Sula Vineyards: लिस्टिंग कल, पहले ही समझ लीजिए क्या करना है? एक्सपर्ट ने बता दिया कितना बनेगा पैसा
Sula Vineyards: कंपनी ने IPO के जरिए 960 करोड़ रुपए की रकम जुटाई. IPO में बोली लगाने के लिए प्रति शेयर 340-357 रुपए का प्राइस बैंड फिक्स किया गया था. इसमें सभी कैटेगरी के निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला.
Sula Vineyards IPO: कोरोना की खबरों के चलते शेयर बाजार (stock market updates) में बुधवार को बिकवाली हावी रही. इससे बाजार के प्रमुख इंडेक्स निफ्टी और सेंसेक्स (market falls) 1-1 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुए. खराब सेंटीमेंट (corona impact on stock market) वाले बाजार में कल यानी 22 दिसंबर को नए शेयर Sula Vineyards की एंट्री होने वाली है. वाइन बनाने वाली देश की दिग्गज कंपनी का पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO 14 दिसंबर को बंद हुआ था. जबकि निवेशकों के लिए 12 दिसंबर को यह खुला था. एक्सचेंज आंकड़ों के मुताबिक IPO 2.33 गुना सब्सक्राइब हुआ था. लेकिन जिन निवेशकों को कंपनी के शेयर IPO में अलॉट हुए हैं उनका अब क्या करना चाहिए. क्या लिस्टिंग के बाद मुनाफा काट कर निकल जाना चाहिए या शेयर को पोर्टफोलियो में रखें?
Sula Vineyards पर क्या बनाएं स्ट्रैटेजी?
प्रॉफिटमार्ट सिक्योरिटीज के रिसर्च डायरेक्टर अविनाश गोरक्षकर के मुताबिक निवेशकों को लिस्टिंग के समय निवेशक को अच्छा मुनाफा हो रहा है तो प्रॉफिटबुक कर लेना चाहिए. क्योंकि बाजार का सेंटीमेंट खराब है. अगर शेयर (expert on Sula Vineyards share) आपको खरीदना भी है तो इसके लिए इंतजार करना सही रहेगा. बता दें कि कंपनी का IPO पूरी तरह ऑफर फॉर सेल यानी OFS था. इसमें मौजूदा निवेशकों और प्रोमोटर्स ने अपनी हिस्सेदारी बेची.
IPO को मिला जोरदार रिस्पांस
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Sula Vineyards ने IPO के जरिए 960 करोड़ रुपए की रकम जुटाई. IPO में बोली लगाने के लिए प्रति शेयर 340-357 रुपए का प्राइस बैंड फिक्स किया गया था. इसमें सभी कैटेगरी के निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला. रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व हिस्सा 1.65 गुना, QIB हिस्सा 4.13 गुना और NII हिस्सा 1.51 गुना भरा था. इसमें एक लॉट में 42 शेयर मिले.
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अनिल सिंघवी को शेयर लॉन्ग टर्म के लिए पसंद
Sula Vineyards IPO के दौरान ज़ी बिजनेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी (anil singhvi take on Sula Vineyards) का कहना था कि निवेशकों को लॉन्ग टर्म के लिए इश्यू सब्सक्राइब करना चाहिए. अगर निवेशकों को IPO में शेयर नहीं अलॉट होते हैं तो लिस्टिंग के बाद उन्हें शेयर खरीदना चाहिए. उन्होंने कहा कि कंपनी के प्रोमोटर्स काफी अनुभवी हैं. कंपनी वाइन के 4 सेगमेंट में मार्केट लीडर है. साथ ही कंपनी की वित्तीय स्थिति भी सुधर रही है. मार्जिन में भी अच्छी सुधार देखने को मिल रही है. हालांकि, बाजार के मौजूदा सेंटीमेंट (market sentiment) के लिहाज से उनके अगले टेक का इंतजार है.
06:27 PM IST