जानें 2024 में कहां बनेगा पैसा? 2023 में मिडकैप और स्मॉलकैप ने निवेशकों को किया निहाल
साल 2023 में मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स ने निवेशकों को निहाल किया. एक्सपर्ट्स का मानना हैं कि अब यहां वैल्युएशन आकर्षक नहीं है. 2024 में अब लार्जकैप की बारी है जहां रिटर्न के साथ सेफ्टी भी है.
साल 2023 अंतिम पड़ाव पर है. नए साल के स्वागत की तैयारी जोर-शोर से हो रही है. जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार ने कहा कि अब बाजार में चिंता का विषय मिड और स्मॉल-कैप सेगमेंट में हाई वैलुएशन है. रीटेल निवेशकों का उत्साह और मिड और स्मॉल-कैप म्यूचुअल फंड में निरंतर प्रवाह इस रैली को चला रहे हैं. उन्होंने कहा कि बाजार में यह व्यापक तेजी लंबे समय तक जारी नहीं रह सकती.
2024 में अब लार्जकैप की बारी
सुरक्षा जितनी ही रिटर्न महत्वपूर्ण है. निस्संदेह सुरक्षा अब लार्ज-कैप में है. उन्होंने कहा कि आगे चलकर लार्ज-कैप का प्रदर्शन मिड और स्मॉल-कैप से बेहतर रहने की संभावना है. बाजार का संकेत यह है कि बुधवार का करेक्शन एक दिन की घटना थी, न कि कोई बड़ा उलटफेर. यह गिरावट पर खरीदारी की रणनीति की सफलता की पुष्टि करता है, जो मौजूदा रैली में लगातार काम कर रही है. उन्होंने कहा कि डॉलर इंडेक्स 102 से नीचे और US 10-वर्षीय बॉन्ड यील्ड 3.9 फीसदी के आसपास रहने से वैश्विक संकेत अनुकूल बने हुए हैं.
IPO का मार्केट भी गरम रहा
मोतीलाल ओसवाल ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि नवंबर और दिसंबर के महीने में निवेशकों के सेंटीमेंट्स को काफी बढ़ावा मिला, जिससे घरेलू और वैश्विक बाजारों को नई ऊंचाई हासिल करने में मदद मिली. सेकेंड्री मार्केट में तेजी के रुख के बाद आईपीओ बाजार भी काफी जीवंत रहा. पिछले साल 40 आईपीओ (कुल 64,000 करोड़ रुपए) के मुकाबले इस साल 48,000 करोड़ रुपए का फंड जुटाने के लिए 58 आईपीओ बाजार में आए. रिपोर्ट में कहा गया है कि आगे ओला इलेक्ट्रिक, स्विगी, फर्स्टक्राई, मोबिविक सहित नए जमाने के टेक आईपीओ में तेज वृद्धि की उम्मीद के साथ पाइपलाइन मजबूत बनी हुई है.
मिडकैप और स्मॉलकैप ने आउट परफॉर्म किया
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भारत के मैक्रो और माइक्रो फंडामेंटल मजबूत बने हुए हैं और बाजार को नई ऊंचाई छूने में मदद कर रहे हैं. निफ्टी ने 2023 में अब तक 18 फीसदी का रिटर्न दिया है. मिडकैप और स्मॉलकैप में भारी तेजी देखी गई, निफ्टी मिडकैप100 में 44 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप100 में 54 फीसदी की. रिपोर्ट में कहा गया है कि पीएसयू, रियल्टी, ऑटो के साथ-साथ बिजली, रक्षा, शिपिंग, उर्वरक, ईएमएस जैसे कई प्रमुख सेक्टर में खरीददारी में भारी दिलचस्पी देखी गई.
PSU Banks ने बेहतर प्रदर्शन किया
पीएसयू बैंकों ने निजी बैंकों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया. अब वे लगातार 1 फीसदी ROA देने की स्थिति में हैं और उनकी कमाई में सुधार की गुंजाइश है. इन सब के कारण विभिन्न वैश्विक फर्मों द्वारा भारत की रेटिंग के साथ-साथ जीडीपी वृद्धि पूर्वानुमान में सुधार हुआ है, जिसके चलते बीएसई-सूचीबद्ध कंपनियों का मार्केट-कैप 4 ट्रिलियन डॉलर के उच्चतम स्तर को पार कर गया है. मार्केट कैप के हिसाब से हांगकांग स्टॉक एक्सचेंज को पछाड़कर एनएसई दुनिया का 7वां सबसे बड़ा एक्सचेंज बन गया है.
06:52 PM IST