक हैं.
(Image: Reuters)
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Wipro stock performance after Q2 Results: IT सेक्टर की दिग्गज कंपनी विप्रो (Wipro) ने दूसरी तिमाही के नतीजे अनुमान के मुताबिक ही रहे हैं. कंपनी का मुनाफा 9 फीसदी घटा है, लेकिन इनकम में 15 फीसदी की ग्रोथ देखने को मिली है. नतीजों के बाद गुरुवार (13 अक्टूबर) को शेयर में तेज गिरावट देखने को मिली. दोपहर तक के कारोबार में विप्रो के स्टॉक में 7 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई. BSE पर स्टॉक ने 52 हफ्ते का लो लेवल (378.80) टच किया. विप्रो के जुलाई-सितंबर 2022 तिमाही के नतीजों पर ज्यादातर ग्लोबल ब्रोकरेज हाउसेस का मानना है कि रिजल्ट्स अनुमान के मुताबिक ही रहे हैं. ब्रोकरेज की स्टॉक पर निवेश की स्ट्रैटजी मिलीजुली है.
Wipro: क्या है ब्रोकरेज की राय
ग्लोबल ब्रोकरेज हाउस CLSA ने विप्रो पर 'आउटपरफॉर्म' की राय दी है. साथ ही प्रति शेयर टारगेट प्राइस 450 रुपये रखा है. ब्रोकरेज का कहना है कि Q2FY23 के नतीजे अनुमान के मुताबिक ही रहे हैं. ग्रोथ आउटलुक ठीकठाक है लेकिन सपोर्टिव वैल्युएशन हैं. कंपनी मैनेजमेंट ने कंसल्टिंग बिजनेस में नरमी की बात स्वीकार की है. विप्रो की ओर से सैलरी बढ़ोतरी और प्रमोशंस पर उठाए गए कदम का असर दूसरी तिमाही में देखने को मिली. हालांकि, मार्जिन मैनेजमेंट अभी भी मुश्किल बना हुआ है.
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मैक्वायरी ने विप्रो पर 'आउटपरफॉर्म' की रेटिंग दी है. टारगेट 540 रुपये रखा है. ब्रोकरेज का कहना है कि नतीजे अच्छे हैं. सितंबर तिमाही में रेवेन्यू अनुमान से बेहतर रहा. मार्जिन्स ठीकठाक रहा है. तिमाही आधार पर ऑट्रिशन रेट में गिरावट आई है.
UBS ने विप्रो पर 'न्यूट्ल' की राय दी है. टारगेट 420 रुपये का रखा है. ब्रोकरेज का मानना है कि नियर टर्म में बेहतर ग्रोथ नहीं दिखाई दे रही है. ग्रोथ और मार्जिन्स दोनों में गिरावट आ सकती है. इसका स्टॉक पर निगेटिव असर पड़ सकता है.
HSBC ने विप्रो पर 'होल्ड' की राय दी है. टारगेट 450 से घटाकर 445 रुपेय किया है. सिटी ने विप्रो पर बिकवाली की राय दी है. टारगेट 365 से बढ़ाकर 370 किया है. मॉर्गन स्टैनली की विप्रो पर 'अंडरवेट' की राय बरकरार है. टारगेट 365 रुपये है.
जेफरीज ने शेयर पर 'अंडरपरफॉर्म' की राय बनाए रखी है. 360 का टारगेट रखा है. जेपी मॉर्गन ने 360 के टारगेट के साथ 'अंडरवेट' की राय दी है. नोमुरा की विप्रो पर 'न्यूट्रल' की राय है. टारगेट 380 रुपये है.
52 हफ्ते के लो पर शेयर
विप्रो ने बुधवार (12 अक्टूबर 2022) को सितंबर 2022 (Q2FY23) के नतीजे जारी किए थे. गुरुवार (13 अक्टूबर) को शुरुआती कारोबार में शेयर पर दबाव रहा और इसमें तेज गिरावट देखने को मिली. दोपहर तक यह शेयर 7 फीसदी से ज्यादा टूट गया. BSE पर स्टॉक ने 52 हफ्ते का लो लेवल (378.80) बनाया. 12 अक्टूबर 2022 को स्टॉक 407.75 रुपये पर बंद हुआ था. इस साल अभी तक शेयर में 47 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है.
Wipro: Q2 नतीजे कैसे रहे
IT सेक्टर की दिग्गज कंपनी विप्रो ने दूसरी तिमाही के दौरान 2,659 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ, जो पिछले साल की समान तिमाही के मुकाबले 9 फीसदी कम है. जबकि ऑपरेशंस से आने वाली इनकम में करीब 15 फीसदी की ग्रोथ देखने को मिली है. यह पिछले साल के 19,667.4 करोड़ रुपये से बढ़कर 22,539.7 करोड़ रुपये हो गई है. सितंबर 2022 तिमाही में कुल इनकम में भी करीब 5 फीसदी बढ़त दर्ज की गई है. दूसरी तिमाही में कंपनी की कुल आय 21,528.6 करोड़ रुपये रही.
रेगुलेटरी फाइलिंग में कंपनी ने कहा कि IT सर्विस सेगमेंट आय 8.4 फीसदी बढ़कर 279.77 करोड़ डॉलर रही. कॉन्स्टेंट करेंसी ग्रोथ भी तिमाही आधार पर 4.1 फीसदी और सालाना आधार पर 12.9 फीसदी रही. IT सर्विस कारोबार से आने वाली आय 28.11 से 28.53 करोड़ डॉलर के रेंज में रहने का अनुमान है. IT सर्विसेस का ऑपरेटिंग मार्जिन 15.1 फीसदी रही, जोकि तिमाही आधार पर 16 बेसिस पॉइंट्स बढ़ा है.
(डिस्क्लेमर: यहां स्टॉक्स में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस द्वारा दी गई है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं हैं. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)
08:18 PM IST