शेयर बाजार में चार दिन की तेजी थमी, ग्लोबल फैक्टर की वजह से 54 अंक गिरा सेंसेक्स
कमजोर वैश्विक संकेतों से निवेशकों के सतर्कता बरतने से देश के शेयर बाजारों में लगातार चार दिन से जारी तेजी शुक्रवार को थम गई.
शुक्रवार को कारोबार के दौरान आईटी और मेटल शेयरों में बिकवाली देखी गई (फोटो- रायटर्स).
शुक्रवार को कारोबार के दौरान आईटी और मेटल शेयरों में बिकवाली देखी गई (फोटो- रायटर्स).
कमजोर वैश्विक संकेतों से निवेशकों के सतर्कता बरतने से देश के शेयर बाजारों में लगातार चार दिन से जारी तेजी शुक्रवार को थम गई. सूचना प्रौद्योगिकी और धातु कंपनियों के शेयरों में गिरावट आने से सेंसेक्स 54 अंक गिर गया. बीएसई का 30 कंपनियों पर आधारित शेयर सूचकांक ‘सेंसेक्स’ 53.99 अंक यानी 0.15 प्रतिशत घटकर 36,671.43 अंक पर बंद हुआ. इसी तरह एनएसई निफ्टी भी 22.80 अंक यानी 0.21 प्रतिशत गिरकर 11,035.40 अंक रह गया.
भारत- पाकिस्तान के बीच युद्ध की आशंका फिलहाल टलने और निवेशकों का समर्थन मिलने से शुक्रवार को समाप्त हो रहे इस सप्ताह के दौरान सेंसेक्स में कुल मिलाकर 607.62 अंक और निफ्टी में 171.9 अंक की बढ़त दर्ज की गई. बहरहाल, आज चीन के व्यापार आंकड़ों में मंदी दिखने और आर्थिक वृद्धि से जुड़ी नयी चिंताए उभरने पर दुनिया भर के शेयर बाजारों ने गोता लगाया.
सेंसेक्स शामिल में कंपनियों में सबसे अधिक गिरावट टाटा मोटर्स के शेयर में दर्ज की गई. इसका शेयर 3.99 प्रतिशत गिर गया. इसके बाद एचसीएल टेक, टाटा स्टील, वेदांता, इंफोसिस, ओएनजीसी, एशियन पेंट्स, मारुति और एलएंडटी का शेयर 2.53 प्रतिशत तक गिर गया. सबसे अधिक 4.28 प्रतिशत की बढ़त एनटीपीसी के शेयर में दर्ज की गई.
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इसके अलावा बजाज ऑटो, बजाज फाइनेंस, सन फार्मा, आईटीसी, हीरो मोटो कॉर्प, टीसीएस, यस बैंक, एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक और एसबीआई के शेयर 1.38 प्रतिशत तक लाभ में रहे. जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेस में शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘ वैश्विक अर्थव्यवस्था से जुड़ी नवीन चिंताओं के चलते घरेलू बाजारों की धारणा मंदी रही. चीन के कमजोर निर्यात आंकड़े और यूरोपीय सेंट्रल बैंक (ईसीबी) द्वारा जीडीपी वृद्धि के आंकड़ों को कम किए जाने से वैश्विक धारणा भी कमजोर हुई है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ लेकिन विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के निवेश से भारतीय मुद्रा के मजबूत बने रहने और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें नरम रहने से घरेलू बाजारों में सकारात्मक रुख बना हुआ है.’’
आरंभिक आंकड़ों के मुताबिक विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने बृहस्पतिवार को 1,137.85 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे. जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 925.46 करोड़ रुपये की शेयर बिक्री की. ईसीबी के वृद्धि दर का अनुमान घटाए जाने से वैश्विक स्तर पर शेयर बाजारों में उठापटक देखी गई. ईसीबी ने यूरोप की वृद्धि दर इस साल 1.1 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है. पहले उसका अनुमान 1.7 प्रतिशत था. इसी तरह बैंक ने मुद्रास्फीति का अनुमान भी घटाकर 1.2 प्रतिशत कर दिया है जो पहले 1.6 प्रतिशत था.
एशियाई बाजारों में हांगकांग का हांग सेंग 1.91 प्रतिशत, शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 4.40 प्रतिशत, कोरिया का कोस्पी 1.31 प्रतिशत और जापान का निक्केई 2.01 प्रतिशत घटकर बंद हुआ. अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट कच्चा तेल 1.63 प्रतिशत गिरकर 65.22 डॉलर प्रति बैरल रहा.
06:06 PM IST